नई दिल्ली/रियाद: सऊदी अरब से सोमवार तड़के एक बेहद दुखद खबर सामने आई, जहाँ भारतीय उमरा (Umrah) तीर्थयात्रियों को ले जा रही एक बस भीषण दुर्घटना का शिकार हो गई। यह हादसा मक्का से मदीना जाते समय मुफरिहत के पास हुआ, जब बस की एक डीज़ल टैंकर से ज़ोरदार टक्कर हो गई।
शुरुआती जानकारी के मुताबिक, इस दर्दनाक हादसे में हैदराबाद के रहने वाले कम से कम 42 भारतीय यात्रियों की जान चली गई है।
टक्कर इतनी भीषण थी कि कई जानें गईं
रिपोर्टों के अनुसार, बस और टैंकर के बीच हुई यह टक्कर इतनी ज़बरदस्त थी कि इसमें कई यात्रियों की मौके पर ही मौत हो गई और अनेकों लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय आपातकालीन बचाव दल और अधिकारी तुरंत मौके पर पहुँचे और राहत एवं बचाव कार्य शुरू किया। अधिकारी अभी भी हताहतों की सही संख्या का पता लगाने और पीड़ितों की पहचान करने की कोशिश कर रहे हैं।

प्रधानमंत्री मोदी ने दुख जताया, दूतावास को दिए निर्देश
इस त्रासदी पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गहरा दुख व्यक्त किया है। उन्होंने मृतकों के परिवारों के प्रति अपनी संवेदनाएँ प्रकट कीं और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की।
प्रधानमंत्री ने कहा कि रियाद में भारतीय दूतावास और जेद्दा में वाणिज्य दूतावास प्रभावितों को हर संभव सहायता प्रदान कर रहे हैं। उन्होंने पुष्टि की कि भारतीय अधिकारी इस संबंध में सऊदी अधिकारियों के साथ लगातार संपर्क में हैं।
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने भी ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में इस घटना पर गहरा सदमा व्यक्त किया। उन्होंने लिखा कि दूतावास और वाणिज्य दूतावास प्रभावित नागरिकों और उनके परिवारों को “पूर्ण समर्थन” दे रहे हैं।
केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने भी इस खबर पर शोक जताते हुए कहा कि सरकार दूतावास के अधिकारियों से संपर्क में है, जो अधिक जानकारी जुटा रहे हैं और हर संभव सहायता दे रहे हैं।

भारतीय वाणिज्य दूतावास ने हेल्पलाइन नंबर जारी किए
जेद्दा में भारत के महावाणिज्य दूतावास ने प्रभावित परिवारों की तत्काल सहायता के लिए एक 24×7 कंट्रोल रूम स्थापित किया है। मिशन द्वारा जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में बताया गया कि पीड़ितों की मदद के लिए एक टोल-फ्री हेल्पलाइन नंबर 8002440003 शुरू किया गया है।
वाणिज्य दूतावास के कर्मचारियों और भारतीय समुदाय के स्वयंसेवकों की एक टीम को विभिन्न अस्पतालों और घटनास्थलों पर तैनात किया गया है, ताकि घायलों की मदद की जा सके। दूतावास के अधिकारी सऊदी हज और उमरा मंत्रालय, स्थानीय अधिकारियों और संबंधित उमरा ऑपरेटरों के संपर्क में हैं।
तेलंगाना सरकार भी सक्रिय, कंट्रोल रूम स्थापित
तेलंगाना के मुख्यमंत्री ए रेवंत रेड्डी ने इस भयावह दुर्घटना पर गहरा आघात व्यक्त किया है। उन्होंने राज्य के मुख्य सचिव के रामकृष्ण राव और डीजीपी बी शिवधर रेड्डी को तुरंत पीड़ितों का विवरण इकट्ठा करने का निर्देश दिया, ताकि यह पता लगाया जा सके कि बस में तेलंगाना के कितने यात्री सवार थे।
राज्य सरकार प्रभावित परिवारों की सहायता के लिए विदेश मंत्रालय (MEA) और सऊदी दूतावास के साथ समन्वय कर रही है। तेलंगाना सचिवालय में भी एक कंट्रोल रूम स्थापित किया गया है। जानकारी के लिए राज्य सरकार ने हेल्पलाइन नंबर 79979 59754 और 99129 19545 जारी किए हैं।
असदुद्दीन ओवैसी ने की शवों को वापस लाने की मांग
हैदराबाद के सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने भी इस त्रासदी पर गहरा दुख जताया है। उन्होंने बताया कि उन्होंने हैदराबाद स्थित दो ट्रैवल एजेंसियों से संपर्क किया है और यात्रियों का विवरण रियाद में भारतीय दूतावास को सौंप दिया है।
ओवैसी ने केंद्र सरकार और विशेष रूप से विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर से अनुरोध किया है कि वे मृतकों के शवों को भारत वापस लाने की व्यवस्था करें और यह सुनिश्चित करें कि घायलों को वहां उचित चिकित्सा उपचार मिले।
अधिकारी अभी भी बचाव कार्यों में लगे हुए हैं और घटना के संबंध में अधिक विवरण की प्रतीक्षा है।
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