सतारा, महाराष्ट्र: महाराष्ट्र के सतारा जिले से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जहाँ एक 29 वर्षीय महिला डॉक्टर ने आत्महत्या कर ली। डॉक्टर एक सरकारी अस्पताल में कार्यरत थीं। उनका शव गुरुवार रात, 23 अक्टूबर को, एक होटल के कमरे में लटका हुआ पाया गया।
पुलिस को मौके से एक सुसाइड नोट बरामद हुआ है, जिसमें डॉक्टर ने अपनी मौत के लिए दो लोगों को जिम्मेदार ठहराया है। नोट में आरोप लगाया गया है कि फलटण सिटी पुलिस स्टेशन के एक सब-इंस्पेक्टर ने उनके साथ चार बार बलात्कार किया।
आरोपियों की पहचान और कार्रवाई
सुसाइड नोट के आधार पर, आरोपियों की पहचान सब-इंस्पेक्टर गोपाल बडाने और प्रशांत बनकर के रूप में हुई है।
आरोप है कि सब-इंस्पेक्टर गोपाल बडाने ने डॉक्टर के साथ कई बार बलात्कार किया। एक जांच अधिकारी ने खुलासा किया कि पीड़िता और आरोपी सब-इंस्पेक्टर (जिसे अब निलंबित कर दिया गया है) रिश्तेदार थे और दोनों बीड के रहने वाले थे।
नोट में यह भी आरोप लगाया गया है कि प्रशांत बनकर, जो डॉक्टर के मकान मालिक का बेटा है, पिछले चार से पांच महीनों से उन्हें लगातार मानसिक और शारीरिक रूप से प्रताड़ित कर रहा था। पुलिस ने प्रशांत बनकर को शनिवार को गिरफ्तार कर लिया है।
पीड़िता सतारा के फलटण इलाके में एक सरकारी अस्पताल में कॉन्ट्रैक्ट के आधार पर मेडिकल ऑफिसर के पद पर तैनात थीं।
सतारा के पुलिस अधीक्षक (SP) तुषार दोशी ने पुष्टि की है कि डॉक्टर के परिवार की शिकायत के आधार पर दोनों आरोपियों के खिलाफ बलात्कार और आत्महत्या के लिए उकसाने (abetment to suicide) के तहत FIR दर्ज की गई है। पीड़िता के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है। पुलिस ने कहा है कि फरार आरोपी (गोपाल बडाने) को पकड़ने के लिए तलाशी अभियान जारी है।
फर्जी मेडिकल रिपोर्ट बनाने का था दबाव?
इस मामले में डॉक्टर के एक चचेरे भाई ने गंभीर आरोप लगाए हैं। उनके अनुसार, डॉक्टर पर कुछ गिरफ्तार लोगों के ‘मेडिकली फिट’ सर्टिफिकेट बनाने से इनकार करने को लेकर पुलिस और राजनीतिक हस्तियों का दबाव था।
भाई ने यह भी आरोप लगाया कि उन पर ‘गलत’ पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट तैयार करने का भी दबाव डाला जा रहा था। उन्होंने कहा, “वे मेरी बहन पर मरीजों को अस्पताल लाए बिना ही उनकी फिट या अनफिट रिपोर्ट तैयार करने के लिए भी दबाव डाल रहे थे।”
उनके मुताबिक, डॉक्टर ने इस साल जून-जुलाई में तीन पुलिसकर्मियों के खिलाफ शिकायत भी दर्ज कराई थी, जिसमें कथित बलात्कारी पुलिसकर्मी का नाम भी शामिल था।
हालांकि, सतारा पुलिस के एक अधिकारी ने इन आरोपों का खंडन करते हुए कहा कि डॉक्टर ने उस समय शिकायत जरूर की थी, लेकिन वह “किसी और चीज से संबंधित” थी।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने समाचार एजेंसी पीटीआई को बताया कि आत्महत्या करने से ठीक पहले, डॉक्टर ने आरोपियों में से एक, प्रशांत बनकर से संपर्क किया था और दोनों के बीच टेक्स्ट मैसेज पर बातचीत हुई थी।
मामले पर राजनीतिक तूफान
इस घटना ने अब राजनीतिक तूल पकड़ लिया है। राज्य में विपक्षी कांग्रेस ने सत्तारूढ़ महायुति सरकार पर हमला बोलते हुए उन पर महिलाओं की रक्षा करने में “विफल” रहने का आरोप लगाया है।
कांग्रेस प्रवक्ता सचिन सावंत ने कहा, “फडणवीस के नेतृत्व वाली सरकार महिलाओं को सुरक्षा देने में नाकाम रही है।”
वहीं, उद्धव ठाकरे की शिवसेना की प्रवक्ता सुषमा अंधारे ने इस मामले की जांच के लिए एक अलग विशेष जांच दल (SIT) के गठन की मांग की है।
इस बीच, बढ़ते राजनीतिक दबाव को देखते हुए महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने पुलिस को आरोपियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई करने का निर्देश दिया है।
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