पटियाला: पंजाब पुलिस के पूर्व आईजी (IG) अमर सिंह चहल द्वारा कथित तौर पर खुदकुशी की कोशिश करने का एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। 66 वर्षीय चहल ने सोमवार को पटियाला स्थित अपने आवास पर खुद को गोली मार ली, जिसके बाद उन्हें अत्यंत गंभीर स्थिति में अस्पताल में भर्ती कराया गया है। फिलहाल वे वहां जिंदगी और मौत के बीच जंग लड़ रहे हैं।
गनमैन की रिवॉल्वर से खुद को मारी गोली
पुलिस विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार, 1990 बैच के आईपीएस अधिकारी रहे अमर सिंह चहल ने अपने गनमैन की लाइसेंसी रिवॉल्वर का इस्तेमाल कर अपनी छाती में गोली मारी। घटना सोमवार दोपहर करीब 1:45 बजे की है। पटियाला के एसपी पलविंदर सिंह चीमा ने बताया कि चहल के एक मित्र को उनसे एक संदेश प्राप्त हुआ था, जिससे अनहोनी की आशंका हुई। मित्र ने तुरंत पुलिस को अलर्ट किया, जिसके बाद पुलिस टीम मौके पर पहुंची और उन्हें लहूलुहान हालत में अस्पताल पहुँचाया।
8.1 करोड़ रुपये की हाई-टेक धोखाधड़ी का शिकार
घटनास्थल से पुलिस को 12 पन्नों का एक विस्तृत सुसाइड नोट मिला है, जिसमें चहल ने अपनी इस स्थिति के पीछे की दर्दनाक कहानी बयां की है। नोट के अनुसार, वे एक बेहद परिष्कृत (sophisticated) ऑनलाइन इन्वेस्टमेंट फ्रॉड का शिकार हुए थे, जिसमें उनसे 8.1 करोड़ रुपये की भारी-भरकम राशि ठग ली गई थी।
यह धोखाधड़ी व्हाट्सएप और टेलीग्राम पर “F-777 DBS Wealth Equity Research Group” नामक नाम से संचालित की जा रही थी। ठगों ने प्रतिष्ठित वित्तीय संस्थानों के साथ फर्जी संबंध और नियामक मंजूरियों का दावा कर पूर्व आईजी को अपने जाल में फंसाया था। हैरानी की बात यह है कि इस बड़े फ्रॉड के बावजूद चहल ने पहले पुलिस में इसकी कोई आधिकारिक शिकायत दर्ज नहीं कराई थी।
परिवार के लिए मांगी सुरक्षा
अपने सुसाइड नोट में पूर्व आईजी ने मार्मिक अपील करते हुए अपने परिवार के लिए सुरक्षा और मदद की मांग की है। उन्होंने यह भी अनुरोध किया है कि उनके कर्जदाता उनके परिवार पर किसी भी तरह का दबाव न डालें। पटियाला के एसएसपी वरुण शर्मा ने पुष्टि की है कि पूर्व अधिकारी की हालत अभी भी चिंताजनक बनी हुई है और डॉक्टर लगातार उनकी निगरानी कर रहे हैं।
आईपीएस अधिकारियों से जुड़ी दूसरी बड़ी घटना
पिछले कुछ महीनों में इस क्षेत्र के आईपीएस अधिकारियों से जुड़ी यह दूसरी ऐसी घटना है। इससे पहले अक्टूबर में हरियाणा के एडीजी (ADG) वाई. पूर्ण कुमार ने भी चंडीगढ़ स्थित अपने घर पर अपने गनमैन की पिस्टल से खुद को गोली मारकर जान दे दी थी।
वर्तमान में, पुलिस की जांच टीम अमर सिंह चहल द्वारा सुसाइड नोट में दिए गए डिजिटल सबूतों और बैंक लेनदेन के विवरणों की बारीकी से जांच कर रही है ताकि इस बड़े साइबर धोखाधड़ी गिरोह का पर्दाफाश किया जा सके।
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