बेंगलुरु – रिलायंस इंडस्ट्रीज़ लिमिटेड (RIL) की एफएमसीजी शाखा रिलायंस कंज्यूमर प्रोडक्ट्स लिमिटेड (RCPL) ने तेजी से बढ़ते हेल्दी फंक्शनल बेवरेज सेगमेंट में कदम रखते हुए नेचरएज बेवरेजेस प्राइवेट लिमिटेड में बहुमत हिस्सेदारी हासिल की है। इस साझेदारी के जरिए कंपनी का लक्ष्य उपभोक्ताओं को आयुर्वेद से प्रेरित हर्बल-नेचुरल पेय पदार्थ उपलब्ध कराना है, जिससे वह एक “टोटल बेवरेज कंपनी” के रूप में अपनी मौजूदगी को मजबूत कर सके।
‘जीरो’ ब्रांड बनेगा राष्ट्रीय पहचान
2018 में सिद्धेश शर्मा द्वारा स्थापित नेचरएज बेवरेजेस ने कम समय में अपनी पहचान बनाई है। शर्मा, आयुर्वेदिक उत्पादों की अग्रणी कंपनी बैद्यनाथ ग्रुप से जुड़े तीसरी पीढ़ी के उद्यमी हैं। कंपनी का प्रमुख उत्पाद ‘शून्य’ (Shunya) है, जो एक हर्ब-इंफ्यूज्ड फंक्शनल ड्रिंक है। इसमें न शुगर है और न ही कैलोरी। यह पेय अश्वगंधा, ब्राह्मी, खस, कोकम और ग्रीन टी जैसे भारतीय सुपर-हर्ब्स से भरपूर है, जो उपभोक्ताओं को ऊर्जा और मानसिक संतुलन प्रदान करते हैं।
रिलायंस की बड़ी रणनीति
आरसीपीएल के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर केतन मोदी ने कहा –
“यह साझेदारी हमारी बेवरेज पोर्टफोलियो को और मज़बूती देती है। शून्य जैसे हर्बल-फंक्शनल ड्रिंक्स स्वास्थ्य-सचेत उपभोक्ताओं में तेजी से लोकप्रिय हो रहे हैं। यह उत्पाद न केवल आयुर्वेद से प्रेरित है बल्कि आधुनिक उपभोक्ताओं की ज़रूरतों के हिसाब से भी है। नेचरएज के साथ मिलकर हम उपभोक्ताओं को भविष्य में और भी नेचुरल व हर्बल पेय विकल्प उपलब्ध कराएंगे।”
नेचरएज का दृष्टिकोण
नेचरएज बेवरेजेस के डायरेक्टर सिद्धेश शर्मा ने कहा –
“यह साझेदारी शून्य की बढ़ती लोकप्रियता को दर्शाती है। हमारा मकसद इसे पैन-इंडिया ब्रांड बनाना है। आज की भागदौड़ भरी ज़िंदगी में अश्वगंधा और ब्राह्मी जैसे हर्ब्स न केवल तनाव कम करते हैं, बल्कि ताकत, सहनशक्ति और एकाग्रता भी बढ़ाते हैं। रिलायंस की मज़बूत डिस्ट्रीब्यूशन और सप्लाई चेन से हम इसे देशभर के उपभोक्ताओं तक पहुँचा पाएंगे।”
रिलायंस का पेय पोर्टफोलियो लगातार बढ़ा
2022 में शुरुआत के बाद से आरसीपीएल ने पेय बाज़ार में तेज़ी से कदम बढ़ाए हैं। कंपनी ने पहले कैंपा, कैंपा एनर्जी और रास्किक जैसे ब्रांड लॉन्च किए। अब शून्य के जुड़ने से यह पोर्टफोलियो और मज़बूत होगा और कंपनी हेल्दी ड्रिंक्स, एनर्जी शॉट्स, हर्ब-इंफ्यूज्ड वाटर और फंक्शनल बेवरेज जैसी नई कैटेगरीज में भी विस्तार करेगी।
विशेषज्ञों की राय
उद्योग विशेषज्ञों का मानना है कि रिलायंस का यह कदम लगभग 50,000 करोड़ रुपये के भारतीय पेय बाज़ार में उसकी स्थिति को और मजबूत करेगा, जहां उपभोक्ताओं की पसंद तेजी से हेल्दी और आयुर्वेद-प्रेरित पेयों की ओर बढ़ रही है।
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