अमित चावड़ा की अगुवाई में गुजरात कांग्रेस ने सत्तारूढ़ बीजेपी पर बड़े पैमाने पर ‘वोट चोरी’ करने का आरोप लगाया है। कांग्रेस का कहना है कि गुजरात बीजेपी की ‘डर्टी ट्रिक्स लैबोरेट्री’ (गंदे राजनीतिक प्रयोगों की प्रयोगशाला) बन चुका है और यहीं से ‘वोट चोरी’ का पायलट प्रोजेक्ट शुरू हुआ।
राज्य कांग्रेस अध्यक्ष अमित चावड़ा ने Vibes of India से बातचीत में दावा किया कि बीजेपी ने मतदाता सूची में हेरफेर कर हजारों फर्जी और डुप्लीकेट नाम शामिल किए हैं। उनका कहना है कि राहुल गांधी भी पहले ही स्पष्ट कर चुके हैं कि बीजेपी की वोट चोरी की शुरुआत गुजरात से हुई।
नवसारी लोकसभा सीट पर सबसे बड़ा हेरफेर?
चावड़ा ने आरोप लगाया कि कांग्रेस की पड़ताल में यह पैटर्न बार-बार सामने आया है कि “एक व्यक्ति, कई वोट”। उन्होंने कहा कि यह गड़बड़ी सबसे ज्यादा नवसारी लोकसभा क्षेत्र में दिखती है, जिसका प्रतिनिधित्व गुजरात बीजेपी अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री सी.आर. पाटिल करते हैं।
कांग्रेस ने विशेष रूप से चोर्यासी विधानसभा क्षेत्र का अध्ययन किया। यहां कुल 6,09,592 पंजीकृत मतदाता हैं। कांग्रेस का दावा है कि उसने करीब 40 प्रतिशत प्रविष्टियों की जांच की, जिनमें से लगभग 30,000 नाम डुप्लीकेट, फर्जी या संदिग्ध पाए गए।
चावड़ा ने कहा, “अगर एक ही सीट पर इतनी बड़ी धांधली है तो सोचिए पूरे राज्य में लोकतंत्र को किस हद तक कमजोर किया जा रहा है। अब सी.आर. पाटिल की पिछले चुनावों में रिकॉर्ड जीतों पर भी सवाल उठने लगे हैं।”
मतदाता सूची में गड़बड़ी के तरीके
कांग्रेस की आंतरिक जांच के अनुसार—
- कई जगह एक ही मतदाता का नाम अलग-अलग वर्तनी में बार-बार दर्ज किया गया।
- कई व्यक्तियों के पास एक से ज्यादा वोटर आईडी मिले।
- कहीं-कहीं एक ही मतदाता का नाम अलग-अलग भाषाओं में सूचीबद्ध कर छिपाने की कोशिश की गई।
- पते में मामूली बदलाव कर मतदाता सूची को बढ़ाया गया।
चावड़ा ने कहा, “यह केवल रिकॉर्ड की गलती नहीं है, यह लोकतंत्र खत्म करने की साजिश है।”
उन्होंने स्पष्ट किया कि कांग्रेस ऐसे संगठित वोट चोरी का लगातार पर्दाफाश करती रहेगी और चुनाव आयोग से गुजरात की मतदाता सूचियों की गहन जांच की मांग की।
राहुल गांधी की ‘वोटर अधिकार यात्रा’
यह आरोप ऐसे समय में आए हैं जब राहुल गांधी बिहार में चुनावी माहौल के बीच अपनी ‘वोटर अधिकार यात्रा’ निकाल रहे हैं। यह यात्रा 17 अगस्त को बिहार के रोहतास जिले के सासाराम से शुरू हुई थी।
इस यात्रा का मकसद चुनाव आयोग की स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन (SIR) प्रक्रिया का विरोध करना है। इसे इंडिया गठबंधन के सभी सहयोगी दलों का समर्थन मिला है। यात्रा का समापन 1 सितंबर को पटना में होगा।
अब तक यह यात्रा गया, नवादा, शेखपुरा, लखीसराय, मुंगेर, कटिहार, दरभंगा, मधुबनी, सीतामढ़ी, मुजफ्फरपुर, पूर्णिया, पश्चिम चंपारण, गोपालगंज, पूर्वी चंपारण और सीवान जिलों से गुजर चुकी है।
राहुल गांधी ने मोतिहारी की रैली में कहा, “मैं रोज पीएम पर वोट चोरी का आरोप लगा रहा हूं, लेकिन वे चुप क्यों हैं? क्योंकि वे पकड़े जा चुके हैं, अब उनका सच उजागर हो चुका है। बिहार में इस यात्रा को जो जनता का समर्थन मिल रहा है, उससे पीएम हिल गए हैं।”
बीजेपी और चुनाव आयोग की प्रतिक्रिया
हालांकि, बीजेपी और चुनाव आयोग दोनों ने राहुल गांधी के आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया है। चुनाव आयोग के प्रमुख ने कांग्रेस नेता से कहा है कि वे या तो अपने आरोपों के लिए हस्ताक्षरित शपथपत्र प्रस्तुत करें या फिर सार्वजनिक रूप से माफी मांगें, जैसा कि चुनावी नियमों में अपेक्षित है।
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