कच्छ: पिछले महीने गुजरात की कच्छ सीमा के पास पकड़े गए पाकिस्तानी प्रेमी युगल को लेकर एक बड़ा और चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। घुसपैठ के वक्त खुद को नाबालिग बताने वाला यह जोड़ा मेडिकल जांच में बालिग (व्यस्क) पाया गया है। उम्र की सच्चाई सामने आने के बाद पुलिस ने उन पर भारत में अवैध रूप से प्रवेश करने के गंभीर आरोप लगाए हैं।
क्या है पूरा मामला?
पुलिस ने पकड़े गए युवक की पहचान टोटो (उर्फ तारा चूड़ी) और युवती की पहचान मीना (उर्फ पूजा चूड़ी) के रूप में की है। ये दोनों पाकिस्तान के थारपारकर जिले की इस्लामकोट तहसील के रहने वाले हैं।
जांच एजेंसियों के मुताबिक, दोनों के परिवारों को इनका रिश्ता मंजूर नहीं था और वे शादी के सख्त खिलाफ थे। इसी विरोध के चलते दोनों ने घर से भागने का फैसला किया। उन्हें लगा कि अगर वे भारत चले जाएंगे, तो यहां वे सुरक्षित रहेंगे और उनके परिवार वाले उन्हें कभी ढूंढ नहीं पाएंगे। इसी योजना के तहत वे सरहद पार कर आए, लेकिन 8 अक्टूबर को उन्हें कच्छ के रतनपर गांव के पास इंटरसेप्ट (पकड़) लिया गया।
रेगिस्तान में 3 दिन की भूख-प्यास और कठिन सफर
कच्छ पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, यह जोड़ा 4 अक्टूबर की आधी रात को अपने गांव से निकला था। उनका यह सफर बेहद जोखिम भरा था। वे रेगिस्तानी इलाके, पहाड़ी रास्तों और बन्नी के घास के मैदानों को पार करते हुए भांजना भैन्शाला चौकी के पास स्थित बॉर्डर पिलर नंबर 1027 तक पहुंचे।
अधिकारियों ने बताया कि पकड़े जाने से पहले यह जोड़ा लगातार तीन दिनों तक पैदल चलता रहा और इस दौरान उन्होंने कुछ भी खाया नहीं था। जांच अधिकारी के अनुसार, पूछताछ में उन्होंने बताया कि उन्होंने इस सफर को एक योजना और ‘एडवेंचर’ की तरह लिया था।
मेडिकल जांच में झूठ बेनकाब
शुरुआती पूछताछ के दौरान, दोनों ने कई सुरक्षा एजेंसियों को बताया कि उनकी उम्र 15 और 16 साल है। उन्होंने दावा किया कि वे शादी रुकवाने के डर से भागे हैं। उनके पास अपनी उम्र या पहचान साबित करने के लिए कोई भी आधिकारिक दस्तावेज मौजूद नहीं था।
सच्चाई जानने के लिए भुज के सरकारी अस्पताल में लगभग एक महीने तक उनकी मेडिकल जांच चली। इस जांच रिपोर्ट ने उनके दावों को खारिज कर दिया। रिपोर्ट में सामने आया कि टोटो की उम्र करीब 21 साल है, जबकि मीना 18 से 20 साल के बीच की है।
अब कानूनी कार्रवाई और ब्रेन मैपिंग की तैयारी
उम्र का सही पता चलने के बाद, खदिर पुलिस (कच्छ पूर्व) ने मंगलवार को उन्हें औपचारिक रूप से गिरफ्तार कर लिया। उन पर इमिग्रेशन एक्ट, फॉरेनर्स एक्ट और पासपोर्ट एक्ट की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। हालांकि, तलाशी के दौरान उनके पास से कोई भी अवैध संदिग्ध वस्तु नहीं मिली।
कच्छ (पूर्व) के पुलिस अधीक्षक (SP) सागर बागमार ने मीडिया को बताया कि अब इस जोड़े की सहमति से उनका ब्रेन मैपिंग और पॉलीग्राफ टेस्ट (झूठ पकड़ने वाला टेस्ट) कराए जाने की संभावना है, ताकि उनके भारत आने के असली मकसद की पूरी तरह पुष्टि की जा सके।
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