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सोशल मीडिया से शुरू हुई साजिश! गुजरात ATS ने अल-कायदा से जुड़े ‘सक्रिय टेरर मॉड्यूल’ का किया भंडाफोड़ – खुलासे चौंका देंगे

| Updated: July 24, 2025 12:11

गुजरात ATS ने सोशल मीडिया के ज़रिए कट्टरपंथी विचारधारा फैलाने वाले चार युवकों को गिरफ्तार किया, जिन पर AQIS से संबंध रखने और आतंक फैलाने की साजिश रचने का आरोप है।

अहमदाबाद – गुजरात एंटी-टेररिस्ट स्क्वॉड (ATS) ने बुधवार को चार युवकों को गिरफ्तार किया है, जिनमें से दो गुजरात के रहने वाले हैं। ये सभी युवक अल-कायदा इन द इंडियन सबकॉन्टिनेंट (AQIS) से जुड़े बताए जा रहे हैं। एजेंसी के अनुसार, यह एक सक्रिय आतंकी मॉड्यूल था, जो विभिन्न राज्यों में संचालित हो रहा था और सोशल मीडिया के ज़रिए कट्टरपंथी प्रचार कर युवाओं को भड़काने की कोशिश कर रहा था।

ATS अधिकारियों के अनुसार, गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान इस प्रकार हुई है:

  • मोहम्मद फैक मोहम्मद रिज़वान – निवासी फारसखाना, दिल्ली
  • मोहम्मद फरीद मोहम्मद रईस – निवासी फतेहवाड़ी, अहमदाबाद
  • सेफुल्लाह कुरैशी – निवासी भोईवाड़ा, मोडासा
  • ज़ीशान अली आसिफ अली – निवासी छझरासी कॉलोनी, सेक्टर 63, नोएडा

सभी की उम्र 20 से 25 वर्ष के बीच है।

एटीएस ने एक बयान में कहा:

“AQIS से जुड़े एक आतंकी मॉड्यूल का भंडाफोड़ किया गया है। चार व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया है, जो प्रतिबंधित संगठन से जुड़े थे और जिहादी प्रचार से जुड़ी ऑनलाइन गतिविधियों में सक्रिय थे।”

सोशल मीडिया के ज़रिए युवाओं को कट्टरपंथी बनाने की कोशिश

जांच में सामने आया है कि आरोपी इंस्टाग्राम सहित कई सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स और संदिग्ध मोबाइल एप्लिकेशन्स का इस्तेमाल कर रहे थे। इनके माध्यम से वे उकसाने वाले वीडियो, उग्रवादी फतवे और ग़ज़वा-ए-हिंद के नाम पर सशस्त्र विद्रोह की अपीलें फैला रहे थे।

इन सामग्रियों में भारत सरकार, हिंदू समुदाय, और लोकतांत्रिक संस्थाओं को निशाना बनाकर भड़काऊ संदेश फैलाए जा रहे थे।

खलीफात की स्थापना के नाम पर आतंक का एजेंडा

गुजरात ATS की शिकायत के मुताबिक, आरोपियों का मकसद कमजोर और संवेदनशील युवाओं को कट्टरपंथी बनाकर इस्लामी खलीफात की स्थापना करना था। यह एक सुनियोजित डिजिटल अभियान था, जिसके जरिए देश में हिंसा भड़काना, सांप्रदायिक तनाव पैदा करना, और राष्ट्रीय एकता को कमजोर करना मुख्य उद्देश्य था।

प्रारंभिक जांच में ATS ने जिन आपत्तिजनक सामग्रियों को जब्त किया है, उनमें शामिल हैं:

  • जिहादी साहित्य
  • संदिग्ध हैंडलरों के साथ ऑनलाइन संवाद
  • अलगाववादी और राष्ट्रविरोधी विचारधारा से संबंधित डिजिटल सामग्री

सख्त धाराओं में मामला दर्ज

गिरफ्तार आरोपियों पर गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम – UAPA और भारतीय न्याय संहिता (BNS) की कई धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है:

UAPA की धाराएं:

  • धारा 13: गैरकानूनी गतिविधियों के लिए सज़ा
  • धारा 18: आतंकवादी गतिविधि की साजिश
  • धारा 38: प्रतिबंधित आतंकी संगठन से जुड़ाव
  • धारा 39: आतंकी संगठन को समर्थन देना

BNS की धाराएं:

  • धारा 113: आतंकवादी कृत्य
  • धारा 152: भारत की संप्रभुता, एकता और अखंडता को खतरे में डालना
  • धारा 196: धर्म, नस्ल, जन्मस्थान आदि के आधार पर समूहों में वैमनस्य फैलाना
  • धारा 61: आपराधिक साजिश

बड़ी साजिश की जांच जारी

ATS अब आरोपियों के ऑनलाइन नेटवर्क की भी जांच कर रही है, जिसमें कई अज्ञात डिजिटल सहयोगियों के शामिल होने की आशंका जताई जा रही है।

गौरतलब है कि वर्ष 2023 में गुजरात ATS ने चार बांग्लादेशी नागरिकों को भी AQIS से संबंधों के आरोप में गिरफ्तार किया था। एजेंसी को संदेह है कि यह एक देशव्यापी आतंकी नेटवर्क का हिस्सा हो सकता है, जो भारत में आतंकवाद को बढ़ावा देने की साजिश रच रहा है। फिलहाल पूछताछ जारी है।

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