नवसारी/बिलिमोरा: गुजरात के नवसारी जिले से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जिसने पूरे इलाके को सन्न कर दिया है। यहां एक मां ने ममता का गला घोंटते हुए अपने ही दो सो रहे बच्चों की हत्या कर दी। इस खौफनाक कदम के पीछे महिला ने जो तर्क दिया है, वह और भी चौंकाने वाला है। आरोपी महिला का कहना है कि उसे सपने में एक ‘आवाज’ सुनाई दी थी, जिसने उसे बच्चों को मारने का आदेश दिया।
यह सनसनीखेज वारदात बिलिमोरा के देवसर गांव स्थित महाराजा अपार्टमेंट में घटी।
खौफनाक रात की पूरी कहानी
पुलिस के मुताबिक, घटना रात के करीब 1:30 बजे की है। मूल रूप से उत्तर प्रदेश की रहने वाली आरोपी महिला अपने परिवार के साथ यहां रहती थी। महिला का दावा है कि रात को सोते समय उसे सपने में एक आदेश मिला कि “अपने बच्चों को मार डालो।” नींद से जागते ही उसने अपने पास सो रहे दो बेटों—हर्ष (7 वर्ष) और वेद (4 वर्ष)—का गला घोंट दिया।
मासूमों की जान लेने के बाद महिला का गुस्सा यहीं शांत नहीं हुआ। उसने घर में मौजूद अपने ससुर, इंद्रपाल शर्मा, पर भी हिंसक हमला कर दिया।
ससुर का कान काटा, मुंह में ठूंसा कागज
घटना के चश्मदीद और पीड़ित ससुर इंद्रपाल शर्मा अभी भी दहशत में हैं। स्थानीय मीडिया को अपनी आपबीती सुनाते हुए उन्होंने कहा, “मैं रात 8 बजे अपने बेटे (जो अस्पताल में भर्ती है) और पत्नी को टिफिन देकर लौटा था और बाहरी कमरे में सो रहा था। पता नहीं रात को मेरी बहू को क्या हुआ। उसने मेरे दोनों पोतों को मार डाला और फिर कांच के गिलास से मुझ पर हमला कर दिया। उसने मेरा कान पूरी तरह काट दिया और मेरे कान में कागज ठूंसकर मुझे भी मारने की कोशिश की।”
इंद्रपाल किसी तरह जान बचाकर बाहर भागे और शोर मचाया, जिसके बाद पड़ोसी जमा हो गए। भीड़ को देखते ही महिला ने खुद को घर के अंदर बंद कर लिया।
पुलिस की कार्रवाई और जांच
सूचना मिलते ही रात 2:30 बजे पुलिस का काफिला मौके पर पहुंचा। पुलिस ने दरवाजा तोड़ा तो अंदर का नजारा भयावह था। आरोपी महिला अपने मृत बच्चों के शवों के पास बैठी थी। अधिकारियों ने तुरंत उसे हिरासत में लिया और बच्चों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
मामले की गंभीरता को देखते हुए डीवाईएसपी (DySP) भागीरथ सिंह गोहिल ने विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया, “महिला ने पुलिस को बयान दिया है कि उसे आवाजें सुनाई दी थीं और उसने ‘अपने पूर्वजों की खातिर’ बच्चों की हत्या की। बच्चों को मारने के बाद उसने आत्महत्या करने की भी कोशिश की थी।”
तांत्रिक या मानसिक पहलू?
इस घटना ने पुलिस को कई एंगल्स पर सोचने को मजबूर कर दिया है। डीवाईएसपी गोहिल ने कहा, “हमें पता चला है कि आरोपी महिला नियमित रूप से मंदिर जाती थी। हम इस बात की भी जांच कर रहे हैं कि क्या इस घटना का किसी तांत्रिक क्रिया से कोई संबंध है या फिर इसके पीछे कोई गंभीर मनोवैज्ञानिक कारण है। इसके लिए मनोरोग विशेषज्ञों की मदद ली जाएगी।”
फिलहाल, फोरेंसिक साइंस लैबोरेटरी (FSL) की टीम घटनास्थल की बारीकी से जांच कर रही है।
परिवार पर टूटा दुखों का पहाड़
यह घटना ऐसे समय में हुई जब परिवार पहले से ही संकट में था। महिला का पति टाइफाइड के इलाज के लिए बिलिमोरा के एक अस्पताल में भर्ती है, इसी कारण वारदात के वक्त महिला घर पर बच्चों और ससुर के साथ अकेली थी।
दो मासूम जिंदगियों के इस तरह खत्म हो जाने से पूरा शहर गमगीन है, जबकि पुलिस इस रहस्यमयी और क्रूर घटना की तह तक जाने के लिए अपनी जांच जारी रखे हुए है।
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