मोडासा/लूनावाड़ा: गुजरात के मोडासा-लूनावाड़ा हाईवे पर मंगलवार की रात एक ऐसी खौफनाक घटना घटी, जिसने इंसानियत को शर्मसार कर दिया। शराब के नशे में धुत्त एक शिक्षक ने न सिर्फ एक मोटरसाइकिल को टक्कर मारी, बल्कि बाइक सवार एक व्यक्ति को अपनी कार के बोनट पर लगभग 750 मीटर तक घसीटता चला गया। इस पूरे वाकये के दौरान पीड़ित की मोटरसाइकिल कार के फ्रंट बंपर में फंसी रही। यह घटना उस गुजरात में हुई है, जहाँ आधिकारिक तौर पर शराबबंदी लागू है।
क्या है पूरा मामला?
जानकारी के मुताबिक, पीड़ित सुनील मच्छर और उनके ससुर दिनेश चारेल, हिम्मतनगर के पास निकोड़ा गांव में अपना काम खत्म करके घर लौट रहे थे। वे दाहोद के फतपुरा तालुका स्थित अपने गांव लाखनपुर जा रहे थे। जब वे बबालिया गांव के पास पहुंचे, तभी पीछे से आ रही एक तेज रफ्तार कार ने उनकी मोटरसाइकिल को ज़ोरदार टक्कर मार दी।
यह टक्कर इतनी भीषण थी कि सुनील मच्छर छिटककर सड़क किनारे जा गिरे, जबकि उनके ससुर दिनेश चारेल उछलकर सीधे कार के बोनट पर आ गिरे। मोटरसाइकिल कार के अगले हिस्से में बुरी तरह फंस गई, लेकिन कार चालक ने रुकने के बजाय गाड़ी दौड़ाना जारी रखा।
दूसरे परिवार ने हिम्मत दिखाकर रोकी कार
डिप्टी सुपरिटेंडेंट ऑफ पुलिस (DySP) कमलेश वसावा ने मीडिया को बताया कि कार करीब 750 मीटर तक इसी हालत में चलती रही। इसी बीच, एक अन्य कार में अपने परिवार के साथ जा रहे लोगों ने यह खौफनाक मंजर देखा। उन्होंने देखा कि एक बाइक सड़क पर घिसट रही है और एक आदमी बोनट से चिपका हुआ है।
उन्होंने तुरंत इस घटना का वीडियो बनाया और हिम्मत दिखाते हुए अपनी कार आगे लगाकर आरोपी की कार का रास्ता रोक दिया और ड्राइवर को रुकने पर मजबूर किया।
इसके बाद फौरन स्थानीय लोग और राहगीर जमा हो गए। दोनों घायल पुरुषों को जल्दी से पास के अस्पताल में भर्ती कराया गया। पुलिस ने कार में सवार दो लोगों को हिरासत में ले लिया है। वाहन की तलाशी लेने पर उसमें से शराब की एक बोतल भी बरामद हुई है।
आरोपी निकला सरकारी स्कूल का टीचर
कार चालक की पहचान मनीष पटेल के रूप में हुई है, जो जारोद गवर्नमेंट प्राइमरी स्कूल में शिक्षक है। वह महिसागर जिले के लूनावाड़ा तालुका के काकचिया गांव का रहने वाला है। डीएसपी वसावा ने बताया कि पटेल और उसका भाई कथित तौर पर मजदूरों को लाने के लिए राजस्थान गए थे।
चश्मदीद ने बताया आंखों देखा हाल
इस घटना के चश्मदीद आकाश नथानी ने मीडिया को बताया कि वह अपने परिवार के साथ राजस्थान के सांवरिया सेठ मंदिर से गोधरा जा रहे थे।
उन्होंने कहा, “हमने देखा कि हमसे आगे चल रहे बाइक सवार अचानक गायब हो गए। फिर दिखा कि एक आदमी सड़क किनारे पड़ा था और दूसरा कार के बोनट पर था, बाइक भी फंसी हुई थी।” न
थानी ने यह भी कहा कि जब उन्होंने ड्राइवर का सामना किया, तो “उसे बिल्कुल भी अंदाजा नहीं था कि उसने क्या किया है, वह उल्टा पूछ रहा था कि आखिर मामला क्या है।”
पुलिस की सख्त कार्रवाई
महिसागर जिले के बाकोर स्टेशन में पुलिस ने आरोपी शिक्षक मनीष पटेल के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (Bharatiya Nyaya Sanhita) की कई गंभीर धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है। इन धाराओं में लापरवाही से गाड़ी चलाना, जीवन को खतरे में डालना, गंभीर चोट पहुंचाना, गैर-इरादतन हत्या का प्रयास और संपत्ति को नुकसान पहुंचाना शामिल है। इसके अतिरिक्त, मोटर वाहन अधिनियम (Motor Vehicles Act) के कई प्रावधानों के तहत भी कार्रवाई की गई है।
अधिकारियों ने परिवहन विभाग को पत्र लिखकर पटेल का ड्राइविंग लाइसेंस रद्द करने की सिफारिश की है। साथ ही, शिक्षा विभाग से भी आरोपी शिक्षक के खिलाफ कड़ी अनुशासनात्मक कार्रवाई करने का आग्रह किया गया है।
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