महाराष्ट्र के सांगली में एक ही परिवार के नौ सदस्यों ने कर्ज के चलते आत्महत्या कर ली. इस घटना से क्षेत्र में हर कोई सदमे में है। डॉक्टर के परिवार के इन सभी सदस्यों की दो अलग-अलग घरों में जहर पीने से मौत हो गई. पुलिस को शव सांगली के अंबिका नगर और राजधानी कॉर्नर से मिले।
प्रारंभिक जांच में पुलिस ने पाया कि डॉक्टर परिवार के कर्ज के जाल में बुरी तरह फंसा हुआ था। रिपोर्ट के मुताबिक इन सभी ने कर्ज के चलते सामूहिक आत्महत्या की थी। घटना सोमवार (20 जून) की है। डॉक्टरों को एक घर में छह और दूसरे में तीन शव मिले।
सोमवार की सुबह डॉक्टर ने दंपति के परिवार का दरवाजा नहीं खोला, लेकिन पड़ोसियों ने घर पहुंचकर दरवाजा खुला देखा. पड़ोसियों ने घर के अंदर 6 शव देखे तो दूसरे घर से भी 3 शव मिले। पड़ोसियों ने तुरंत पुलिस को सूचना दी और पुलिस के काफिले समेत वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंचे। शुरुआत में यह आत्महत्या का मामला था।
पुलिस के मुताबिक डॉक्टर दंपत्ति के परिवार ने जहर खाकर आत्महत्या कर ली है. आत्महत्या करने वालों में पोपट यल्लप्पा वनमोर (उम्र 52), संगीता पोपट वनमोर (उम्र 48), अर्चना पोपट वानमोर (उम्र 30), शुभम पोपट वानमोर (उम्र 28), माणिक यालप्पा वनमोर (उम्र 28) शामिल हैं। – 49 वर्ष), रेखा माणिक वनमोर (उम्र – 45 वर्ष), अनीता माणिक वनमोर (उम्र – 28 वर्ष), अक्कताई वनमोर (उम्र – 72 वर्ष) और आदित्य माणिक वनमोर। हैरानी की बात यह है कि आत्महत्या में परिवार के साथ एक 15 वर्षीय नाबालिग भी शामिल था।