अहमदाबाद: सरदार वल्लभभाई पटेल इंटरनेशनल एयरपोर्ट (SVPIA) के संचालक, अहमदाबाद इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (AIAL) ने एयरपोर्ट के बुनियादी ढांचे के विकास में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है। एयरपोर्ट पर दो नए ‘कोड सी’ पैरेलल टैक्सीवे – रोमियो (R) और रोमियो 1 (R1) की शुरुआत की गई है। इन टैक्सीवे के शुरू होने से एयरपोर्ट की परिचालन दक्षता और सुरक्षा में काफी सुधार होगा।
रनवे क्षमता में भारी इजाफा
इन नए टैक्सीवे के चालू होने से रनवे मूवमेंट क्षमता में 40% की वृद्धि होने की उम्मीद है। वर्तमान में, रनवे की क्षमता 20 एयर ट्रैफिक मूवमेंट (ATMs) प्रति घंटा है। टैक्सीवे R और R1 के जुड़ने से यह क्षमता बढ़कर 28 ATMs प्रति घंटा हो जाएगी।

समय की बचत और सुगम संचालन
1,126 मीटर लंबा पैरेलल टैक्सीवे R सभी ‘कोड सी’ विमानों को समायोजित कर सकता है। अब तक, उड़ान भरने वाले विमानों को रनवे 23 पर लाइन अप करने के लिए लगभग 2-3 मिनट तक रनवे पर पीछे (backtrack) जाना पड़ता था। नए टैक्सीवे के आने से विमान तेजी से रनवे में प्रवेश कर सकेंगे और बाहर निकल सकेंगे, जिससे रनवे ऑक्यूपेंसी का समय काफी कम हो जाएगा।
अहमदाबाद एयरपोर्ट पर संचालित होने वाले ट्रैफिक का 95 प्रतिशत हिस्सा ‘कोड सी’ विमानों (जैसे A320, B737 और बिजनेस जेट) का है, जो अब इन नए पैरेलल टैक्सीवे का उपयोग करेंगे। वहीं, टैक्सीवे R1 सीधे रनवे 05/23 तक पहुंच प्रदान करता है, जिससे पीक आवर्स के दौरान संचालन आसान हो जाएगा।
यात्रियों और एयरलाइंस को होगा फायदा
इस नई व्यवस्था के कई फायदे होंगे:
- बेहतर ऑन-टाइम परफॉर्मेंस (OTP): उड़ानों की समय की पाबंदी में सुधार होगा और यात्रियों को बेहतर अनुभव मिलेगा।
- ईंधन की बचत: जमीन पर और हवा में विमानों के इंतजार के समय (holding delays) में कमी आएगी, जिससे ईंधन की खपत कम होगी और कार्बन उत्सर्जन भी घटेगा।
- सुरक्षा: रनवे पर विमानों के बैकट्रैक खत्म होने से सुरक्षा बढ़ेगी। ये टैक्सीवे आधुनिक लाइटिंग सिस्टम और अपग्रेडेड सुरक्षा संकेतों से लैस हैं।
यह विकास एयरपोर्ट की क्षमता बढ़ाने और इसे भविष्य के लिए तैयार करने की दिशा में एक बड़ा कदम है। गौरतलब है कि अप्रैल से अक्टूबर 2025 की अवधि में 7.8 मिलियन से अधिक यात्रियों ने यात्रा की है, जो साल-दर-साल 7 प्रतिशत की वृद्धि है।
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