‘धुरंधर’ और सिनेमाई राष्ट्रवाद का नया दौर – अपमान, बदला और प्रोपेगेंडा की राजनीति
December 22, 2025 16:45साल 1992 की बात है, जब दिवंगत दार्शनिक गिलियन रोज़ उन बुद्धिजीवियों में शामिल थीं, जो पोलैंड के ‘कमीशन फॉर द फ्यूचर ऑफ ऑशविट्स’ को सलाह दे रहे थे। यह वह दौर था जब पोलैंड, होलोकॉस्ट (नरसंहार) स्थल को यहूदी त्रासदी की बजाय पोलिश नुकसान के रूप में ज्यादा देख रहा था। रोज़ को यह […]











