जूनागढ़, गुजरात: कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने शुक्रवार को अपने ‘वोट चोरी’ के आरोप को और मजबूती से दोहराते हुए सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) पर चुनावी धोखाधड़ी का गंभीर आरोप लगाया। उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं में जोश भरते हुए कहा कि वे नागरिकों के समर्थन से ‘वोट चोरों’ को सिंहासन खाली करने पर मजबूर कर सकते हैं।
महाभारत के महाकाव्य का जिक्र करते हुए, उन्होंने बीजेपी और आरएसएस के नेताओं की तुलना अधर्म और छल के प्रतीक ‘कौरवों’ से की। वहीं, उन्होंने कांग्रेस के कार्यकर्ताओं को धर्मपरायण ‘पांडव’ बताया, जो संख्या में कम होने के बावजूद अंततः विजयी हुए थे।
राहुल गांधी ये बातें गुजरात के जूनागढ़ शहर में पार्टी के ‘संगठन सृजन अभियान’ के तहत आयोजित एक कार्यक्रम में जिला और शहर इकाई के अध्यक्षों को संबोधित करते हुए कह रहे थे। बीजेपी शासित राज्य में कांग्रेस अपने संगठन को मजबूत करने के लिए यह अभियान चला रही है।
उनके संबोधन के बाद, कार्यक्रम में मौजूद कांग्रेस सेवादल के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालजी देसाई ने मीडिया को राहुल गांधी के भाषण की जानकारी दी। देसाई ने बताया, “राहुल जी ने हमसे कहा कि बीजेपी और आरएसएस के नेता महाभारत के कौरवों की तरह हैं, जबकि कांग्रेस कार्यकर्ता पांडवों की भूमिका में हैं। सब जानते हैं कि बीजेपी पहले लोगों को बांटकर सत्ता में आती है और फिर सारे संसाधन लूट लेती है। राहुल जी ने कहा कि कांग्रेस कार्यकर्ताओं को ऐसी विचारधारा के खिलाफ लड़ना होगा।”
लोकसभा में विपक्ष के नेता ने सभा में उपस्थित लोगों से कहा कि उनकी पार्टी देश के आम नागरिकों की ओर से यह राजनीतिक लड़ाई लड़ रही है। देसाई ने आगे बताया, “उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं से कहा कि वे मुख्य मुद्दों से न भटकें। हम वास्तव में जनता की लड़ाई लड़ रहे हैं। राहुल जी ने हमें विश्वास दिलाया कि एक दिन जनता के सहयोग से कांग्रेस कार्यकर्ता इन ‘वोट चोरों’ को सत्ता छोड़ने पर मजबूर कर सकते हैं।”
गौरतलब है कि राहुल गांधी 2024 के लोकसभा चुनावों के दौरान बड़े पैमाने पर मतदाता हेरफेर का आरोप लगाते रहे हैं और उनका दावा है कि बीजेपी ने भारत निर्वाचन आयोग (ECI) की मिलीभगत से अनियमितताएं की हैं। हालांकि, चुनाव आयोग और बीजेपी दोनों ने ही इन आरोपों को सिरे से खारिज किया है।
इससे पहले, दोपहर में जूनागढ़ जिले के केशोद हवाई अड्डे पर पहुंचने पर पत्रकारों से बातचीत में भी उन्होंने ‘वोट चोर’ का नारा हर जगह उठाए जाने का दावा किया।
एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि मणिपुर लंबे समय से संकट में है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का अब उस हिंसाग्रस्त राज्य का दौरा करना ‘कोई बड़ी बात नहीं’ है। उन्होंने जोर देकर कहा कि इस समय देश के सामने सबसे बड़ा मुद्दा ‘वोट चोरी’ का है।
राहुल गांधी ने जोर देकर कहा, “मणिपुर लंबे समय से मुसीबत में है और प्रधानमंत्री ने अब वहां जाने का फैसला किया है। तो यह कोई बड़ी बात नहीं है। आज भारत में मुख्य मुद्दा ‘वोट चोरी’ है।”
आपको बता दें कि प्रधानमंत्री मोदी 13 सितंबर को मणिपुर का दौरा करेंगे और चुराचांदपुर तथा राज्य की राजधानी इंफाल में आंतरिक रूप से विस्थापित लोगों से बातचीत करेंगे। दो साल पहले राज्य में जातीय हिंसा भड़कने के बाद यह प्रधानमंत्री का मणिपुर का पहला दौरा होगा।
रायबरेली से लोकसभा सांसद ने कहा, “उन्होंने हरियाणा और महाराष्ट्र के चुनाव चुराए। हमने हाल ही में कर्नाटक में यह साबित भी किया। इसलिए, मुख्य मुद्दा वोट की चोरी है। हर जगह लोग ‘वोट चोर’ का नारा लगा रहे हैं।”
कांग्रेस द्वारा गुजरात में ‘संगठन सृजन अभियान’ के तहत स्थानीय पार्टी नेताओं के लिए 10 सितंबर से 19 सितंबर तक जूनागढ़ में एक प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया जा रहा है, जिसका उद्घाटन बुधवार को कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने किया था।
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