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सरकारी दफ्तर बना फिल्मी कहानी का सेट: आधार ऑपरेटर ने दो महिलाओं से रचाई शादी, एक फोन कॉल ने खोल दी सारी पोल

| Updated: September 16, 2025 16:23

आधार अपडेट कराने आई महिला को बनाया दूसरी पत्नी, ऐसे शुरू हुई धोखे की कहानी।

अहमदाबाद: कभी-कभी असल जिंदगी की कहानियाँ किसी फिल्मी पटकथा से भी ज़्यादा हैरान करने वाली होती हैं। ऐसी ही एक घटना का केंद्र बना एक सरकारी दफ्तर, जहाँ धोखे और दोहरे विवाह की एक अविश्वसनीय कहानी सामने आई है।

काठलाल मामलातदार कार्यालय में कॉन्ट्रैक्ट पर काम करने वाले एक 35 वर्षीय आधार कार्ड ऑपरेटर पर आरोप है कि उसने झूठ का ऐसा जाल बुना, जिसमें दो मासूम महिलाएँ फंस गईं और उसकी पत्नियाँ बन गईं। सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि लगभग तीन साल तक दोनों में से किसी को भी एक-दूसरे के अस्तित्व के बारे में कोई जानकारी नहीं थी।

इस धोखे के तिकड़म का पर्दाफाश तब हुआ जब दोनों पत्नियों की अनजाने में एक-दूसरे से बात हो गई, एक ऐसी संभावना जिसके बारे में शायद उस व्यक्ति ने कभी सोचा भी नहीं था। इस सच्चाई से हैरान दूसरी पत्नी ने रविवार को पहली पत्नी के पूरे समर्थन के साथ काठलाल पुलिस में शिकायत दर्ज कराई।

कैसे बुना गया धोखे का यह जाल?

नाडियाड में रहने वाली दोनों महिलाओं को एक-दूसरे से पूरी तरह गुप्त रखा गया था। आरोपी ने पहली महिला से 2023 में और दूसरी से 2025 में शादी की थी। इस पूरे धोखे का पर्दाफाश तब हुआ जब एक रैंडम फोन कॉल ने दोनों को एक-दूसरे से जोड़ दिया।

33 वर्षीय दूसरी पत्नी ने अपनी शिकायत में बताया कि वह आरोपी से 2023 में मामलातदार कार्यालय में मिली थी, जब वह अपने आधार विवरण को अपडेट कराने गई थी।

शिकायतकर्ता ने बताया, “मैं अपने पहले पति से अलग हो गई थी और अपने आधार कार्ड पर अपना नाम और पता बदलवाने के लिए इस व्यक्ति की मदद चाहती थी। उसने मेरी बात सहानुभूति से सुनी, प्रक्रिया में मेरी मदद की और सरकारी कागजी कार्रवाई में भी सहायता करना जारी रखा।”

समय के साथ वे करीब आ गए और जल्द ही वह उसके घर आने-जाने लगा। उन्होंने पुलिस को बताया, “हमने 2024 में पारंपरिक रीति-रिवाजों के अनुसार शादी कर ली और साथ रहने लगे।”

एक फोन कॉल और खुल गई सारी पोल

झूठ का यह पर्दा जल्द ही हटने वाला था। इस रक्षाबंधन पर जब दूसरी पत्नी की तबीयत खराब हुई, तो उसने अपने पति को फोन किया, लेकिन संपर्क नहीं हो सका। तभी उसे याद आया कि बहुत समय पहले पति ने उसे एक दूसरे नंबर से फोन किया था। अपने कॉल लॉग से वह नंबर निकालकर जब उसने डायल किया, तो फोन एक महिला ने उठाया और खुद को उसके पति की पत्नी बताया।

शिकायतकर्ता ने अपनी प्राथमिकी में आरोप लगाया, “मुझे लगा कि वह मजाक कर रही है, मैंने उससे सच पूछा, लेकिन वह अपनी बात पर अड़ी रही। उससे और बात करने पर पता चला कि मेरे पति का तरीका दोनों रिश्तों में एक जैसा ही था – वह उसके करीब भी तब आया था जब वह उसके आधार कार्ड में नाम और पता अपडेट करने में मदद कर रहा था।”

जब हुआ सामना और मिला अजीब प्रस्ताव

कहानी में अभी और भी मोड़ आने बाकी थे। जब दोनों गुस्साई पत्नियों ने एक साथ पति का सामना किया, तो उसने एक अजीबोगरीब प्रस्ताव रख दिया। दूसरी पत्नी ने पुलिस को बताया, “उसने कहा कि वह हम दोनों के साथ रहने को तैयार है, लेकिन न तो मैं और न ही वह (पहली पत्नी) इसे कभी स्वीकार करेंगे।” आरोप है कि जब दोनों महिलाओं ने इस प्रस्ताव को ठुकरा दिया, तो उस व्यक्ति और उसके भाई ने दोनों को धमकियाँ देना शुरू कर दिया।

इस मामले में 34 वर्षीय पहली पत्नी को गवाह बनाया गया है। काठलाल पुलिस ने भारतीय न्याय संहिता (BNS) की उन धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है जो जीवनसाथी के जीवित रहते हुए दूसरी शादी करने से संबंधित हैं। पुलिस अब इस मामले की आगे की जाँच कर रही है।

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