गांधीनगर/नई दिल्ली: संसद में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने गुजरात में कांग्रेस की ‘जन आक्रोश यात्रा’ के दौरान राज्य की कानून व्यवस्था और नशाखोरी को लेकर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि गुजरात, जिसे ‘ड्राई स्टेट’ (शराबबंदी वाला राज्य) माना जाता है, वहां नशा, अवैध शराब और अपराध का बोलबाला है। राहुल गांधी का आरोप है कि सरकार अपराधियों को संरक्षण दे रही है और बाढ़ से प्रभावित किसानों की सुध लेने वाला कोई नहीं है।
गांधी और सरदार की भूमि पर युवाओं का भविष्य खतरे में
राहुल गांधी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ (X) पर अपनी बात रखते हुए कहा कि कांग्रेस की यात्रा के दौरान उन्हें जमीनी स्तर पर चौंकाने वाली जानकारियां मिली हैं। उन्होंने कहा, “गुजरात में चल रही कांग्रेस की जन आक्रोश यात्राओं के दौरान लोगों ने, खासकर महिलाओं ने, बार-बार कहा है कि राज्य में बढ़ते नशे, अवैध शराब और अपराध ने उनके जीवन में असुरक्षा को गहरा दिया है।”
भावुक अपील करते हुए उन्होंने आगे कहा, “गुजरात महात्मा गांधी और सरदार पटेल की पावन भूमि है, जहां हमेशा से सत्य, नैतिकता और न्याय की परंपरा रही है। लेकिन पिछले कुछ वर्षों में राज्य के युवाओं का भविष्य नशे और अपराध की अंधेरी दुनिया की ओर धकेला जा रहा है।”
अपराधियों को किसका संरक्षण?
बीजेपी सरकार पर सीधा हमला बोलते हुए राहुल गांधी ने सवाल उठाया कि आखिर गुजरात के ‘गद्दारों’ को कौन बचा रहा है? उन्होंने कहा कि महिलाएं बड़ी संख्या में विरोध कर रही हैं क्योंकि उन्हें सुरक्षा का अभाव महसूस हो रहा है। कांग्रेस नेता ने तीखे सवाल दागे: “गुजरात पूछ रहा है—बीजेपी सरकार चुप क्यों है? बीजेपी का कौन सा मंत्री इन सब कारनामों को संरक्षण दे रहा है?”
बाढ़ पीड़ित किसानों और ‘डबल इंजन’ सरकार पर तंज
किसानों के मुद्दों पर बात करते हुए राहुल गांधी ने बीजेपी के ‘डबल स्टैंडर्ड’ (दोहरे रवैये) की आलोचना की। उन्होंने हाल ही में आई विनाशकारी बाढ़ का जिक्र करते हुए कहा कि इसने हजारों गुजराती परिवारों को बर्बाद कर दिया है और किसानों की फसलें नष्ट हो गई हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मुख्यमंत्री काल की याद दिलाते हुए उन्होंने लिखा, “जब मोदी जी गुजरात के मुख्यमंत्री थे, तब राहत पैकेजों की बातें कभी नहीं रुकती थीं। आज गुजरात डूब रहा है, वहां डबल इंजन की सरकार है और वे खुद प्रधानमंत्री हैं, फिर भी न तो पर्याप्त राहत दिखाई दे रही है और न ही कोई सहानुभूति।”
क्या है कांग्रेस की ‘जन आक्रोश यात्रा’?
गुजरात प्रदेश कांग्रेस समिति (GPCC) ने राज्य में किसानों, छात्रों, युवाओं, महिलाओं, छोटे व्यापारियों और वंचित समूहों की समस्याओं को उजागर करने के लिए 21 नवंबर से इस राज्यव्यापी ‘जन आक्रोश यात्रा’ की शुरुआत की है।
1,100 किलोमीटर का सफर और यात्रा का रूट
उत्तर गुजरात के ढीमा से शुरू हुई यह यात्रा अपने पहले चरण में काफी व्यापक है। यह चरण 3 दिसंबर को मेहसाणा जिले के बेचराजी मंदिर में संपन्न होगा। इस दौरान यात्रा कुल 1,100 किलोमीटर की दूरी तय करेगी और 7 जिलों, 40 तालुकों तथा 12 शहरों से होकर गुजरेगी।
यात्रा के पहले चरण के रूट में निम्नलिखित प्रमुख स्थान शामिल हैं: धरणीधर, थराद, लाखणी, धानेरा, डीसा, दांतीवाड़ा, पालनपुर, अमीरगढ़, वडगाम, अंबाजी, खेरोज, खेड़ब्रह्मा, वडाली, ईडर, हिम्मतनगर, प्रांतिज, राजेंद्रचौकड़ी, शामलाजी, मेघराज, साठंबा, मालपुर, बायड, धनसुरा, देहगाम, चिलोडा, गांधीनगर, माणसा, बीजापुर, मेहसाणा, विसनगर, ऊंझा, खेरालू, सिद्धपुर, सरस्वती, पाटन, हारिज, राधनपुर, शंखेश्वर और बेचराजी।
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