राजकोट: गुजरात के राजकोट जिले में रिश्तों को शर्मसार कर देने वाली एक घटना सामने आई है। यहाँ भायावदर पुलिस ने एक ऐसे बेटे को गिरफ्तार किया है, जिसने महज पैसों के लालच और विदेश में सेटल होने की अपनी ख्वाहिश को पूरा करने के लिए अपने ही पिता की हत्या की साजिश रच डाली। पुलिस जांच में हुए खुलासे ने हर किसी को स्तब्ध कर दिया है।
क्या है पूरा मामला?
पुलिस ने गुरुवार को 25 वर्षीय रामदे जोग को गिरफ्तार किया। रामदे पर आरोप है कि उसने अपने 50 वर्षीय पिता, काना की हत्या की योजना बनाई। इस खौफनाक साजिश में उसने अपने 39 वर्षीय चचेरे भाई विराम को भी शामिल कर लिया। जांच में सामने आया है कि आरोपी बेटे ने इजरायल में बसने का सपना देखा था और इसके लिए उसे पैसों की जरूरत थी।
उसने अपने पिता का जीवन बीमा (Life Insurance) करा रखा था, ताकि उनकी मौत के बाद उसे क्लेम के तौर पर 60 लाख से 70 लाख रुपये मिल सकें।
एक साल से रची जा रही थी साजिश
पुलिस की पूछताछ में रामदे ने चौंकाने वाला कबूलनामा किया। उसने बताया कि वह पिछले एक साल से इस हत्या की योजना बना रहा था। जैसे-जैसे बीमा की अगली किस्त (Premium) भरने की तारीख नजदीक आ रही थी, रामदे ने अपनी योजना को अंजाम देने का फैसला किया। उसने अपने चचेरे भाई विराम को विश्वास में लिया और पिता को मारने के बदले उसे 1 लाख रुपये नकद और जीवन भर मुफ्त भोजन देने का लालच दिया, जिसके लिए विराम तुरंत तैयार हो गया।
पहले जहर देकर मारने की कोशिश, फिर कुल्हाड़ी से किया वार
9 दिसंबर को हुई हत्या से ठीक 24 घंटे पहले भी पिता को मारने की कोशिश की गई थी। 8 दिसंबर को रामदे ने कोल्ड ड्रिंक में चूहे मारने की दवा (rodenticide) मिलाकर अपने पिता को पिलाई थी। हालांकि, पिता काना को उल्टियां होने लगीं और उनकी जान बच गई। इसके बाद रामदे ने विराम को निर्देश दिया कि वह कुल्हाड़ी से इस काम को पूरा करे।
हत्या को दुर्घटना दिखाने का प्रयास
9 दिसंबर को विराम अपने चाचा काना को शराब पिलाने के बहाने बाइक पर बिठाकर खेत पर ले गया। वहाँ उसने कुल्हाड़ी से काना के सिर पर कई वार किए, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई। रामदे के बताए अनुसार, विराम ने पुलिस को गुमराह करने की कोशिश की। उसने दावा किया कि राजपारा-ढांक रोड पर बाइक फिसलने से यह हादसा हुआ और घायल अवस्था में उन्हें खेत पर लाया गया।
ऐसे खुला राज
पुलिस को विराम की कहानी पर शुरू से ही शक था, क्योंकि घटनास्थल (सड़क) पर दुर्घटना के कोई सबूत नहीं मिले थे। इसी दौरान, रामदे की बहन देवी ने भी विराम पर शक जताया, क्योंकि कुछ दिन पहले ही पैसों को लेकर विराम का पिता काना से झगड़ा हुआ था।
धोराजी डिवीजन की एएसपी सिमरन भारद्वाज ने बताया कि जब पुलिस ने सख्ती से पूछताछ की, तो विराम टूट गया और उसने पूरी साजिश का पर्दाफाश कर दिया। इसके बाद पुलिस ने मुख्य साजिशकर्ता रामदे को भी गिरफ्तार कर लिया।
जमीन बेचकर उड़ाए थे पैसे
जांच में यह भी सामने आया कि करीब छह महीने पहले मृतक काना ने अपनी चार एकड़ जमीन बेची थी और वो पैसे रामदे को दिए थे। लेकिन रामदे ने वह सारी रकम अपनी अय्याशी, एसयूवी खरीदने और पुराना कर्ज चुकाने में उड़ा दी थी।
जांच अधिकारी वी.सी. परमार ने बताया कि हत्या में इस्तेमाल की गई कुल्हाड़ी बरामद कर ली गई है। पुलिस रिकॉर्ड खंगालने पर पता चला कि आरोपी विराम के खिलाफ 2015 से 2018 के बीच भायावदर पुलिस स्टेशन में शराबबंदी (prohibition) के आठ मामले पहले से दर्ज हैं।
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