गुरुवार को गुजरात हाईकोर्ट का कामकाज बुरी तरह प्रभावित रहा, क्योंकि गुजरात हाईकोर्ट एडवोकेट्स एसोसिएशन (GHCAA) ने न्यायिक कार्य से दूरी बनाए रखी। वकीलों का यह कदम हाईकोर्ट के मौजूदा जज, जस्टिस संदीप भट्ट के प्रस्तावित तबादले के विरोध में उठाया गया है।
मंगलवार को GHCAA ने एक प्रस्ताव पारित कर कामकाज से अलग रहने का निर्णय लिया था। यह फैसला उस समय लिया गया जब सुप्रीम कोर्ट कोलेजियम द्वारा न्यायाधीशों के संभावित तबादले पर विचार किए जाने की खबर सामने आई।
गुरुवार को अदालत कक्ष लगभग खाली रहे और अधिकांश जजों ने वकीलों की अनुपस्थिति में सुनवाई को अगले दिन तक के लिए स्थगित कर दिया।
GHCAA के उपाध्यक्ष, अधिवक्ता विराट पोपट ने बताया कि गुरुवार दोपहर को एसोसिएशन का एक प्रतिनिधिमंडल दिल्ली में भारत के मुख्य न्यायाधीश भुशन रामकृष्ण गवई (B. R. Gavai) से मुलाकात कर रहा है। इस बैठक के परिणाम के आधार पर शुक्रवार को कामकाज शुरू करने या न करने का नया निर्णय लिया जाएगा।
उन्होंने कहा, “सामान्य निकाय ने मंगलवार को पारित प्रस्ताव को बरकरार रखते हुए काम से दूरी बनाए रखने का निर्णय लिया है। आज दोपहर प्रतिनिधिमंडल सीजेआई से मुलाकात करेगा और उसी के बाद शुक्रवार की कार्यवाही पर अंतिम निर्णय लिया जाएगा।”
गुरुवार को केवल कुछ ही मामलों की सुनवाई ‘पार्टी-इन-पर्सन’ के तौर पर हुई, जबकि ज्यादातर मामलों को वकीलों की गैरहाजिरी के कारण स्थगित कर दिया गया। इसी दौरान आम आदमी पार्टी (AAP) के विधायक चैतार वसावा की जमानत याचिका भी सूचीबद्ध थी। वसावा को 5 जुलाई को उनके क्षेत्र के एक भाजपा नेता द्वारा दर्ज हत्या के प्रयास के मामले में गिरफ्तार किया गया था और वे तब से जेल में हैं। उनकी नियमित जमानत याचिका, जो चार्जशीट दाखिल होने से पहले दायर की गई थी, पहले भी तीन बार टल चुकी है। गुरुवार को भी सुनवाई नहीं हो सकी।
गौरतलब है कि मंगलवार दोपहर GHCAA ने एक विशेष सामान्य निकाय बैठक बुलाई थी, जिसमें सुप्रीम कोर्ट कोलेजियम द्वारा 14 हाईकोर्ट जजों के संभावित तबादले की खबर पर चर्चा की गई। इनमें जस्टिस संदीप भट्ट का नाम भी शामिल था। बैठक के तुरंत बाद वकीलों ने कार्य से दूरी बनाने का फैसला लिया, जिसके चलते मंगलवार को दोपहर बाद की अधिकांश कार्यवाहियाँ स्थगित करनी पड़ीं।
सुप्रीम कोर्ट कोलेजियम ने अभी तक इन प्रस्तावित तबादलों की आधिकारिक घोषणा नहीं की है। मंगलवार को GHCAA ने अपने सदस्यों को संदेश भेजते हुए बताया था कि इस मामले को लेकर एक प्रतिनिधिमंडल गठित किया गया है। इसमें GHCAA के अध्यक्ष बृजेश त्रिवेदी, वरिष्ठ अधिवक्ता मिहिर जोशी, असीम पंड्या और अधिवक्ता हार्दिक ब्रह्मभट्ट तथा दिपेन दवे शामिल हैं। यह प्रतिनिधिमंडल सुप्रीम कोर्ट में जाकर जस्टिस भट्ट के तबादले को रोकने की अपील करेगा।
बुधवार को गणेश चतुर्थी की छुट्टी होने के कारण अदालत का कामकाज बंद रहा।
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