मुंबई: मंगलवार को मुंबई में ‘अल्फा कम्युनिकेशंस’ (Alfa Communications) द्वारा अल्फा अवार्ड्स के तीसरे संस्करण का भव्य आयोजन किया गया। इस समारोह का मुख्य उद्देश्य देश भर की उन छिपी हुई प्रतिभाओं को मंच प्रदान करना और सम्मानित करना था, जो अपने-अपने क्षेत्रों में उत्कृष्टता हासिल करने के साथ-साथ समाज को बेहतर बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं।
अल्फा कम्युनिकेशंस का सफर
अल्फा कम्युनिकेशंस की स्थापना डॉ. राजेंद्र गवई ने वर्ष 2002 में मुख्य रूप से चिकित्सा और स्वास्थ्य गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए की थी। बाद में, संस्था ने अपने दायरे का विस्तार किया और वर्ष 2013 से सांस्कृतिक क्षेत्रों में भी सक्रिय रूप से कदम रखा। यह अवार्ड समारोह इसी विरासत को आगे बढ़ाने का एक प्रयास है।
29 दिग्गजों और 142 समाजसेवियों का सम्मान
इस सम्मान समारोह में चिकित्सा, शिक्षा, समाज सेवा, व्यवसाय, पशु कल्याण, वंचितों की सेवा, खेल, साहित्य और दिव्यांग सशक्तिकरण जैसे विविध क्षेत्रों से जुड़े 29 विशिष्ट व्यक्तियों को सम्मानित किया गया। इसके अलावा, विभिन्न क्षेत्रों में अनुकरणीय और जमीनी स्तर पर कार्य कर रहे लगभग 142 अन्य लोगों को भी मंच पर विशेष रूप से सराहा गया।
दिग्गज हस्तियों की उपस्थिति
कार्यक्रम की शोभा बढ़ाने के लिए प्रसिद्ध फिल्म और टीवी अभिनेता सुरेंद्र पाल, ‘द फ्री प्रेस जर्नल’ के अध्यक्ष अभिषेक करनानी और ‘लॉरेंस एंड मेयो’ के समूह निदेशक डॉ. विवेक मेंडोन्सा विशेष रूप से उपस्थित रहे।
अभिषेक करनानी ने इस मिशन को देश के विभिन्न हिस्सों तक ले जाने के लिए डॉ. गवई की सराहना की। अपने संबोधन में उन्होंने कहा, “इन व्यक्तियों का कार्य यह साबित करता है कि बदलाव केवल बड़े संस्थानों से ही नहीं आता, बल्कि उन लोगों से आता है जो समाज की परवाह करते हैं। ये वे लोग हैं जो तब भी अपने कर्तव्य के प्रति प्रतिबद्ध रहते हैं जब कोई उन्हें देख नहीं रहा होता। इनके प्रयास समाज को बेहतर बनाते हैं और याद दिलाते हैं कि दया और सेवा की भावना आज भी देश में जीवित है। हमारे युवाओं को आज ऐसे ही उदाहरणों की आवश्यकता है।”
जूरी की राय: ‘नंबर नहीं, काम मायने रखता है’
जूरी की सदस्य और ‘idobro’ की संस्थापक कैरोन शैवा ने चयन प्रक्रिया की चुनौतियों को साझा किया। उन्होंने कहा, “इस आयोजन का हिस्सा बनने के पीछे प्रेरणा यह थी कि यह बड़े नामों या बड़ी संख्याओं के बारे में नहीं, बल्कि अच्छे लोगों और उनके महान कार्यों के बारे में है। जूरी के लिए चयन करना वास्तव में कठिन था, इसलिए हमने किसी को विजेता या उपविजेता की श्रेणी में नहीं रखा। यह कोई दौड़ नहीं थी कि कौन प्रथम या द्वितीय है, बल्कि यह उन अच्छे लोगों का उत्सव था जो बेहतरीन काम कर रहे हैं।”
आयोजन और सहयोगी
यह कार्यक्रम प्रभादेवी स्थित रवींद्र नाट्य मंदिर में आयोजित किया गया था। इस आयोजन को सफल बनाने में लॉरेंस एंड मेयो, ऑल स्टार इंक, सेंटायर (Centayr), डीवाई पाटिल यूनिवर्सिटी, एंटोड फार्मास्यूटिकल्स और सत्यम कलेक्शन ने प्रायोजक के रूप में सहयोग दिया।
मीडिया पार्टनर के तौर पर ‘द फ्री प्रेस जर्नल’ और ‘नवशक्ति’ ने सहयोग किया, जबकि ‘idobro’ अल्फा अवार्ड्स 2025 के लिए नॉलेज पार्टनर के रूप में शामिल हुआ। पूरे पुरस्कार समारोह का संचालन ‘येलो स्पाइडर इवेंट्स’ द्वारा किया गया।
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