नई दिल्ली। रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड और रिलायंस रिटेल के चेयरमैन एवं मैनेजिंग डायरेक्टर मुकेश अंबानी ने केंद्र सरकार द्वारा घोषित गुड्स एंड सर्विस टैक्स (GST) दरों में दूसरे चरण के सुधारों का स्वागत किया है।
उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बधाई देते हुए कहा कि यह सुधार देशवासियों के लिए ऐतिहासिक “दिवाली गिफ्ट” साबित होगा। अंबानी ने कहा, “जीएसटी दरों का तार्किकीकरण उपभोक्ताओं के लिए वस्तुएं और सेवाएं सस्ती बनाने, कारोबार करने की जटिलताओं को घटाने, महंगाई पर नियंत्रण रखने और खुदरा क्षेत्र में खपत बढ़ाने की दिशा में एक बड़ा कदम है। यह भारत की आर्थिक प्रगति को और तेज गति देगा। इस वित्त वर्ष की पहली तिमाही में जीडीपी वृद्धि दर 7.8% तक पहुंच चुकी है और इन सुधारों से इसे दहाई अंक के करीब ले जाने की क्षमता है।”
ईशा अंबानी ने कहा– घरेलू बजट और उद्योग, दोनों को राहत
रिलायंस रिटेल वेंचर्स लिमिटेड की एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर ईशा अंबानी ने इसे परिवर्तनकारी कदम करार दिया। उन्होंने कहा, “नए जीएसटी ढांचे से न केवल घरेलू बजट को राहत मिलेगी, बल्कि उद्योग जगत के लिए अनुपालन भी आसान होगा। यह उपभोक्ताओं और कारोबारियों दोनों के लिए लाभकारी है। रिलायंस रिटेल वादा करती है कि सुधारों से मिलने वाला पूरा लाभ पहले दिन से ही ग्राहकों तक पहुँचाया जाएगा।”
ईशा अंबानी ने आगे कहा कि यह सुधार सरकार की ईज़ ऑफ डूइंग बिज़नेस को बढ़ावा देने और उपभोक्ता कल्याण को प्राथमिकता देने की स्पष्ट मंशा को दर्शाता है। उन्होंने आगे कहा, “हमारा संकल्प साफ है– जब भी लागत घटेगी, ग्राहक को उसी अनुपात में फायदा मिलेगा।”
खुदरा क्षेत्र में नया मोड़
जीएसटी सुधारों को भारत की खपत यात्रा में अहम पड़ाव माना जा रहा है। लागत कम करने, महंगाई को नियंत्रित रखने, दक्षता सुधारने और बड़े पैमाने पर कारोबार को प्रोत्साहित करने से यह पूरी मूल्य श्रृंखला के सभी साझेदारों – किसानों, एमएसएमई, उत्पादकों, आपूर्तिकर्ताओं, किराना दुकानों और उपभोक्ताओं – के लिए अवसर पैदा करेगा।
रिलायंस रिटेल का कहना है कि वह इस बदलाव में अग्रणी भूमिका निभाते हुए भारत के 1.4 अरब लोगों तक सुधारों का लाभ पहुँचाने और एक अधिक समावेशी, प्रतिस्पर्धी और सुलभ खपत अर्थव्यवस्था बनाने के लिए प्रतिबद्ध है।
उपभोक्ताओं का भरोसा और मजबूत
इस कदम से उपभोक्ता विश्वास को मजबूती मिलेगी। कंपनी का कहना है कि वह करोड़ों परिवारों तक गुणवत्ता, मूल्य और पहुंच को बेहतर बनाने के अपने प्रयास जारी रखेगी।
रिलायंस इंडस्ट्रीज का कारोबार
वर्ष 31 मार्च 2025 को समाप्त वित्तीय वर्ष में रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड ने 10,71,174 करोड़ रुपये (125.3 अरब अमेरिकी डॉलर) का समेकित राजस्व, 1,46,917 करोड़ रुपये (17.2 अरब अमेरिकी डॉलर) का कैश प्रॉफिट और 81,309 करोड़ रुपये (9.5 अरब अमेरिकी डॉलर) का शुद्ध लाभ दर्ज किया।
कंपनी की गतिविधियां हाइड्रोकार्बन खोज और उत्पादन, पेट्रोलियम रिफाइनिंग एवं मार्केटिंग, पेट्रोकेमिकल्स, एडवांस्ड मटेरियल्स और कॉम्पोज़िट्स, सौर व हाइड्रोजन जैसे नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र, रिटेल, डिजिटल सेवाओं और मीडिया-मनोरंजन तक फैली हुई हैं।
वैश्विक रैंकिंग में बढ़ता दबदबा
रिलायंस इस समय फॉर्च्यून की ग्लोबल 500 सूची (2025) में 88वें स्थान पर है और यह भारत की सबसे बड़ी निजी कंपनी है जो इस सूची में शामिल हुई। वहीं फोर्ब्स ग्लोबल 2000 (2024) की सूची में कंपनी 49वें स्थान पर है, जो किसी भी भारतीय कंपनी की सबसे ऊंची रैंकिंग है। इसके अलावा टाइम पत्रिका की 2024 की 100 मोस्ट इंफ्लुएंशल कंपनियों की सूची में रिलायंस का नाम शामिल किया गया, और यह एकमात्र भारतीय कंपनी है जिसे दो बार यह सम्मान मिला है।
रिलायंस रिटेल का विस्तार
रिलायंस रिटेल लिमिटेड, रिलायंस रिटेल वेंचर्स लिमिटेड (RRVL) की सहायक कंपनी है। RRVL अपने सहयोगियों और सहायक कंपनियों के माध्यम से किराना, कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स, फैशन एवं लाइफस्टाइल और फार्मा सहित कई उपभोग श्रेणियों में 19,592 स्टोर और डिजिटल कॉमर्स प्लेटफॉर्म संचालित करती है।
वर्ष 31 मार्च 2025 तक रिलायंस रिटेल ने 3,30,870 करोड़ रुपये का समेकित टर्नओवर और 25,053 करोड़ रुपये का ईबीआईटीडीए दर्ज किया। कंपनी का ग्राहक आधार 35.8 करोड़ से अधिक है।
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