गुजरात में रविवार को मूसलाधार बारिश के चलते कई जिलों में बाढ़ जैसी स्थिति बन गई। राज्य आपदा मोचन बल (NDRF) ने मेहसाणा ज़िले के जूनि वाघडी गांव में फंसे सात लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला। वहीं अहमदाबाद ज़िले के बकरोल गांव में रेलवे ओवरब्रिज पर काम कर रहे 30 से अधिक श्रमिकों को स्थानीय फायर डिपार्टमेंट ने बचाया।
213 तालुकों में बारिश, सबसे ज्यादा 84 मिमी
रविवार को राज्य के कुल 251 तालुकों में से 213 में वर्षा दर्ज की गई। छोटा उदयपुर ज़िले के संखेड़ा में दोपहर 2 बजे से शाम 6 बजे के बीच सबसे ज्यादा 84 मिमी बारिश हुई। इसके बाद वडोदरा के डभोई में 70 मिमी वर्षा दर्ज की गई।
केंद्रीय गुजरात, उत्तर गुजरात और सौराष्ट्र के जिलों—छोटा उदयपुर, वडोदरा, बनासकांठा, साबरकांठा, सुरेंद्रनगर, सूरत, मोरबी और राजकोट—में भी भारी बारिश हुई। भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने 30 अगस्त तक कई जिलों में ऑरेंज अलर्ट जारी किया है।
मेहसाणा में NDRF की कार्रवाई
गांधीनगर स्थित राज्य आपातकालीन संचालन केंद्र (SEOC) से मिली जानकारी के अनुसार, मेहसाणा के वडनगर तालुका के जूनि वाघडी गांव में साबरमती नदी का जलस्तर बढ़ने पर सात लोग फंस गए थे। NDRF की टीम ने तुरंत कार्रवाई कर सभी को सुरक्षित बाहर निकाला।
इसी दौरान सुबह 6 बजे से शाम 6 बजे के बीच अलग-अलग जिलों में भारी बारिश दर्ज हुई। बनासकांठा के डांटा में 68 मिमी, साबरकांठा के इदर में 63 मिमी, सुरेंद्रनगर के ध्रांगधरा में 59 मिमी, सूरत के उमरपाड़ा में 59 मिमी, मोरबी के मल्या में 58 मिमी, राजकोट के जामकंदरना में 57 मिमी, टंकारा में 54 मिमी और मोरबी में 50 मिमी वर्षा दर्ज की गई।
मौसम विभाग का पूर्वानुमान
मौसम विभाग ने रविवार शाम को बताया कि उत्तर-पूर्वी मध्यप्रदेश और आसपास के क्षेत्रों में बने निम्न दबाव और उससे जुड़ी चक्रवाती हवाओं के साथ-साथ मानसूनी ट्रफ, जो बिकानेर, जयपुर, ग्वालियर और प्रयागराज से होकर गुजर रही है, के कारण अगले 48 घंटों में ओडिशा-पश्चिम बंगाल तट के पास बंगाल की खाड़ी में एक नया निम्न दबाव क्षेत्र बन सकता है।
सोमवार को बनासकांठा, मेहसाणा, साबरकांठा, अरावली, दाहोद, महिसागर, छोटा उदयपुर, सुरेंद्रनगर और मोरबी जिलों में भारी से बहुत भारी बारिश की संभावना जताई गई है। 26 से 30 अगस्त के बीच बनासकांठा, मेहसाणा, साबरकांठा, भावनगर, वलसाड, कच्छ, देवभूमि द्वारका, दाहोद और महिसागर जिलों में भारी बारिश हो सकती है।
साबरमती रिवरफ्रंट बंद
रविवार को मेहसाणा और साबरकांठा जिलों में तेज़ बारिश से साबरमती नदी का जलस्तर बढ़ गया, जिसके चलते नदी किनारे बसे गांवों को अलर्ट पर रखा गया।
अहमदाबाद जिले के बकरोल गांव में अधूरे रेलवे ओवरब्रिज पर काम कर रहे करीब 30 श्रमिक पानी बढ़ने के कारण फंस गए थे। तीन नावों की मदद से स्थानीय दमकल विभाग ने शाम तक सभी को सुरक्षित बाहर निकाला।
अहमदाबाद शहर में भी स्थिति गंभीर रही। धरौई डैम और वासना बैराज से पानी छोड़े जाने के बाद (वासना बैराज के 24 गेट खोले गए) नदी का जलस्तर और बढ़ गया। एहतियातन रविवार सुबह से ही साबरमती रिवरफ्रंट वॉकवे को अगले आदेश तक बंद कर दिया गया है।
इंदिरा ब्रिज और सुभाष ब्रिज के पास जलस्तर में वृद्धि देखी गई। सुरक्षा के मद्देनज़र पुलिस के साथ मिलकर गश्त तेज़ कर दी गई है और दोनों किनारों पर सुरक्षा बल तैनात किए गए हैं।
अहमदाबाद में 12 घंटे की बारिश
सुबह 6 बजे से दोपहर 2 बजे तक अहमदाबाद के उत्तर-पश्चिमी ज़ोन के ओगनाज में 41.5 मिमी सबसे अधिक बारिश हुई। साइंस सिटी में 37 मिमी, गोटा में 31.5 मिमी, चांदलोडिया में 29.5 मिमी, रानीप में 36 मिमी, चांदखेड़ा और मोटेरा में 33.5 मिमी तथा मेमको, नारोदा, कोटारपुर, सरदारनगर और हंसपुरा में औसतन 23 मिमी बारिश दर्ज की गई।
सुबह 6 बजे से शाम 6 बजे तक अहमदाबाद के उत्तर-पश्चिमी ज़ोन में 30.64 मिमी, नॉर्थ ज़ोन में 22.9 मिमी, वेस्ट ज़ोन में 22.07 मिमी और ईस्ट ज़ोन में 20 मिमी बारिश हुई। शहर में औसतन 18.9 मिमी वर्षा दर्ज की गई।
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