- राष्ट्रपति कोविद की उपस्थिति में हुआ समझौता भी टुटा , कुंवरजी ने निलंबन को बताया अवैध
गुजरात के एक प्रमुख समाज कोली समुदाय के नेता और पूर्व मंत्री कुंवरजी बावलिया को उनके ही समुदाय ने बड़ा झटका दिया है. कुंवरजी बावलिया को अखिल भारतीय कोली समाज ट्रस्ट से निलंबित कर दिया गया है। कुंवर जी पर आरोप लगाया गया है की वह संस्था की गतिविधियों में भाग नहीं लेते हैं।
सूरत के कामरेज में आयोजित अखिल भारतीय कोली समाज के शताब्दी वर्ष समारोह में संस्था के राष्ट्रीय अध्यक्ष अजीत पटेल कांट्रेक्टर ने उक्त निर्णय किया। अजीत पटेल कॉन्ट्रेक्टर के मुताबिक निर्णय सर्वसम्मति से किया गया है।
सौराष्ट्र के बड़े कोली नेता और जसदण के 6 बार के विधायक कुंवरजी बावलिया पिछले साल तक संस्था के राष्ट्रीय अध्यक्ष थे , लेकिन साल राजस्थान में बुलाई गयी बैठक के दौरान अजीत पटेल अध्यक्ष बन गए , इस बैठक में कुंवर जी और उनके समर्थक शामिल नहीं हुए थे , जिसके कारण उन्होंने अजीत पटेल के निर्वाचन को चुनौती अदालत में दी है।
महामहिम राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की पहल पर जो खुद कुंवर जी के पहले संस्था के राष्ट्रीय अध्यक्ष थे पहल पर दोनों पक्षों के बीच समझौता भी कराया गया था , जो टूट गया।
अपने अखिल भारतीय कोली समाज से निलंबन के मुद्दे पर, कुंवरजी ने कहा, “वर्तमान अध्यक्ष अजीत पटेल अवैध रूप से अध्यक्ष बने हैं। उनके पास मुझे निलंबित करने की कोई शक्ति नहीं है। वर्तमान में यह एक अदालती मामला है। वे मुझे निलंबित करने का कोई अधिकार नहीं है।
समाज तय करेगा कि कुंवरजी समाज के नेता हैं या नहीं। मैंने कोली समुदाय के खिलाफ कुछ भी नहीं किया है, गैर-उपस्थिति के आरोप पर प्रतिक्रिया देते हुए, कुंवरजी ने कहा, समय सुविधा और इच्छा के मुताबिक कार्यक्रम में उपस्थिति तय होती है।
विदित हो की कुंवर जी अपने गुट की जनसभा सौराष्ट्र में आयोजित करने की योजना बना रहे हैं। जिसमे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बुलाने की योजना है।