अहमदाबाद: गुजरात की राजनीति और अपराध जगत में चर्चित रहे ‘गॉडमदर’ संतोकबेन जडेजा के परिवार से जुड़ी एक बड़ी खबर सामने आई है। अहमदाबाद सिटी साइबर क्राइम पुलिस ने 7 नवंबर को पूर्व विधायक भूरा मुंजा जडेजा की पत्नी और संतोकबेन की भाभी (देवरानी), हिरलबा जडेजा को गिरफ्तार किया है। हिरलबा पर आरोप है कि उन्होंने मोतीलाल ओसवाल कंपनी का एग्जीक्यूटिव बनकर एक व्यक्ति को शेयर बाजार में मोटे मुनाफे का झांसा दिया और उससे 31.59 लाख रुपये ठग लिए।
हिरलबा के साथ उनके कथित सहयोगी सचिन मेहता को भी गिरफ्तार किया गया है। यह गिरफ्तारी अक्टूबर 2024 में दर्ज एक एफआईआर के सिलसिले में हुई है, जिसमें एक साल बाद पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है।
व्हाट्सएप ग्रुप और ‘आईपीओ’ का जाल
पुलिस के मुताबिक, यह मामला सिर्फ धोखाधड़ी का नहीं, बल्कि फर्जी कंपनियों (शेल कंपनियों) के एक बड़े नेटवर्क का है। 10 नवंबर को जारी पुलिस बयान के अनुसार, जालसाजों ने एक 35 वर्षीय एक्यूप्रेशर थेरेपिस्ट को निशाना बनाया। उन्होंने उसे ‘मोतीलाल ओसवाल इन्वेस्ट क्लब’ नाम के एक व्हाट्सएप ग्रुप में जोड़ा। आरोपियों ने उसे विश्वास दिलाया कि अगर वह शेयर बाजार और विशेष रूप से आईपीओ (IPO) में निवेश करता है, तो उसे भारी रिटर्न मिलेगा। भरोसे में आकर पीड़ित ने 31.59 लाख रुपये ट्रांसफर कर दिए। जब उसे ठगी का अहसास हुआ, तो उसने साइबर हेल्पलाइन ‘1930’ पर संपर्क किया और 26 अक्टूबर, 2024 को अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कराया।
सड़क पर गोला बेचने वाला निकला करोड़पति कंपनी का मालिक
जांच के दौरान पुलिस के सामने चौंकाने वाले तथ्य आए। जिस बैंक खाते में पीड़ित ने पैसे ट्रांसफर किए थे, वह ‘विठ्ठल पल्स कमोडिटीज’ नाम की कंपनी का था। दस्तावेजों के मुताबिक, यह कंपनी कृषि सामानों के आयात-निर्यात का काम करती थी और इसके खाते से 129 करोड़ रुपये से अधिक का लेनदेन हुआ था।
हालांकि, जब पुलिस ने गहराई से जांच की और जूनागढ़ पुलिस से इनपुट साझा किए, तो पता चला कि करोड़ों का कारोबार करने वाली इस कंपनी का मालिक असल में जूनागढ़ की सड़कों पर बर्फ का गोला बेचने वाला एक 34 वर्षीय व्यक्ति है। उसे महज एक मोहरा बनाया गया था। गवाह बने इस गोला विक्रेता ने पुलिस को बताया कि उसे इस फर्जीवाड़े में शामिल करने वाला शख्स सचिन कनकराय मेहता (48) था।
मनी ट्रेल से खुली पोल
जांच अधिकारी पुलिस इंस्पेक्टर पी.एस. मकवाना ने बताया कि ठगी गई रकम (31.59 लाख रुपये) का पीछा करते हुए पुलिस को अहम सुराग मिले। इसमें से 50,000 रुपये आईडीबीआई बैंक के एक खाते में और 3.25 लाख रुपये एक्सिस बैंक के खाते में जमा हुए थे। ये दोनों खाते पोरबंदर निवासी 60 वर्षीय हिरलबा जडेजा और मुंबई निवासी नैतिक मावानी से जुड़े पाए गए। नैतिक मावानी अभी भी फरार है और पुलिस उसकी तलाश कर रही है।
पहले से जेल में बंद हैं हिरलबा
गौरतलब है कि हिरलबा जडेजा के लिए पुलिस कार्रवाई नई नहीं है। वह एक अन्य मामले (अपहरण और जबरन वसूली) के चलते 1 मई, 2025 से ही जेल में बंद थीं। पुलिस ने उन्हें और सचिन मेहता को संबंधित जेलों (जूनागढ़ और पोरबंदर) से हिरासत में लिया। पूछताछ के बाद अब दोनों को वापस न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।
जूनागढ़ पुलिस की जांच से मिली दिशा
इस केस में सफलता तब मिली जब जूनागढ़ पुलिस के स्पेशल ऑपरेशंस ग्रुप (SOG) ने मई 2025 में दर्ज एक अन्य मामले की जांच शुरू की। इसमें आरोपियों ने गरीब लोगों के नाम पर अरहम कमोडिटीज, विठ्ठल पल्स कमोडिटीज और भारत एंटरप्राइज जैसी तीन फर्जी कंपनियां बनाई थीं। इनके जरिए 9 अलग-अलग बैंकों में 22 खाते खोले गए थे। जांच में पता चला कि इन 11 खातों के खिलाफ देश भर के 17 राज्यों में 83 साइबर अपराध की शिकायतें दर्ज हैं।
कौन हैं हिरलबा जडेजा?
हिरलबा, गुजरात के पोरबंदर क्षेत्र के पूर्व विधायक भूरा मुंजा जडेजा की पत्नी हैं। भूरा मुंजा 1995 में रणावाव-कुतियाणा सीट से विधायक चुने गए थे और 2016 में उनका निधन हो गया था। वह महेर समाज के बाहुबली नेता सरमन मुंजा जडेजा के छोटे भाई थे। सरमन की हत्या के बाद उनकी पत्नी संतोकबेन जडेजा ने कमान संभाली थी, जिन्हें दुनिया ‘गॉडमदर’ के नाम से जानती है। संतोकबेन के बेटे कांधल जडेजा अभी कुतियाणा से मौजूदा विधायक हैं।
हिरलबा पर हालिया दर्ज मुकदमे
अक्टूबर 2024 का यह धोखाधड़ी का मामला हिरलबा के खिलाफ हालिया पांचवां मामला है। इससे पहले उन पर कई गंभीर आरोप लग चुके हैं:
- 30 अप्रैल, 2025: पोरबंदर में अपहरण और फिरौती का मामला दर्ज हुआ। आरोप था कि उन्होंने एक परिवार के लोगों का अपहरण कर 70 लाख रुपये की मांग की।
- 15 मई, 2025: मजदूरों के नाम पर बेनामी बैंक खाते रखने और साइबर अपराध की रकम छिपाने का मामला।
- 30 मई, 2025: फर्जी फर्म बनाकर मनी लॉन्ड्रिंग और साइबर ठगी में मदद करने का आरोप।
- 21 जुलाई, 2025: पोरबंदर में एक मछली कारोबारी परिवार को धमकाने और ब्याज के जाल में फंसाने के आरोप में गुजरात मनी लेंडर्स एक्ट के तहत मामला दर्ज।
फिलहाल, पुलिस इस हाई-प्रोफाइल मामले की हर कड़ी को जोड़ने में लगी है ताकि फरार आरोपी नैतिक मावानी को जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जा सके।
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