बॉलीवुड और पूरे देश के लिए आज का दिन बेहद गमगीन है। हिंदी सिनेमा के दिग्गज अभिनेता और ‘ही-मैन’ के नाम से मशहूर धर्मेंद्र अब हमारे बीच नहीं रहे। मुंबई में 89 वर्ष की आयु में उन्होंने अंतिम सांस ली। यह खबर और भी दुखद इसलिए है क्योंकि वह अपने 90वें जन्मदिन से महज कुछ ही दिन दूर थे।
6 दशकों तक सिनेमा पर राज करने वाले और 300 से ज्यादा फिल्मों में अपनी अदाकारी का जादू बिखेरने वाले धर्मेंद्र ने एक लंबा सफर तय किया था।
हाल ही में अस्पताल से लौटे थे घर
जानकारी के मुताबिक, दिग्गज अभिनेता पिछले कुछ समय से अस्वस्थ चल रहे थे। 1 नवंबर से उनकी तबीयत नासाज थी, जिसके चलते उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था। हाल ही में खबर आई थी कि उन्हें ब्रीच कैंडी अस्पताल से छुट्टी मिल गई है और वह घर पर स्वास्थ्य लाभ ले रहे हैं।
हालांकि, 24 नवंबर की दोपहर उनके घर से एक एंबुलेंस निकलती देखी गई। इसके कुछ ही देर बाद, जुहू स्थित पवन हंस श्मशान घाट पर कई मशहूर हस्तियों का जमावड़ा शुरू हो गया। अभी तक उनके परिवार की तरफ से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है, लेकिन फिल्म निर्माता करण जौहर ने उनके निधन की दुखद खबर की पुष्टि कर दी है।
करण जौहर का भावुक संदेश
करण जौहर ने अपने सोशल मीडिया हैंडल पर एक बेहद भावुक पोस्ट साझा करते हुए लिखा, “यह एक युग का अंत है… एक विशाल मेगा स्टार… भारतीय सिनेमा के सच्चे नायक। वह स्क्रीन पर जितने करिश्माई थे, असल जिंदगी में उतने ही बेहतरीन इंसान भी थे।”
करण ने आगे लिखा, “इंडस्ट्री में आज एक ऐसा खालीपन आ गया है जिसे कोई नहीं भर सकता। केवल एक ही धरमजी थे और रहेंगे। मेरे दिल से सम्मान और प्यार के साथ बस यही निकल रहा है… अभी ना जाओ छोड़कर… कि दिल अभी भरा नहीं… ओम शांति।”
गौरतलब है कि धर्मेंद्र ने करण जौहर की 2023 में आई फिल्म ‘रॉकी और रानी की प्रेम कहानी’ में शबाना आजमी, आलिया भट्ट और रणवीर सिंह के साथ काम किया था।
सिनेमा में अमिट छाप और ‘वीरू’ का किरदार
धर्मेंद्र का जाना हिंदी सिनेमा में एक कभी न भरने वाला शून्य छोड़ गया है। उनकी ‘गुड लुक्स’, उनका शर्मीला अंदाज और उनका डांस— सब कुछ आइकॉनिक था। 2024 में वह फिल्म ‘तेरी बातों में ऐसा उलझा जिया’ में नजर आए थे।
उन्होंने ‘फूल और पत्थर’ जैसी फिल्मों में रोमांटिक हीरो से लेकर ‘हुकूमत’ और ‘धरम वीर’ जैसी फिल्मों में एक्शन स्टार तक का सफर तय किया। लेकिन, रमेश सिप्पी की 1975 में आई कल्ट फिल्म ‘शोले’ में उनके द्वारा निभाया गया ‘वीरू’ का किरदार अमर हो गया। चाहे वह रोमांस हो या एक्शन, धर्मेंद्र हर रोल में फिट बैठते थे। 2012 में उन्हें भारत के तीसरे सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘पद्म भूषण’ से नवाजा गया था।
पंजाब से मुंबई तक का सफर
8 दिसंबर, 1935 को पंजाब के नसराली में जन्मे धर्मेंद्र (धर्मेंद्र केवल कृष्ण देओल) ने 1960 में फिल्म ‘दिल भी तेरा हम भी तेरे’ से अपने करियर की शुरुआत की थी। 60 के दशक के मध्य तक वह एक बड़े स्टार बन चुके थे। ऋषिकेश मुखर्जी की फिल्म ‘चुपके-चुपके’ में उनकी कॉमेडी ने साबित कर दिया था कि वह हर विधा में माहिर हैं।
आने वाली आखिरी फिल्म और परिवार
धर्मेंद्र अपने पीछे एक भरा-पूरा परिवार छोड़ गए हैं। उनकी पहली पत्नी प्रकाश कौर और दूसरी पत्नी हेमा मालिनी हैं। उनके बच्चों में बॉलीवुड स्टार सनी देओल और बॉबी देओल के अलावा बेटियां विजेता, अजीता, ईशा और आहना देओल शामिल हैं।
फैंस के लिए उनकी एक आखिरी फिल्म अभी रिलीज होनी बाकी है। वह श्रीराम राघवन की फिल्म ‘इक्कीस’ में नजर आएंगे, जिसमें उनके साथ अगस्त्य नंदा और जयदीप अहलावत भी हैं। यह फिल्म 25 दिसंबर, 2025 को रिलीज होने वाली है, जो अब उनकी मरणोपरांत रिलीज (Posthumous Release) होगी।
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