खंभालिया/गुजरात: दिल्ली में हुए धमाके के बाद गुजरात में बढ़ाई गई सुरक्षा और सघन चेकिंग अभियान के दौरान एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। देवभूमि द्वारका जिले के खंभालिया कस्बे से पुलिस ने एक 29 वर्षीय सीरियन नागरिक को गिरफ्तार किया है। जांच में खुलासा हुआ है कि यह युवक बिना वैध वीजा के भारत में रह रहा था और इसके पीछे की वजह उसका एक स्थानीय निवासी के साथ प्रेम संबंध था।
डेटिंग ऐप पर हुई थी मुलाकात
पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, सीरियन युवक का खंभालिया के रहने वाले एक 33 वर्षीय व्यक्ति के साथ समलैंगिक (Same-sex) रिश्ता है। बताया जा रहा है कि वीजा की अवधि खत्म होने के बाद भी वह अपने इसी साथी के साथ रहने के लिए पिछले दो वर्षों से अवैध रूप से भारत में रुका हुआ था।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि राजकोट में पढ़ाई के दौरान दोनों की मुलाकात एक डेटिंग ऐप के जरिए हुई थी। धीरे-धीरे यह जान-पहचान एक गहरे रिश्ते में बदल गई। खंभालिया निवासी युवक एक स्कूल चलाता है और उसने सीरियन नागरिक को अपने घर में पनाह दी थी। रिपोर्ट्स के मुताबिक, सीरियन युवक स्कूल के क्लर्क संबंधी कार्यों में भी मदद करता था।
स्वास्थ्य को लेकर बड़ा खुलासा
जांच से जुड़े सूत्रों ने एक और गंभीर जानकारी दी है कि दोनों युवक एचआईवी (HIV) पॉजिटिव हैं। एक पुलिस अधिकारी ने बताया, “हम फिलहाल यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि इनके संपर्क में और कौन-कौन लोग आए थे, ताकि एहतियात बरती जा सके।”
वीजा खत्म, फिर भी नहीं गया वापस
खुफिया जानकारी के आधार पर पुलिस ने कार्रवाई करते हुए सीरियन युवक को पकड़ा, जो मूल रूप से भूमध्यसागरीय तट पर स्थित जबलेह (Jableh) का रहने वाला है। जांचकर्ताओं को उसके पास से तीन सीरियन पासपोर्ट मिले, लेकिन वह कोई वैध भारतीय वीजा पेश नहीं कर सका।
रिकॉर्ड के अनुसार:
- उसका छात्र वीजा (Student Visa) 14 मार्च, 2020 को समाप्त हो गया था।
- इसके बाद ऑनलाइन रिन्यू कराया गया वीजा भी केवल 5 जुलाई, 2023 तक ही वैध था।
देवभूमि द्वारका स्थानीय अपराध शाखा (LCB) के इंस्पेक्टर के.के. गोहिल ने बताया, “युवक 2018 में भारत सरकार की स्कॉलरशिप के तहत राजकोट की एक निजी यूनिवर्सिटी में दाखिला लेकर 2019 में भारत आया था। उसने कंप्यूटर साइंस में ग्रेजुएशन पूरा किया है।”
पुलिस ने बताया कि वीजा खत्म होने के बाद उसने राजस्थान के चित्तौड़गढ़ में मास्टर्स डिग्री के लिए प्रयास किया, लेकिन दस्तावेज अधूरे होने के कारण उसे एडमिशन नहीं मिल पाया। इसके बाद नया वीजा लेने के लिए सीरिया लौटने के बजाय वह खंभालिया आ गया।
सीरिया लौटने से डर और गिरफ्तारी
प्रारंभिक पूछताछ में आरोपी ने बताया कि वह सीरिया वापस नहीं जाना चाहता था क्योंकि वहां समलैंगिक रिश्तों को स्वीकार नहीं किया जाता है। साथ ही, उसे भारत में एक साथी मिल गया था।
चेकिंग के दौरान जब उसने यूएनएचसीआर (UNHCR) का रिफ्यूजी कार्ड दिखाया, तो पुलिस का शक गहरा गया और जांच आगे बढ़ाई गई। पुलिस अधीक्षक जयराजसिंह वाला ने कहा, “वीजा खत्म होने पर उसके पास कोई आसरा नहीं था, तब सोशल मीडिया के जरिए उसकी दोस्ती स्थानीय व्यक्ति से हुई। हम अब उसके अवैध प्रवास की गहराई से जांच करने के लिए बैंक लेनदेन और मोबाइल रिकॉर्ड खंगालेंगे।”
कानूनी कार्रवाई
सीरियन युवक को शनिवार को हिरासत में लिया गया था और खंभालिया पुलिस स्टेशन में इसकी एंट्री की गई। विभिन्न एजेंसियों द्वारा संयुक्त पूछताछ के बाद सोमवार को विदेशी अधिनियम (Foreigners Act) की धारा 14(A) और 14(C) के तहत मामला दर्ज किया गया है। पुलिस ने पनाह देने वाले खंभालिया निवासी को भी इसी अधिनियम के तहत आरोपी बनाया है। मामले में आगे की जांच जारी है।
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