अफगानिस्तान के पूर्वी हिस्से में देर रात आए भूकंप ने भारी तबाही मचाई है। तालिबान के गृह मंत्रालय के अनुसार, इस आपदा में कम से कम 622 लोगों की मौत हो गई है, जबकि 400 से अधिक लोग घायल हुए हैं।
नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी (NCS) के मुताबिक, भूकंप की तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 6.0 दर्ज की गई। यह झटका स्थानीय समयानुसार रात 11:47 बजे (भारतीय समयानुसार 12:47 बजे) महसूस किया गया। सबसे ज्यादा प्रभावित इलाकों में राहत और बचाव अभियान तेज़ी से चल रहा है।
भूकंप का केंद्र और असर
भूकंप का केंद्र 34.50 उत्तरी अक्षांश और 70.81 पूर्वी देशांतर पर, जमीन से करीब 160 किलोमीटर की गहराई में था। झटके न केवल अफगानिस्तान में बल्कि पाकिस्तान और उत्तरी भारत तक महसूस किए गए। दिल्ली-एनसीआर समेत कई शहरों में लोगों ने कंपकंपा देने वाले झटकों की पुष्टि की।
मुख्य झटके के बाद लगातार आफ्टरशॉक्स भी आते रहे। इनमें 4.7, 4.3, 5.0 और 5.0 तीव्रता के झटके शामिल हैं, जिन्होंने दहशत और नुकसान को और बढ़ा दिया।
प्रभावित इलाके और जनहानि
अफगान स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, कुनार प्रांत के तीन गांव पूरी तरह मलबे में तब्दील हो गए, जबकि कई अन्य बुरी तरह क्षतिग्रस्त हुए हैं। मंत्रालय के प्रवक्ता शराफत ज़मान ने बताया कि “कुछ ही क्लीनिकों से प्राप्त आंकड़ों के अनुसार 400 से अधिक लोग घायल हैं और दर्जनों की जान जा चुकी है। यह संख्या और बढ़ सकती है।”
कुनार प्रांत के सूचना प्रमुख नजीबुल्लाह हनीफ ने पुष्टि की कि अब तक 250 मौतें और 500 से अधिक लोग घायल हो चुके हैं। हालांकि उन्होंने स्पष्ट किया कि ये शुरुआती आंकड़े हैं। एक गांव से ही 30 मौतों की सूचना मिली है, जबकि सैकड़ों घायलों को नजदीकी अस्पतालों में भर्ती कराया गया है।
यह क्षेत्र बेहद कमजोर बुनियादी ढांचे वाला है। अधिकांश घर मिट्टी और पत्थर से बने होने के कारण भूकंप के झटकों से तुरंत ध्वस्त हो गए।
अंतरराष्ट्रीय मदद का इंतजार
सोमवार सुबह तक किसी भी विदेशी सरकार ने औपचारिक रूप से सहायता की पेशकश नहीं की थी। अफगान विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने बताया, “अब तक किसी भी देश ने राहत और बचाव कार्यों के लिए मदद की पेशकश नहीं की है।”
भूकंप वाला इलाका
अफगानिस्तान भूकंप संभावित क्षेत्रों में गिना जाता है। यहां भारतीय और यूरेशियन टेक्टोनिक प्लेट्स की टक्कर से भूकंपीय गतिविधियां अक्सर होती रहती हैं। हिंदू कुश पर्वतीय क्षेत्र में पहले भी कई घातक भूकंप आ चुके हैं।
7 अक्टूबर 2023 को भी अफगानिस्तान में कई भूकंप आए थे, जिनमें सबसे बड़ा झटका 6.3 तीव्रता का था। इसे हाल के वर्षों की सबसे भीषण प्राकृतिक आपदा माना गया। उस आपदा में एसोसिएटेड प्रेस (AP) के अनुसार कम से कम 4,000 लोगों की मौत हुई थी, जबकि संयुक्त राष्ट्र ने इससे काफी कम यानी लगभग 1,500 मौतों का अनुमान पेश किया था।










