इस सप्ताह की शुरुआत में पाकिस्तान सरकार के दो वीवीआईपी विमान—एक प्रधानमंत्री शहबाज़ शरीफ़ और दूसरा हाल ही में फील्ड मार्शल बनाए गए असीम मुनीर को लेकर—तियानजिन पहुँचे, जहां शंघाई सहयोग संगठन (SCO) का शिखर सम्मेलन आयोजित हो रहा था।
शहबाज़ शरीफ़ का गल्फस्ट्रीम G450 लाहौर से उड़ा, जबकि असीम मुनीर रावलपिंडी के चकला स्थित नूर खान एयरबेस से रवाना हुए। दिलचस्प बात यह रही कि जिस रनवे से मुनीर का विमान उड़ा, उसके ठीक पास ही उस जगह पर पुनर्निर्माण कार्य शुरू हो चुका था जिसे भारत की कार्रवाई “ऑपरेशन सिंदूर” के दौरान भारी नुकसान पहुँचा था।
ऑपरेशन से पहले की सैटेलाइट तस्वीरों में उस स्थान पर “विशेष सैन्य ट्रक” दिखाई दिए थे, जिन्हें भारतीय हमले में नष्ट कर दिया गया। जियो-इंटेलिजेंस रिसर्चर डेमियन सायमोन के अनुसार, ये ट्रक कमांड एंड कंट्रोल (C2) सेंटर के रूप में काम करते थे, जो हवाई और ज़मीनी संसाधनों को संचार प्रणाली के जरिए आपस में जोड़ते थे।
अब अमेरिका स्थित मैक्सर टेक्नोलॉजीज़ से मिली नई तस्वीरों ने यह साफ कर दिया है कि हमले के लगभग चार महीने बाद नूर खान एयरबेस पर बड़े पैमाने पर पुनर्निर्माण हो रहा है। बुधवार को ली गई तस्वीरों में नई दीवारें और ज़मीनी निर्माण कार्य स्पष्ट दिखाई दिए।
यह एयरबेस पाकिस्तान एयरफोर्स की नंबर-12 वीवीआईपी स्क्वाड्रन, जिसे “बुर्राक्स” के नाम से जाना जाता है, का मुख्यालय है। यह यूनिट देश के राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, सेनाध्यक्षों और कैबिनेट मंत्रियों जैसे शीर्ष नेतृत्व को ले जाने की ज़िम्मेदारी निभाती है।
डेमियन सायमोन का कहना है कि मई 2025 में भारत के हमले ने एयरबेस के भीतर विशेष सैन्य ट्रकों को निशाना बनाया था। इस दौरान पास की कई इमारतों को भी नुकसान हुआ, जिन्हें बाद में संरचनात्मक कमजोरी और आंतरिक क्षति के कारण ढहा दिया गया।
उन्होंने आगे कहा कि नई दीवारों का लेआउट उन इमारतों से मेल खाता है जिन्हें ढहाया गया था। यह पाकिस्तान के उस इरादे को भी दर्शाता है कि वह इस बेस की परिचालन क्षमता को पूरी तरह बहाल करना चाहता है, क्योंकि यह एयरफील्ड की गतिविधियों के लिए अहम है।
ताज़ा तस्वीरों में एक वीवीआईपी विमान, जो बॉम्बार्डियर ग्लोबल 6000 जैसा दिखता है, और एक सैन्य परिवहन विमान को भी पुनर्निर्माण स्थल के पास खड़ा देखा गया। बताया जा रहा है कि हाल के विदेश दौरों में असीम मुनीर ने पाकिस्तान एयरफोर्स का ग्लोबल 6000 इस्तेमाल किया था।
उस दौरान उनका नियमित गल्फस्ट्रीम विमान ब्रिटेन के फ़ार्नबोरो सेंटर में तीन महीने तक मेंटेनेंस पर था। अब वह विमान वापिस आ चुका है, जबकि दूसरा गल्फस्ट्रीम (J755) भी नूर खान एयरबेस पर मौजूद होने की संभावना है।
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज़ शरीफ़ पहले ही इस हमले की पुष्टि कर चुके हैं। उन्होंने बताया था कि उन्हें सेना प्रमुख जनरल सैयद असीम मुनीर ने रात 2:30 बजे सुरक्षित फोन पर कॉल कर इसकी जानकारी दी थी।
शरीफ़ ने कहा था—“मुझे आर्मी चीफ़ का फोन आया और उन्होंने बताया कि भारत ने बैलिस्टिक मिसाइल दागी हैं, जिनमें से एक नूर खान एयरपोर्ट पर गिरी है।”
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