महाराष्ट्र में इस समय एक महत्वपूर्ण राजनीतिक तख्तापलट की कोशिश चल रही है। चुने हुए नेताओं को आसानी से पहचाना जा सकताहै। इसलिए उन्हें इस काम में बहुत गोपनीयता और योजना की आवश्यकता होती है। योजना के अनुसार, ऐसे भारी उठा-पटक वाले राजनीतिक कार्यों के लिए निजी चार्टर्ड विमान पहली पसंद बन जाते हैं। वैसे इनमें राज्यों में त्वरित और शानदार परिवहन भी शामिल होता है। महाराष्ट्र में सत्तारूढ़ गठबंधन के 30 से अधिक विधायकों को उनके गृह राज्य महाराष्ट्र से गुवाहाटी तक पिछले दिनों गुजरात होते हुए व्यावसायिक रूप से किराए के जेट विमानों से भेजा गया है। सवाल उठता है कि सूरत होते हुए मुंबई से गुवाहाटी तक की ऐसी ऊंची उड़ान वाले ऑपरेशन की लागत कितनी होनी चाहिए?
बुधवार सुबह करीब 2:40 बजे बोइंग 737 मैक्स 8 ने सूरत हवाई अड्डे से 3 घंटे 41 मिनट की यात्रा के लिए महाराष्ट्र के मंत्री एकनाथ शिंदे और उनके बागी शिवसेना विधायकों के समूह के साथ गुवाहाटी के लिए उड़ान भरी। 189 सीटों वाले इस जेट को विशेष रूप से इस उद्देश्य के लिए स्पाइस जेट से किराए पर लिया गया था। एक विशिष्ट मैक्स 8 लगभग 129 फीट और 6 इंच लंबा और 117 फीट और 10 इंच चौड़ा होता है। एयरलाइन 13 ऐसे मॉडल संचालित करती है, जिनकी अधिकतम सीमा 6,500 किलोमीटर है।
कमर्शियल फ्लाइट ट्रैकिंग सेवा Flightradar24 के डेटा से पता चलता है कि स्पाइसजेट से किराए पर लिए गए बड़े जेट के अलावा, महाराष्ट्र में संकट शुरू होने के बाद से दो अतिरिक्त छोटे व्यावसायिक जेट ने गुवाहाटी के लिए उड़ान भरी। पहले बोइंग जेट के गुवाहाटी हवाई अड्डे पर उतरने के कुछ घंटे बाद एक छोटा Learjet 45XR बिजनेस जेट नितिन देशमुख सहित शिवसेना विधायकों के एक अन्य समूह के साथ मुंबई में उतरा। देशमुख बाद में उद्धव कैंप में लौट आए और दावा किया कि उन्हें जबरन ले जाया गया था। 8-सीटर बिजनेस जेट ने भोपाल से उड़ान भरी और सुबह 10:15 बजे शिवसेना विधायकों के साथ गुवाहाटी पहुंचा। बाद में शिंदे खेमे के विधायकों द्वारा जारी की गई तस्वीरें उसी Learjet 45XR के अंदर की थीं। कमर्शियल डेटा के मुताबिक, नागपुर के लिए रवाना होने से पहले जेट करीब 45 मिनट तक ही एयरपोर्ट पर रुका था।
इंडिया टुडे टीवी के मुताबिक, गुरुवार सुबह सूरत से गुवाहाटी के लिए उड़ान भरने वाला एक और बिजनेस जेट हॉकर 800XP भी था, जो शिवसेना के विद्रोहियों की मेजबानी करने वाले होटल में अधिक विधायकों के आगमन की पुष्टि करता है।
किराए पर जेट लेने का खर्च
विमानन उद्योग से जुड़े लोगों के मुताबिक, ऐसे जेट को किराए पर लेने की लागत कई कारकों पर निर्भर करती है। जैसे रूट और मंजिल, यात्रियों की संख्या, ईंधन की कीमतें, मौसम की स्थिति आदि। महाराष्ट्र के विधायकों को ले जाने से संबंधित हालिया गतिविधियों से जुड़े सूत्र के मुताबिक, 8-सीटर हॉकर 800XP – जो गुरुवार सुबह गुवाहाटी में बागी विधायकों के एक छोटे समूह को लेकर पहुचा था- की लागत लगभग 35 लाख रुपये है।
उसी सूत्र ने बताया कि बुधवार सुबह इस्तेमाल किए गए एक बड़े बोइंग 737 मैक्स 8-को किराए पर लेने की अनुमानित लागत लगभग 60 से 65 लाख रुपये थी। चूंकि सूरत और गुवाहाटी में कोई विमान नहीं ठहरा, इसलिए जेट विमानों को कहीं और से लाने की जरूरत पड़ी। इससे कुल लागत बढ़ जाती है।
निजी विमान और हेलीकॉप्टर चार्टर कंपनी Bookmyjet के संस्थापक संतोष के शर्मा के मुताबिक, “यह (किराया) इस बात पर निर्भर करता है कि विमान कहां से आ रहा है। इस मामले में हॉकर हैदराबाद से सूरत और फिर गुवाहाटी के लिए उड़ान भर चुका है।”
मानक दरों के बारे में बताते हुए शर्मा ने कहा कि रूट के अलावा ईंधन की कीमतें, एयरपोर्ट ग्राउंड हैंडलिंग शुल्क, बोर्डिंग, लॉजिंग और चालक दल के स्थानीय परिवहन (रात के ठहराव के मामले में) पर भी ऑपरेटरों द्वारा विचार किया जाता है। शर्मा के अनुसार, सूरत-गुवाहाटी बोइंग 737 चार्टर के लिए आम तौर पर लगभग 40 लाख रुपये, जबकि छोटे कमर्शियल जेट के लिए 17 लाख रुपये देने पड़ते हैं। इतना ही नहीं, इन पर जीएसटी भी लगता है, जो एक तरफ का 18 प्रतिशत होता है। यानी आने-जाने के लिए दोगुना। एक Learjet 45XR का किराया हॉकर 800 XP से लगभग समान या थोड़ा कम है। शिवसेना विधायकों के बड़े समूह को गुवाहाटी ले जाने वाला बोइंग जेट तब से अमृतसर, कुटैसी (जॉर्जिया) और रोम के लिए उड़ान भर चुका है।