नई दिल्ली: सरकार के निरंतर प्रयासों के परिणाम स्वरूप साल 2014 से अब तक कुल 2661 भारतीय मछुआरों को पाकिस्तान से वापस लाया गया है। यह जानकारी विदेश राज्य मंत्री कीर्ति वर्धन सिंह ने राज्यसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में दी। वे सांसद परिमल नथवानी द्वारा पिछले तीन वर्षों के दौरान पाकिस्तान की जेलों से रिहा किए गए गुजरात के मछुआरों के संबंध में पूछे गए सवाल का जवाब दे रहे थे।
गुजरात के मछुआरों की स्थिति
मंत्री ने सदन को बताया कि कैलेंडर वर्ष 2025 में अब तक गुजरात के 18 मछुआरों को पाकिस्तान की जेलों से रिहा किया गया है, जबकि 01 जनवरी 2025 तक गुजरात के अनुमानित 123 मछुआरे वहां की जेलों में बंद थे। आंकड़ों के मुताबिक, कैलेंडर वर्ष 2024 में गुजरात का एक भी मछुआरा पाकिस्तान की जेलों से रिहा नहीं हुआ था, जबकि साल 2023 में 432 मछुआरों की रिहाई हुई थी।
सुरक्षा और कानूनी मदद सरकार की प्राथमिकता
विस्तृत जानकारी देते हुए मंत्री ने कहा कि भारत सरकार भारतीय मछुआरों की सुरक्षा और कल्याण को सर्वोच्च प्राथमिकता देती है। जैसे ही पाकिस्तानी अधिकारियों द्वारा भारतीय मछुआरों को पकड़े जाने की खबर मिलती है, इस्लामाबाद स्थित भारतीय उच्चायोग तुरंत पाकिस्तान सरकार से ‘कांसुलर एक्सेस’ (राजनयिक पहुंच) की मांग करता है।
इस दौरान उच्चायोग के अधिकारी जेलों में बंद भारतीय या भारतीय माने जाने वाले मछुआरों से मिलकर उनकी खैरियत जानते हैं और उन्हें दैनिक उपयोग की वस्तुएं उपलब्ध कराते हैं। मछुआरों और उनकी नावों की जल्द रिहाई के लिए कानूनी सहायता सहित हर संभव मदद दी जाती है। सरकार पाकिस्तान के सामने लगातार यह मुद्दा उठाती है कि इसे मानवीय और आजीविका के आधार पर देखा जाना चाहिए।
मछुआरों की मौजूदा स्थिति और आंकड़े
भारत और पाकिस्तान हर साल 1 जनवरी और 1 जुलाई को एक-दूसरे की जेलों में बंद मछुआरों और नागरिक कैदियों की सूचियों का आदान-प्रदान करते हैं।
- 1 जनवरी 2025 की सूची: पाकिस्तान ने अपनी हिरासत में 217 भारतीय/भारतीय माने जाने वाले मछुआरों के होने की बात स्वीकार की थी।
- मार्च 2025 तक की स्थिति: सूचियों के आदान-प्रदान के बाद से मार्च 2025 तक, अनुमानित तौर पर 01 भारतीय मछुआरे की मृत्यु हो गई और 22 मछुआरों को रिहा करके भारत वापस लाया गया।
- शेष कैदी: वर्तमान में पाकिस्तान में 194 भारतीय/भारतीय माने जाने वाले मछुआरे कैद हैं।
इन 194 मछुआरों में से 123 गुजरात के बताए जा रहे हैं। गुजरात के इन 123 मछुआरों के पकड़े जाने का विवरण इस प्रकार है:
- 2021 में: 33 मछुआरे
- 2022 में: 68 मछुआरे
- 2023 में: 09 मछुआरे
- 2024 में: 13 मछुआरे
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