अगर आप इस वीकेंड या अगले हफ्ते की शुरुआत में हवाई सफर करने का प्लान बना रहे हैं, तो यह खबर आपके लिए बेहद जरूरी है। भारत समेत दुनियाभर में हवाई यात्रा पर बड़ा असर पड़ने की आशंका है। दरअसल, Airbus A320 सीरीज के विमानों में एक तकनीकी खामी (गड़बड़ी) सामने आई है, जिसके चलते हजारों विमानों को जरूरी सॉफ्टवेयर अपडेट के लिए ग्राउंड किया जा रहा है। इसका सीधा असर आपकी फ्लाइट के शेड्यूल पर पड़ सकता है।
क्या है समस्या और क्यों हो रही है देरी?
शुक्रवार को विमान निर्माता कंपनी Airbus ने खुलासा किया कि तेज सौर विकिरण (Intense Solar Radiation) विमान के फ्लाइट-कंट्रोल सिस्टम के जरूरी डेटा को करप्ट कर सकता है। यह समस्या विशेष रूप से A320 फैमिली के जेट्स में पाई गई है। सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए, इन विमानों में सॉफ्टवेयर अपडेट करना अनिवार्य हो गया है, जिसके कारण फ्लाइट्स में देरी होना तय माना जा रहा है।
विमानन विशेषज्ञों का अनुमान है कि भारत में करीब 400 विमान इस समस्या से प्रभावित हो सकते हैं। इसे Airbus के 55 साल के इतिहास का सबसे बड़ा ‘रिकॉल’ माना जा रहा है।
DGCA का सख्त निर्देश: सुरक्षा से समझौता नहीं
नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) के आंकड़ों के मुताबिक, भारतीय एयरलाइंस द्वारा संचालित 338 A320-फैमिली विमानों को तत्काल सॉफ्टवेयर अपग्रेड की जरूरत है। नियामक ने 29 नवंबर को एक अनिवार्य आदेश (Mandatory Modification) जारी किया है, ताकि विमानों का सुरक्षित संचालन जारी रह सके।
राहत की बात यह है कि आधे से ज्यादा विमानों में यह काम पहले ही पूरा किया जा चुका है। पीटीआई के सूत्रों के मुताबिक, अभी तक किसी भी फ्लाइट के कैंसिल होने की खबर नहीं है, लेकिन अपडेट प्रक्रिया के चलते उड़ानों में 60 से 90 मिनट की देरी देखी जा रही है।

IndiGo और Air India पर कितना असर?
इस तकनीकी दिक्कत का सबसे ज्यादा असर देश की सबसे बड़ी एयरलाइन IndiGo पर पड़ने की उम्मीद है।
- IndiGo: कंपनी के पास 195 A320 विमानों का बेड़ा है। DGCA के निर्देशानुसार, IndiGo के 200 विमानों (सभी A320 वेरिएंट्स मिलाकर) में संशोधन की जरूरत है। एयरलाइन ने शनिवार दोपहर बताया कि उन्होंने प्रभावित 200 में से 160 विमानों (80%) का काम पूरा कर लिया है।
- Air India: एयर इंडिया के 113 विमानों में सुधार की आवश्यकता है। कंपनी ने बताया कि उसने अपने 40% से ज्यादा प्रभावित विमानों का अपडेट पूरा कर लिया है और बाकी काम चौबीसों घंटे चल रहा है।
- Air India Express: इसके 25 विमान प्रभावित बताए जा रहे हैं। कंपनी ने कहा है कि उन्होंने एहतियाती कदम उठाने शुरू कर दिए हैं।
सभी एयरलाइंस ने यात्रियों को भरोसा दिलाया है कि वे तय समय सीमा के भीतर काम पूरा कर लेंगे और फिलहाल किसी भी फ्लाइट कैंसिलेशन की योजना नहीं है। हालांकि, मामूली देरी या री-शेड्यूलिंग हो सकती है।

अक्टूबर की उस घटना ने बढ़ाई चिंता
यह पूरा मामला तब सामने आया जब अक्टूबर में अमेरिका से मैक्सिको जा रही JetBlue की एक A320 फ्लाइट अचानक हवा में नीचे की ओर गिरने लगी (lost altitude)। इस घटना में कम से कम 15 लोग घायल हुए थे और फ्लोरिडा में इमरजेंसी लैंडिंग करनी पड़ी थी।
Airbus की जांच में पता चला कि यही कमजोरी A318, A319, A320 और A321 मॉडल को प्रभावित कर सकती है। इसके बाद यूरोपीय संघ विमानन सुरक्षा एजेंसी (EASA) ने तुरंत प्रभाव से ELAC यूनिट्स को ठीक करने का निर्देश दिया। EASA ने चेतावनी दी है कि अगर इसे ठीक नहीं किया गया, तो विमान के कंट्रोल सिस्टम में गंभीर समस्या आ सकती है।
पूरी दुनिया में मचा हड़कंप
सिर्फ भारत ही नहीं, बल्कि पूरी दुनिया की एयरलाइंस इस समस्या से जूझ रही हैं:
- अमेरिका: अमेरिकन एयरलाइंस के 209 विमान प्रभावित हुए हैं।
- जापान: ANA ने अपने A320 विमानों को ग्राउंड करने के बाद 65 उड़ानें रद्द कर दी हैं।
- अन्य: एविआंका (Avianca) का 70% बेड़ा प्रभावित है, जिसके कारण उन्होंने 8 दिसंबर तक टिकटों की बिक्री बंद कर दी है। वहीं, लुफ्थांसा और एयर फ्रांस ने भी कुछ उड़ानों में देरी की बात कही है।
Airbus ने इस असुविधा के लिए माफी मांगी है और कहा है कि वे सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए ऑपरेटर्स के साथ मिलकर काम कर रहे हैं।
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