जोधपुर, राजस्थान। राजस्थान के जोधपुर शहर का एक कैफे इन दिनों सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बना हुआ है, लेकिन इसकी वजह अच्छी नहीं, बल्कि ‘नस्लभेदी’ और चौंकाने वाली है। हाल ही में एक हैरान करने वाला वीडियो ऑनलाइन सामने आया है, जिसमें कुछ दोस्त कैफे के मालिक के साथ फोन पर बातचीत करते हुए दिखाई दे रहे हैं।
आरोप है कि इन दोस्तों, जो आईआईटी जोधपुर के छात्र हैं, को कैफे में प्रवेश देने से सिर्फ इसलिए मना कर दिया गया क्योंकि वे ‘भारतीय’ थे। यह सुनने में अविश्वसनीय लग सकता है, लेकिन वायरल वीडियो में कैफे का मालिक खुद इस बात की पुष्टि करता हुआ सुनाई दे रहा है।
जब छात्रों ने उससे पूछा, तो उसने कथित तौर पर कहा कि ‘यहां सिर्फ विदेशियों को आने की अनुमति है, भारतीयों को नहीं’।
छात्रों ने अविश्वास में बार-बार यही सवाल दोहराया, लेकिन मालिक ने उनकी चिंता को यह कहकर खारिज कर दिया कि यह कैफे का अपना फैसला है और इस पर उसे किसी को स्पष्टीकरण देने की जरूरत नहीं है।
वायरल पोस्ट के अनुसार, यह घटना ‘डिलन कैफे’ (Dylan’s Café) में हुई और मालिक का नाम ‘भाखर खान’ (Bhakhar Khan) बताया जा रहा है। वीडियो के सामने आते ही यह तुरंत वायरल हो गया और लोग कैफे के इस रवैये की जमकर आलोचना कर रहे हैं।
इस मामले पर अब तक कैफे या उसके मालिक की ओर से कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है। हालांकि, इस वीडियो की प्रामाणिकता और इसमें किए गए दावों की स्वतंत्र रूप से पुष्टि नहीं हो सकी है।
सोशल मीडिया पर लोगों का गुस्सा
यह घटना इंस्टाग्राम और रेडिट जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर व्यापक रूप से चर्चा का विषय बन गई है, जहां कई लोग इस कथित भेदभावपूर्ण व्यवहार पर अपना गुस्सा जाहिर कर रहे हैं।
एक यूजर ने टिप्पणी की, “इसमें आईआईटी का जिक्र करने की क्या जरूरत है…. क्या अंदर जाने के लिए एक भारतीय होना काफी नहीं है?”
एक अन्य व्यक्ति ने अनुमान लगाते हुए लिखा, “मुझे लगता है कि वे अंदर बीफ बेच रहे हैं, इसीलिए ऐसा कर रहे हैं। फिर भी, यह गलत है।”
एक तीसरे यूजर ने अपने अनुभव को साझा करते हुए लिखा, “पता नहीं क्यों ऐसी खबरें अचानक सामने आती हैं। मैं एक बार वहां गया हूं। यह सबसे खराब जगहों में से एक है। यह सिर्फ एक पब्लिसिटी स्टंट है।”
एक अन्य यूजर ने लिखा, “यह तो वाकई हास्यास्पद है।”
एक और व्यक्ति ने इस घटना की तुलना ब्रिटिश शासन से करते हुए कहा, “हम फिर से ब्रिटिश राज में पहुंच गए हैं, जहां भारत में ही भारतीयों का प्रवेश वर्जित था। तुम्हें अपने आप पर शर्म आनी चाहिए। तुम भारत में रहते हो और अपने रेस्टोरेंट में भारतीयों को ही आने नहीं देते।”
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