अहमदाबाद के सरदार वल्लभभाई पटेल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर वन्यजीव तस्करी ने एक नया रूप ले लिया है। अब सिर्फ सोना या ड्रग्स नहीं, बल्कि दुर्लभ और संकटग्रस्त जीव-जंतुओं की भी तस्करी हो रही है। मंगलवार रात को कस्टम अधिकारियों ने थाईलैंड से आए एक यात्री के बैग से दुर्लभ तोते और छिपकलियां बरामद कीं।
यह आरोपी, बिस्मिल्लाह खान बलोच, मेहसाणा का निवासी है और वह थाई एयरवेज की फ्लाइट TG 343 से अहमदाबाद पहुंचा था। उसकी संदिग्ध गतिविधियों के चलते कस्टम अधिकारियों ने उसका बैग चेक किया। जब जांच की गई, तो चॉकलेट और स्नैक्स के डिब्बों में छिपाकर रखे गए छह ऑस्ट्रेलियन डबल फिग तोते, एक रेड-बिल्ड लियोथ्रिक्स तोता, और दो ईस्टर्न ग्रे गेकॉ बरामद हुए।
दुर्दशा में पाए गए जीव, थाईलैंड वापस भेजे गए
सूत्रों के अनुसार, इन पक्षियों और सरीसृपों को बहुत ही छोटे डिब्बों में छिपाकर रखा गया था ताकि सुरक्षा जांच से बचा जा सके। कस्टम और वन विभाग की टीम ने तत्काल कार्रवाई करते हुए इन्हें कब्जे में लिया। DGCA (नागर विमानन महानिदेशालय) के दिशा-निर्देशों के अनुसार, ऐसे सभी अवैध रूप से लाए गए जानवरों को उसी एयरलाइन से वापस भेजा जाना होता है।
बुधवार रात, सभी तोते और गेकॉ को चिकित्सा परीक्षण के बाद थाईलैंड वापस भेज दिया गया।
भारतीय मौसम में नहीं टिक सकते ये जीव
वन विभाग के विशेषज्ञों ने बताया कि ये पक्षी मुख्य रूप से ऑस्ट्रेलिया के क्वींसलैंड और न्यू साउथ वेल्स क्षेत्रों में पाए जाते हैं और संकटग्रस्त प्रजातियों में शामिल हैं। बरामद गेकॉ भी गंभीर हालत में पाए गए। वन अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि ये जीव भारतीय मौसम में जीवित नहीं रह सकते।
सभी जीवों को वापस भेजने से पहले बड़े पिंजरों में शिफ्ट किया गया, ताकि उनकी यात्रा सुरक्षित हो सके।
भारत में बढ़ रही है दुर्लभ वन्यजीवों की मांग
पूछताछ के दौरान आरोपी बलोच ने खुलासा किया कि भारत में दुर्लभ और विदेशी जानवरों की भारी मांग है। इनकी सबसे ज्यादा सप्लाई मुंबई, अहमदाबाद, सूरत, वडोदरा, और राजकोट जैसे शहरों में होती है।
सूत्रों के मुताबिक, इन पक्षियों और छिपकलियों की जोड़ी ₹10,000 से ₹25,000 तक में बेची जाती है, और तस्करों के लिए यह बेहद लाभदायक धंधा बन चुका है।
कस्टम विभाग ने आरोपी की यात्रा हिस्ट्री की जांच शुरू कर दी है। पहले से ही सोने, ड्रग्स और इलेक्ट्रॉनिक सामान की तस्करी से जूझ रहे अहमदाबाद एयरपोर्ट पर अब वन्यजीव तस्करी की चुनौती भी सामने आ गई है।
गुजरात CID क्राइम ने वन्यजीव तस्करी का गिरोह पकड़ा
इसी बीच, गुजरात CID (क्राइम) ने एक वन्यजीव तस्करी गिरोह का पर्दाफाश करते हुए तीन आरोपियों—मयूर गोहेल, आमिर वोहरा, और रिज़वान हुसैन शेख को खेड़ा जिले से गिरफ्तार किया है।
सूचना के आधार पर पुलिस ने गांधीनगर के नर्मदा कैनाल ओवरब्रिज के पास एक कार को रोका, जिसमें आरोपी कथित रूप से उच्च मूल्य के वन्यजीव अवशेष ले जा रहे थे। मौके पर वन विभाग की टीम बुलाई गई और आरोपियों के खिलाफ वन्यजीव संरक्षण अधिनियम के तहत केस दर्ज किया गया।
यह भी पढ़ें- US-India Trade Tensions: ट्रंप ने भारतीय आयात पर 25% टैरिफ लगाया, ब्रिक्स को बताया ‘एंटी-अमेरिका’ गठबंधन











