अहमदाबाद: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बहुप्रतीक्षित भावनगर दौरे से ठीक एक दिन पहले, कांग्रेस के राज्यसभा सांसद शक्तिसिंह गोहिल ने एक बड़ा सियासी दांव खेला है। उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी को उनके पुराने वादों की याद दिलाते हुए भावनगर की जनता से माफी मांगने की मांग की है।
शुक्रवार को अहमदाबाद के राजीव गांधी भवन में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में, गोहिल ने प्रधानमंत्री मोदी के उन भाषणों के वीडियो दिखाए जो उन्होंने 2006 और 2012 में (प्रधानमंत्री बनने से पहले) दिए थे। इन वीडियो क्लिप्स को बड़ी स्क्रीन पर चलाकर गोहिल ने यह साबित करने की कोशिश की कि तब किए गए वादों में से एक भी पूरा नहीं हुआ है।
शक्तिसिंह गोहिल ने कहा, “प्रधानमंत्री जी ने जो भी वादे किए थे, उनमें से एक भी पूरा नहीं हुआ। उन्हें भावनगर की जनता के सामने यह स्वीकार करना चाहिए कि वे वादे पूरे नहीं कर सके और इसके लिए खेद जताते हुए माफी मांगनी चाहिए।”
क्या थे पुराने वादे?
गोहिल ने उन वादों की एक लंबी सूची पेश की, जिन्हें नरेंद्र मोदी ने मुख्यमंत्री रहते हुए भावनगर की जनता से किया था।
- धोलेरा SIR का सबसे बड़ा लाभ: मोदी ने कहा था कि धोलेरा SIR (स्पेशल इन्वेस्टमेंट रीजन) का सबसे अधिक फायदा भावनगर को मिलेगा।
- कल्पसर परियोजना और 12-लेन सड़क: उन्होंने कल्पसर परियोजना के किनारे 12-लेन की सड़क बनाने का भी वादा किया था।
- अन्य बड़े वादे: इसके अलावा, भावनगर में अंतरराष्ट्रीय स्तर का डायमंड पार्क, नए GIDC और बंदरगाहों के विकास का वादा भी शामिल था। गोहिल ने यह भी याद दिलाया कि मोदी ने भावनगर को पश्चिम रेलवे का मुख्यालय बनाने की बात कही थी। उन्होंने आरोप लगाया कि पहले भावनगर में रेलवे कोच मरम्मत के लिए आते थे, लेकिन अब वह काम भी बंद हो गया है।
- महाराजा कृष्णकुमारसिंह को भारत रत्न: गोहिल ने यह भी याद दिलाया कि मोदी ने भावनगर के महाराजा कृष्णकुमारसिंह को भारत रत्न देने का वादा भी किया था।
गोहिल ने आरोप लगाया कि इन विकास कार्यों के लिए आज तक एक ईंट भी नहीं रखी गई है। उन्होंने प्रधानमंत्री के इस दौरे को आने वाले निकाय चुनावों से जोड़ते हुए कहा कि चुनाव नजदीक आते ही उन्हें भावनगर की याद आई है।
कांग्रेस ने रखी यह मांगें
अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस में शक्तिसिंह गोहिल ने कुछ नई मांगें भी रखीं:
- स्टेडियम का नाम बदलें: उन्होंने कहा कि देश सरदार वल्लभभाई पटेल की 150वीं जयंती मना रहा है, ऐसे में अहमदाबाद के क्रिकेट स्टेडियम का नाम बदलकर फिर से ‘सरदार पटेल क्रिकेट स्टेडियम’ किया जाना चाहिए।
- किसानों के लिए पैकेज: सौराष्ट्र और उत्तरी गुजरात में भारी बारिश से प्रभावित किसानों के लिए उन्होंने एक विशेष आर्थिक पैकेज की मांग की।
- MSP पर कानून: उन्होंने कपास, मूंगफली और प्याज उगाने वाले किसानों को लाभ पहुंचाने के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर एक कानून बनाने की भी मांग की।
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