नई दिल्ली: 10 साल के रवि की दुनिया पैकेट वाले चिप्स, व्हाइट ब्रेड, पिज्जा, पास्ता, बर्गर और चीनी से भरे ड्रिंक्स के इर्द-गिर्द घूमती थी। घर के बने खाने की जगह यही उसका मुख्य भोजन था, जिसकी वजह से उसका वजन तेजी से बढ़ रहा था। उसके माता-पिता उसे घर का बना सादा खाना खिलाने की हर कोशिश में नाकाम हो रहे थे, क्योंकि रवि को चटपटे और तले-भुने स्वाद की आदत लग चुकी थी।
जल्द ही इस खराब खान-पान का असर उसकी सेहत पर दिखने लगा। वह हर समय थका हुआ महसूस करता, क्लास में उसका ध्यान लगाना मुश्किल हो गया और उसने स्कूल की फिजिकल ट्रेनिंग क्लास में जाना भी छोड़ दिया। अपने पेट पर बढ़ती चर्बी से वह इतना परेशान हो गया था कि उसकी साँस फूलने लगी थी और वह अक्सर उदास रहने लगा।
लेकिन फिर जो हुआ, वह किसी चमत्कार से कम नहीं था। सिर्फ तीन महीने से भी कम समय में, उसके टिफिन बॉक्स में किए गए एक साधारण से बदलाव ने उसकी पूरी दुनिया बदल दी।
जब हम बच्चों के लिए टिफिन तैयार करते हैं, तो अक्सर सुविधा के लिए पैकेट वाले खाद्य पदार्थों पर निर्भर हो जाते हैं, जिनमें से ज्यादातर बचपन में मोटापे को बढ़ावा देते हैं। रवि के आहार से रिफाइंड कार्बोहाइड्रेट और प्रोसेस्ड फूड्स को हटाकर उनकी जगह पौष्टिक और संतुलित चीजें दी गईं।
धीरे-धीरे, रवि ने न केवल अपना वजन कम किया, बल्कि भोजन के साथ एक स्वस्थ रिश्ता भी बनाया। पढ़ाई में उसकी एकाग्रता बढ़ी और स्कूल में उसके स्कोर भी काफी बेहतर हो गए। एक सोच-समझकर तैयार किया गया टिफिन बच्चे में जीवन भर स्वस्थ भोजन चुनने की आदत डालता है।
रिफाइंड कार्ब्स और प्रोसेस्ड फूड्स से क्यों बचें?
रिफाइंड कार्बोहाइड्रेट (जैसे सफेद ब्रेड, सफेद चावल, पैकेट वाले नूडल्स) और प्रोसेस्ड फूड्स (जैसे पैकेट वाले कुकीज, चिप्स, मीठे ड्रिंक्स) आमतौर पर बच्चों में निम्नलिखित समस्याओं का कारण बनते हैं:
- शरीर की ऊर्जा में अचानक बहुत तेजी से उतार-चढ़ाव।
- आवश्यक पोषक तत्वों की गंभीर कमी।
- बच्चों में मोटापे का खतरा काफी बढ़ जाना।
- ध्यान केंद्रित करने में कठिनाई और स्वभाव में चिड़चिड़ापन।
वहीं, साबुत और प्राकृतिक खाद्य पदार्थ शरीर में ऊर्जा के स्तर को स्थिर रखते हैं, हमारे दिमाग को पोषण देते हैं और पेट भरा हुआ महसूस कराते हैं।
टिफिन के लिए कुछ सेहतमंद और स्वादिष्ट विकल्प
यहाँ कुछ ऐसे पौष्टिक आइडिया दिए गए हैं जो धीरे-धीरे आपके बच्चे को प्रोसेस्ड और रिफाइंड फूड से दूर करने में मदद कर सकते हैं:
1. साबुत अनाज की रोटी के साथ पनीर और सब्जियां
- 1-2 छोटी साबुत अनाज की रोटियां।
- घर पर बने पनीर के टुकड़ों के साथ हल्की तली हुई मौसमी सब्जियां।
- एक मुट्ठी भर मेवे (जैसे बादाम, अखरोट) स्वस्थ फैट के लिए।
- फायदा: साबुत अनाज धीरे-धीरे ऊर्जा देते हैं और पनीर से मिलने वाला प्रोटीन लंबे समय तक ऊर्जा बनाए रखता है।
2. सब्जियों वाला उपमा और अंकुरित मूंग
- सूजी की जगह बाजरा या किसी अन्य मिलेट का बना उपमा, जिसमें गाजर, मटर और बीन्स हों।
- एक छोटी कटोरी में हल्का मसाला डालकर अंकुरित मूंग का सलाद।
- फायदा: मिलेट्स में फाइबर बहुत अधिक होता है और अंकुरित दालें प्रोटीन और सूक्ष्म पोषक तत्वों को बढ़ावा देती हैं।
3. चना और क्विनोआ सलाद
- उबले हुए चने को पके हुए क्विनोआ, खीरा, टमाटर और हल्के जैतून के तेल और नींबू के रस की ड्रेसिंग के साथ मिलाएं।
- फायदा: क्विनोआ एक संपूर्ण प्रोटीन वाला भोजन है और चने में मौजूद फाइबर बच्चे का पेट भरा रखता है और ध्यान केंद्रित करने में मदद करता है।
4. वेजिटेबल और चीज़ सैंडविच (साबुत अनाज की ब्रेड में)
- साबुत अनाज या मिलेट से बनी ब्रेड का उपयोग करें।
- ताजा पनीर (कॉटेज चीज़), खीरा, सलाद पत्ता और टमाटर के स्लाइस।
- आप चाहें तो एक चम्मच घर का बना हम्मस भी लगा सकते हैं।
- फायदा: अच्छा कार्ब्स और प्रोटीन का यह मेल ऊर्जा देता है और भूख को शांत रखता है।
5. घर की बनी इडली और सांभर
- चावल की जगह रागी या साबुत अनाज से बनी इडली।
- कम तेल में बनी सब्जियों से भरपूर सांभर।
- फायदा: इडली पचने में आसान होती है और सांभर फाइबर और प्लांट-बेस्ड प्रोटीन का एक बेहतरीन स्रोत है।
ऊर्जा बनाए रखने के लिए हेल्दी स्नैक्स
टिफिन में मुख्य भोजन के साथ ये छोटे और सेहतमंद स्नैक्स भी रखें ताकि बच्चे की ऊर्जा कम न हो:
- एक छोटी कटोरी में मिले-जुले बीज और मेवे।
- ताजे फल (जैसे सेब के टुकड़े, अनार, बेरीज)।
- भुने हुए चने या मूंग दाल की नमकीन।
- घर पर बना दही, जिस पर अलसी के बीज डाले गए हों।
हेल्दी टिफिन को मजेदार और आसान बनाने के टिप्स
- बच्चों को शामिल करें: टिफिन की योजना बनाने में अपने बच्चे को शामिल करें। जब वे खुद तैयारी में मदद करते हैं, तो वे उसे खाने की अधिक संभावना रखते हैं।
- रंग-बिरंगे कंटेनर: खाने को आकर्षक बनाने के लिए रंग-बिरंगे टिफिन बॉक्स का इस्तेमाल करें।
- हर हफ्ते बदलाव: हर हफ्ते मेन्यू बदलें। एक ही चीज को बार-बार दोहराने से बचें।
- वीकेंड पर तैयारी: सुबह की भागदौड़ से बचने के लिए, अंकुरित सलाद या मिलेट इडली जैसी चीजें वीकेंड पर ही तैयार करके रख लें।
जब किसी बच्चे को हर दिन संतुलित और बिना प्रोसेस्ड फूड वाला भोजन खिलाया जाता है, तो वह धीरे-धीरे जंक फूड को ही अपनी आदत बनाना बंद कर देता है। रवि की सफलता की कहानी साबित करती है कि टिफिन का सही संयोजन वास्तव में एक बच्चे के लिए ‘हैप्पी मील’ बन सकता है।
(गोपनीयता बनाए रखने के लिए नाम बदल दिया गया है। )
यह भी पढ़ें-
हर आंदोलन का खुलेगा ‘कच्चा-चिट्ठा’, अमित शाह का सीक्रेट ‘मास्टरप्लान’ तैयार!











