नई दिल्ली/मुंबई: इंडिगो एयरलाइंस की उड़ानों में जारी भारी व्यवधान शनिवार (6 दिसंबर, 2025) को लगातार पांचवें दिन भी देखने को मिला। कॉकपिट क्रू (पायलटों) के ड्यूटी और आराम से जुड़े नए नियमों को लेकर सरकार द्वारा 10 फरवरी तक छूट दिए जाने के बावजूद, एयरलाइन ने देश के चार प्रमुख हवाई अड्डों से 400 से अधिक उड़ानें रद्द कर दीं।
इस संकट के चलते हवाई अड्डों पर अफरा-तफरी का माहौल है और हजारों यात्रियों को भारी असुविधा का सामना करना पड़ रहा है।
प्रमुख शहरों में उड़ानों पर पड़ा गहरा असर
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, शनिवार को बेंगलुरु, मुंबई, दिल्ली और हैदराबाद जैसे महानगरों में सबसे ज्यादा असर पड़ा।
- बेंगलुरु: यहाँ स्थिति सबसे ज्यादा खराब रही, जहाँ कुल 124 उड़ानें (63 प्रस्थान और 61 आगमन) रद्द की गईं।
- मुंबई: देश की आर्थिक राजधानी में 109 उड़ानें (51 प्रस्थान और 58 आगमन) संचालित नहीं हो सकीं।
- दिल्ली: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में भी यात्रियों को राहत नहीं मिली, यहाँ 106 उड़ानें (54 प्रस्थान और 52 आगमन) रद्द रहीं।
- हैदराबाद: यहाँ इंडिगो की लगभग 66 से 69 उड़ानें रद्द होने की सूचना है।
शुक्रवार को एयरलाइन ने 1,000 से अधिक उड़ानें रद्द की थीं, जिससे पूरे देश में हवाई यात्रा व्यवस्था चरमरा गई थी। इस संकट के तीन दिन बाद इंडिगो के सीईओ पीटर एल्बर्स ने चुप्पी तोड़ी और एक वीडियो संदेश जारी कर यात्रियों से माफी मांगी।
यात्रियों के छलके आंसू, कहीं सामान गायब तो कहीं छूटे मौके
फ्लाइट कैंसिल होने से यात्रियों का सब्र अब जवाब देने लगा है। अहमदाबाद के सरदार वल्लभभाई पटेल इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर लंबी कतारें देखी गईं। यहाँ महर्षि जानी नामक एक यात्री अपनी टीम के साथ एक महत्वपूर्ण अवसर गँवाने के कारण रो पड़े। उन्होंने बताया कि जिस मौके के लिए उन्होंने महीनों मेहनत की थी, वह इस अव्यवस्था की भेंट चढ़ गया।
इंदौर के देवी अहिल्या बाई होल्कर एयरपोर्ट पर भी यात्रियों ने बैगेज (सामान) न मिलने की शिकायत की। एक यात्री ने बताया, “मैं 3 दिसंबर को यहाँ आया था, लेकिन दो दिन बाद भी मेरा सामान नहीं मिला है। एयरलाइन की तरफ से कोई जानकारी नहीं दी जा रही है।”
हवाई किराया 90 हजार के पार
उड़ानों की भारी कमी के कारण हवाई किराये में आग लग गई है। शुक्रवार को स्थिति यह थी कि टिकटों के दाम सामान्य से तीन से चार गुना बढ़ गए।
- 6 दिसंबर के लिए स्पाइसजेट की कोलकाता-मुंबई फ्लाइट (वन-वे) का किराया 90,000 रुपये तक पहुँच गया।
- एयर इंडिया की मुंबई-भुवनेश्वर फ्लाइट का टिकट 84,485 रुपये तक देखा गया।
ट्रैवल इंडस्ट्री के जानकारों का कहना है कि पायलटों की कमी और नए नियमों के दूसरे चरण के लागू होने से बाजार में क्षमता कम हुई है, जिसका सीधा असर जेब पर पड़ रहा है।
रेलवे बना सहारा: चलाई गईं स्पेशल ट्रेनें
हवाई यात्रा में मचे हाहाकार को देखते हुए भारतीय रेलवे यात्रियों की मदद के लिए आगे आया है। मध्य रेलवे (Central Railway) ने यात्रियों की अतिरिक्त भीड़ को संभालने के लिए 6 और 7 दिसंबर को 6 विशेष ट्रेनें चलाने की घोषणा की है। ये ट्रेनें पुणे-बेंगलुरु, पुणे-नई दिल्ली, मुंबई-मडगांव और नागपुर-मुंबई जैसे मार्गों पर चलेंगी। इसके अलावा, रेलवे ने देशभर में 37 ट्रेनों में 116 अतिरिक्त कोच भी जोड़े हैं ताकि फंसे हुए यात्रियों को राहत मिल सके।
राजनीतिक प्रतिक्रिया: इसे बताया ‘सिस्टम की विफलता’
इस संकट पर सियासी बयानबाजी भी तेज हो गई है। कांग्रेस सांसद कार्ति चिदंबरम ने इसे डीजीसीए (DGCA) और एयरलाइन दोनों की विफलता करार दिया। उन्होंने कहा कि नए नियमों का प्रभाव पहले ही आंका जाना चाहिए था। वहीं, पूर्व केंद्रीय मंत्री पी. चिदंबरम ने इसे ‘डिपोली’ (बाजार में केवल दो बड़ी कंपनियों का वर्चस्व) का परिणाम बताया।
तेलंगाना के सांसद मल्लू रवि ने नागरिक उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू को पत्र लिखकर चिंता जताई कि इंडिगो का ऑन-टाइम प्रदर्शन (OTP) गिरकर 19.7% पर आ गया है, जो विमानन क्षेत्र की गंभीर स्थिति को दर्शाता है।
फिलहाल, दिल्ली एयरपोर्ट ने बयान जारी कर कहा है कि परिचालन धीरे-धीरे सामान्य हो रहा है, लेकिन यात्रियों को सलाह दी गई है कि वे घर से निकलने से पहले अपनी फ्लाइट का स्टेटस जरूर चेक कर लें।
यह भी पढ़ें-
PMO के अहम अधिकारी हिरेन जोशी की वापसी: ‘साइलेंटली ड्रॉप’ किए जाने की अटकलों के बीच फिर सक्रिय हुए…









