अक्सर जब लंबी उम्र की बात होती है, तो हम इसे अच्छी किस्मत या अच्छे जीन्स (genes) से जोड़कर देखते हैं। लेकिन क्या हो अगर आपको पता चले कि आपकी उम्र का राज आपके डीएनए में नहीं, बल्कि आपकी रोजमर्रा की आदतों में छिपा है? हाल ही में हुई एक रिसर्च ने इस बात पर मुहर लगा दी है कि 90 साल से ज्यादा जीने के लिए सिर्फ कसरत या अनुवांशिकी ही काफी नहीं है।
लुंड यूनिवर्सिटी (Lund University) के वैज्ञानिकों द्वारा किए गए एक व्यापक शोध में कई चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं। वैज्ञानिकों ने 15 वर्षों तक लगभग 18,000 ऐसे लोगों का अध्ययन किया, जिन्होंने लंबी उम्र जी। इस रिसर्च का निष्कर्ष यह निकला कि इंसान की लंबी आयु में ‘जीन्स’ का योगदान केवल 20% होता है। बाकी का पूरा खेल आपकी जीवनशैली और नजरिए का है।
शोधकर्ताओं ने पाया कि जो लोग लंबी और स्वस्थ जिंदगी जीते हैं, उनमें मन की शांति, हमेशा कुछ नया सीखने की ललक, प्रकृति से प्रेम और आभार व्यक्त करने की आदत जैसी समानताएं होती हैं।
आइए जानते हैं उन 5 आदतों के बारे में जो आपको शताब्दी के करीब ले जा सकती हैं:
1. मन की शांति (Inner Calm)
एक शांत मन न केवल मानसिक सुकून देता है, बल्कि शरीर को तनाव से होने वाले नुकसान से भी बचाता है। जो लोग मानसिक संतुलन बनाए रखते हैं, वे तनाव को बेहतर तरीके से मैनेज कर पाते हैं। जब तनाव का स्तर बहुत बढ़ जाता है, तो शरीर को हार्ट डिजीज, हाई ब्लड प्रेशर और कमजोर इम्यूनिटी जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। रिसर्च बताती है कि जो लोग मेडिटेशन (ध्यान), गहरी सांस लेने की एक्सरसाइज और माइंडफुलनेस का अभ्यास करते हैं, उनका जीवनकाल लंबा होता है।
2. जिज्ञासा कभी कम न होने दें (Constant Curiosity)
लंबी उम्र जीने वाले लोगों में एक खास बात यह देखी गई कि वे दुनिया में हर चीज को लेकर जिज्ञासु रहते हैं। जिज्ञासा दिमाग को सक्रिय रखती है। जब आप नई चीजें सीखते हैं, तो याददाश्त और सोचने की क्षमता बेहतर होती है। पहेलियां सुलझाना, कोई नई स्किल सीखना या किताबें पढ़ने जैसी गतिविधियां डिमेंशिया (भूलने की बीमारी) और मानसिक गिरावट के जोखिम को कम करती हैं। बुढ़ापे में भी मानसिक स्पष्टता बनाए रखना लंबी उम्र का एक बड़ा आधार है।
3. कुदरत के साथ वक्त बिताना (Spending Time Outdoors)
इंसान की उम्र बढ़ाने में प्राकृतिक वातावरण की भूमिका अहम है। हरे-भरे खुले स्थानों में समय बिताने वाले लोग शारीरिक रूप से ज्यादा स्वस्थ और मानसिक रूप से खुश रहते हैं। अध्ययनों से साबित हुआ है कि प्रकृति के करीब रहने से दिल की सेहत सुधरती है और मृत्यु दर कम होती है। आपको बस इतना करना है कि हर दिन कम से कम 30 मिनट के लिए घर से बाहर निकलें और खुली हवा का आनंद लें। इससे चिंता कम होती है और नींद की गुणवत्ता बेहतर होती है।
4. आभार व्यक्त करना (Gratitude)
‘शुक्रिया’ कहना या आभार मानना सिर्फ एक शिष्टाचार नहीं, बल्कि लंबी उम्र का मंत्र है। जो लोग अपने जीवन में मिली चीजों के लिए कृतज्ञ रहते हैं, वे ईर्ष्या और गुस्से जैसी नकारात्मक भावनाओं से दूर रहते हैं। आभार प्रकट करने की आदत मानसिक स्वास्थ्य को सुधारती है और सामाजिक रिश्तों को मजबूत बनाती है। बुढ़ापे में अच्छे सामाजिक संबंध एक सहारे की तरह काम करते हैं, जो जीवन की गुणवत्ता को बढ़ाते हैं।
5. उन्होंने कभी लंबी उम्र के लिए प्रयास नहीं किया
इस रिसर्च का सबसे दिलचस्प पहलू यह था कि जो लोग सबसे ज्यादा जिए, उन्होंने कभी भी अपनी उम्र बढ़ाने के लिए कोई विशेष प्रयास नहीं किया। इन लोगों ने भविष्य या लंबी उम्र की चिंता करने के बजाय अपने वर्तमान को खुशी से जीने पर ध्यान दिया। वे उन गतिविधियों में व्यस्त रहे जिनसे उन्हें आनंद मिलता था। शोधकर्ताओं का मानना है कि लंबी उम्र की बहुत ज्यादा चिंता करना भी तनाव पैदा कर सकता है। असली लंबी उम्र अच्छी आदतों और सकारात्मक सोच के साथ एक खुशहाल जीवन जीने में है।
लंबी उम्र के लिए विज्ञान समर्थित कुछ आसान टिप्स
विज्ञान भी कुछ बुनियादी लाइफस्टाइल बदलावों का समर्थन करता है, जो आपको स्वस्थ और लंबी जिंदगी दे सकते हैं:
- एक्सरसाइज: हफ्ते में कम से कम 150 मिनट की शारीरिक गतिविधि (जैसे चलना, तैरना या डांस करना) दिल और मांसपेशियों को मजबूत बनाती है।
- खान-पान: प्रोसेस्ड फूड की जगह फल, सब्जियां, नट्स और लीन प्रोटीन खाएं। डैश (DASH) या मेडिटेरेनियन डाइट का पालन करने से पुरानी बीमारियों का खतरा कम होता है।
- नींद: हर रात 7 घंटे की नींद लेने से शरीर और दिमाग को रिपेयर होने का समय मिलता है।
- बुरी आदतों से दूरी: धूम्रपान छोड़ना और शराब का सीमित सेवन सेहत में भारी सुधार लाता है।
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