नई दिल्ली: अमेरिका में राजनीतिक गतिरोध अपने चरम पर पहुँच गया है, जिसके चलते संघीय सरकार का कामकाज बुधवार आधी रात 12:01 बजे से आधिकारिक तौर पर ठप हो गया है।
सत्ताधारी रिपब्लिकन और विपक्षी डेमोक्रेट्स के बीच सरकारी खर्च और स्वास्थ्य सेवा को लेकर चल रही खींचतान का कोई हल नहीं निकल सका, और दोनों ही पार्टियाँ सीनेट में अपनी-अपनी फंडिंग योजनाओं को पारित कराने में विफल रहीं।
कैसे हुआ शटडाउन और क्यों अटकी बात?
अमेरिकी सीनेट में सरकारी कामकाज जारी रखने के लिए दो अलग-अलग प्रस्ताव लाए गए, लेकिन दोनों ही ज़रूरी समर्थन हासिल नहीं कर पाए।
- रिपब्लिकन प्रस्ताव: रिपब्लिकन पार्टी ने 21 नवंबर तक सरकारी फंडिंग जारी रखने का प्रस्ताव पेश किया था। इसे पारित करने के लिए 60 वोटों की ज़रूरत थी, लेकिन इसके पक्ष में केवल 55 वोट पड़े जबकि 45 सांसदों ने इसका विरोध किया। इस तरह, यह प्रस्ताव गिर गया और शटडाउन लगभग तय हो गया।
- डेमोक्रेट्स का दांव: इसके जवाब में डेमोक्रेट्स ने भी अपना एक प्रस्ताव रखा, जिसमें अक्टूबर के अंत तक फंडिंग जारी रखने की बात कही गई थी। साथ ही, उन्होंने स्वास्थ्य सेवा पर 1 ट्रिलियन डॉलर से ज़्यादा के अतिरिक्त खर्च की मांग की, जिसमें ‘अफोर्डेबल केयर एक्ट’ की सब्सिडी और मेडिकेड में की गई कटौतियों को वापस लेना शामिल था। रिपब्लिकन ने इस प्रस्ताव को भी रोक दिया।
दिलचस्प बात यह है कि इस मतदान में दोनों पार्टियों के भीतर की दरारें भी सामने आईं। डेमोक्रेटिक सीनेटर कैथरीन कॉर्टेज़ मैस्टो, जॉन फेटरमैन और एंगस किंग ने अपनी पार्टी लाइन से हटकर रिपब्लिकन बिल का समर्थन किया, जबकि रिपब्लिकन सीनेटर रैंड पॉल ने अपनी ही पार्टी के प्रस्ताव के खिलाफ वोट दिया।
लाखों कर्मचारियों और आम लोगों पर क्या होगा असर?
शटडाउन की घोषणा के बाद ऑफिस ऑफ मैनेजमेंट एंड बजट (OMB) ने एक आधिकारिक ज्ञापन जारी कर सभी प्रभावित एजेंसियों को व्यवस्थित रूप से कामकाज बंद करने की प्रक्रिया शुरू करने का निर्देश दिया।
- कर्मचारियों पर संकट: इस शटडाउन का सीधा असर लाखों संघीय कर्मचारियों पर पड़ेगा। एक अनुमान के मुताबिक, हर दिन लगभग 7,50,000 कर्मचारी प्रभावित हो सकते हैं, जिन्हें बिना वेतन के छुट्टी (फरलो) पर भेजा जा सकता है या स्थायी छंटनी का सामना भी करना पड़ सकता है।
- स्वास्थ्य सेवा पर खतरा: यह संकट सिर्फ कर्मचारियों तक सीमित नहीं है। अगर स्वास्थ्य सेवा टैक्स क्रेडिट खत्म हो जाता है, तो अगले साल लगभग 40 लाख लोग अपना बीमा कवरेज खो सकते हैं। इसके अलावा, 2 करोड़ से ज़्यादा लोगों के लिए बीमा की लागत बढ़ सकती है। कांग्रेशनल बजट ऑफिस (CBO) का अनुमान है कि 2034 तक रिपब्लिकन टैक्स कानून में कटौती के कारण अतिरिक्त 1 करोड़ अमेरिकी नागरिक बिना बीमा के हो सकते हैं।
राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी
इस गतिरोध के लिए दोनों पार्टियाँ एक-दूसरे को ज़िम्मेदार ठहरा रही हैं।
सीनेट के बहुमत नेता जॉन थ्यून ने डेमोक्रेट्स पर आरोप लगाते हुए कहा, “डेमोक्रेट्स के कट्टरपंथी सांसदों और उनके समर्थकों ने राष्ट्रपति के साथ टकराव की स्थिति पैदा की है।” उन्होंने चेतावनी दी कि इसका खामियाजा अमेरिकी नागरिकों को भुगतना पड़ेगा।
वहीं, सीनेट के अल्पसंख्यक नेता चक शूमर ने पलटवार करते हुए कहा, “अगर राष्ट्रपति समझदार होते, तो वे इस स्वास्थ्य सेवा संकट को तुरंत ठीक करने के लिए हर संभव प्रयास करते, क्योंकि जब लोगों को अपने स्वास्थ्य बीमा पर हर महीने $400, $500, या $600 ज़्यादा चुकाने पड़ेंगे, तो वे उन्हें ही ज़िम्मेदार ठहराएंगे।”
ट्रंप ने किया शटडाउन का स्वागत
इस बीच, राष्ट्रपति ट्रंप ने शटडाउन की संभावना का एक तरह से स्वागत किया है। उन्होंने इसे एक राजनीतिक हथियार के रूप में इस्तेमाल करने की धमकी देते हुए कहा कि वह “बड़ी संख्या में लोगों को बाहर करने, उनकी पसंदीदा चीजों और कार्यक्रमों में कटौती करने” के लिए इसका उपयोग करेंगे। उन्होंने यहाँ तक कहा कि “शटडाउन से बहुत कुछ अच्छा हो सकता है।”
तनाव तब और बढ़ गया जब ट्रंप ने एक AI-जनित वीडियो पोस्ट किया, जिसमें डेमोक्रेटिक नेताओं का मज़ाक उड़ाया गया था। इसके जवाब में, हाउस डेमोक्रेटिक लीडर हकीम जेफ्रीस ने ट्रंप की जेफरी एपस्टीन के साथ एक तस्वीर साझा की और कैप्शन में लिखा, “यह असली है।”
दोनों पक्षों के अपने-अपने रुख पर अड़े रहने के कारण, समय सीमा से पहले समाधान की कोई उम्मीद नहीं बची, जिससे अमेरिका में लगभग सात वर्षों में पहला सरकारी शटडाउन हो गया है।
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