चंडीगढ़: कांग्रेस नेता राहुल गांधी को पंजाब पुलिस ने गुरदासपुर जिले में रावी नदी के पार एक बाढ़ प्रभावित गांव में जाने से रोक दिया, जिसके बाद एक नया राजनीतिक विवाद खड़ा हो गया है। कांग्रेस पार्टी ने दावा किया है कि यह कार्रवाई जानबूझकर की गई।
राहुल गांधी पंजाब के अमृतसर और गुरदासपुर जिलों में बाढ़ से प्रभावित लोगों से मिलने के लिए दौरे पर थे। उन्होंने अमृतसर के घोनेवाल गांव और गुरदासपुर के गुरचक गांव का दौरा कर पीड़ितों का हाल जाना।
हालांकि, जब राहुल गांधी गुरदासपुर में रावी नदी के पार स्थित सीमावर्ती गांव ‘तूर’ जाने की कोशिश कर रहे थे, तो स्थानीय पुलिस ने उन्हें रोक दिया। पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग के अनुसार, पुलिस ने इसके पीछे सुरक्षा कारणों का हवाला दिया।
इस घटना का एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर काफी चर्चा में है, जिसमें राहुल गांधी वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों से यह सवाल करते दिख रहे हैं कि उन्हें रावी नदी के पार क्यों नहीं जाने दिया जा रहा है।
वीडियो में राहुल गांधी एक पुलिस अधिकारी से पूछते हैं, “आप कह रहे हैं कि आप मुझे भारतीय क्षेत्र में सुरक्षित नहीं रख सकते। आप यही कह रहे हैं।” इस पर अधिकारी ने जवाब दिया, “हम आपकी सुरक्षा के लिए हमेशा तैयार हैं।”
राहुल ने तुरंत पलटवार करते हुए (नदी पार गांव की ओर इशारा करते हुए) कहा, “लेकिन आप कह रहे हैं कि वह भारत है और आप भारत में मेरी रक्षा नहीं कर सकते। क्या यह भारत नहीं है?” इस दौरान उनके साथ प्रदेश अध्यक्ष राजा वड़िंग और सांसद सुखजिंदर रंधावा भी मौजूद थे।
राहुल ने आगे कहा, “आप यह कहना चाहते हैं कि नेता प्रतिपक्ष वहां नहीं जा सकते क्योंकि पंजाब पुलिस सुरक्षा देने में असमर्थ है।”
बाद में, कांग्रेस नेता और पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने भी पंजाब सरकार पर राहुल गांधी को प्रभावित परिवारों से मिलने से रोकने का आरोप लगाया।
उन्होंने पत्रकारों से कहा, “हमारे अपने लोग वहां रहते हैं। वह (राहुल) उनका हालचाल जानना चाहते थे। हम पिछले तीन दिनों से वहां एक मेडिकल कैंप भी चला रहे हैं। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि उन्हें लोगों से मिलने नहीं दिया गया।”
पंजाब कांग्रेस प्रमुख राजा वड़िंग ने कहा कि राहुल गांधी रावी के पार रहने वाले लोगों की समस्याओं को जानने के लिए उनसे मिलना चाहते थे।
उन्होंने सवाल किया, “सुरक्षाकर्मी कह रहे हैं कि आप नहीं जा सकते, खतरा है। अगर राहुल गांधी को भारत में पाकिस्तान से खतरा है और अगर हम भारत में ही सुरक्षित नहीं हैं, तो हम कहां सुरक्षित हैं?”
वरिष्ठ कांग्रेस नेता प्रताप सिंह बाजवा ने इस घटना को लेकर आम आदमी पार्टी (आप) सरकार पर तीखा हमला बोला। इसे “शर्मनाक और असंवेदनशील” करार देते हुए बाजवा ने कहा कि सरकार राहुल गांधी को सबसे बुरी तरह प्रभावित क्षेत्रों में पहुंचने से रोकने के लिए “सुरक्षा का खोखला बहाना” इस्तेमाल कर रही है।
बाजवा ने आरोप लगाया, “यह सुरक्षा का मुद्दा नहीं था, बल्कि यह जवाबदेही से बचने का एक राजनीतिक फैसला था।” उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि ‘आप’ और ‘भाजपा’ दोनों के नेता बाढ़ से बुरी तरह प्रभावित सीमावर्ती गांवों में कदम रखने में भी विफल रहे हैं। उन्होंने जोर देकर कहा कि इस घटना के पीछे ‘आप’ और ‘भाजपा’ की मिलीभगत है।
बाजवा ने कहा, “ये हमारे लोग हैं, हमारे साथी भारतीय हैं। सिर्फ इसलिए कि वे सीमा के पास रहते हैं, वे मदद के कम हकदार नहीं हो जाते।”
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