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केशोद एयरपोर्ट का होगा कायाकल्प: रनवे विस्तार के बाद लगेंगी उन्नत नेविगेशनल प्रणालियाँ

| Updated: September 18, 2025 21:16

अब कोहरे में भी नहीं रद्द होंगी फ्लाइट्स! केशोद एयरपोर्ट पर लगेगा ₹364 करोड़ का ILS सिस्टम, जानें पूरी योजना

गुजरात: नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने केशोद हवाई अड्डे पर रनवे को 2,500 मीटर तक विस्तारित करने का काम पूरा हो जाने के बाद, वहाँ उन्नत नेविगेशनल इंफ्रास्ट्रक्चर स्थापित करने की योजना बनाई है।

मास्टर प्लान और कार्य के दायरे के अनुसार, केशोद हवाई अड्डे के लिए इंस्ट्रूमेंट लैंडिंग सिस्टम (ILS), कैट-I एप्रोच लाइटिंग सिस्टम और डीवीओआर (DVOR) लगाने पर विचार किया गया है। यह जानकारी नागरिक उड्डयन मंत्री राममोहन नायडू किंजरापु ने राज्यसभा सदस्य परिमल नथवाणी द्वारा पूछे गए एक सवाल के जवाब में दी।

मंत्री ने यह भी कहा कि मंत्रालय ने केशोद हवाई अड्डे पर रनवे को 2,500 मीटर तक बढ़ाने के लिए ‘कार्य का दायरा’ (Scope of Work) पहले ही जारी कर दिया है और इसका ठेका भी दे दिया गया है। उन्होंने स्पष्ट किया कि ILS की स्थापना के लिए रनवे की लंबाई 1800 मीटर से अधिक होनी चाहिए, जबकि केशोद हवाई अड्डे के मौजूदा रनवे की लंबाई केवल 1300 मीटर है।

गौरतलब है कि राज्यसभा सांसद परिमल नथवाणी ने नागरिक उड्डयन मंत्री को एक पत्र लिखकर केशोद हवाई अड्डे पर उड़ानों के नियमित रूप से रद्द होने के मुद्दे पर उनका ध्यान आकर्षित किया था।

अपने पत्र में, नथवाणी ने मौसम संबंधी समस्याओं, विशेष रूप से सुबह के घने कोहरे और केशोद हवाई अड्डे पर इंस्ट्रूमेंट लैंडिंग सिस्टम (ILS) सहित अपर्याप्त नेविगेशनल बुनियादी ढांचे के कारण उड़ानों के बार-बार रद्द होने का मुद्दा उठाया था।

उन्होंने लिखा कि उड़ानों के लगातार रद्द होने से यात्रियों को भारी असुविधा हो रही है, जिससे क्षेत्रीय हवाई संपर्क को बढ़ावा देने का उद्देश्य विफल हो रहा है।

नथवाणी ने इस बात पर जोर दिया था कि इस हवाई अड्डे को गिर राष्ट्रीय उद्यान – एक प्रमुख पर्यटन स्थल – और भगवान शिव के बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक, सोमनाथ मंदिर तक बेहतर पहुंच के लिए पुनर्जीवित किया गया था, लेकिन बार-बार की बाधाओं ने केशोद हवाई अड्डे के संचालन को प्रभावित किया है।

इससे पहले, राज्यसभा में परिमल नथवाणी द्वारा उठाए गए एक प्रश्न के उत्तर में यह सूचित किया गया था कि रनवे विस्तार परियोजना की अनुमानित लागत ₹190.56 करोड़ है। परियोजना को पूरा करने के लिए 18 महीने की समय-सीमा निर्धारित की गई है और इसके पूरा होने की अनुमानित तारीख जनवरी 2027 है।

यह भी उल्लेखनीय है कि भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (AAI) ने पहले ही केशोद हवाई अड्डे के विकास का कार्य शुरू कर दिया है, जिसकी कुल अनुमानित लागत ₹364 करोड़ है।

इस लागत में ₹142.17 करोड़ की लागत से एक नए टर्मिनल भवन का निर्माण भी शामिल है। यह नया टर्मिनल भवन 6,500 वर्ग मीटर में फैला होगा और इसे एक ही समय में 400 प्रस्थान करने वाले और 400 आगमन करने वाले यात्रियों को संभालने के लिए डिज़ाइन किया गया है।

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