देश के अलग-अलग हिस्सों से जिस तरह से दो समुदायों के बीच हाल ही के हिन्दू त्यौहारों के दौरान तनावपूर्ण स्थित की तस्वीरें सामने आई, वहीं दूसरी ओर गुजरात के आणंद में साम्प्रदायिक एकता की एक बड़ी मिसाल सामने आई है।
बोरसाड में एक दुर्घटना में दो युवकों, एक हिंदू और एक मुस्लिम की मौत हो गई। दोनों खास दोस्त थे। सबसे ख़ास बात यह है कि, दोनों की अंतिम यात्रा एक साथ निकाली गई। इस दौरान एक तरफ कुरान की आयतें और दूसरी तरफ ‘राम बोलो राम’ का जाप किया जा रहा था। दोनों के अन्तिम यात्रा की इस विदाई का दृश्य देख लोगों की आंखे छलक पड़ी।
मामले में मिली जानकारी के अनुसार, आणंद के सुंदरा गांव के युसूफ अली सैयद और गोविंदभाई ठाकोर कई सालों से एक दूसरे के साथ रह रहे थे। उनकी दोस्ती इतनी गहरी थी कि उन्हें हर पर्वों, त्यौहारों और मौकों पर साथ देखा जा सकता था। दोनों दोस्त एक ही होटल बिजनेस से जुड़े थे। वह करीब 10 साल से एक साथ होटल चला रहे थे।
गोविंदभाई ठाकोर बुधवार की सुबह बोरसाड में अपने दोस्त युसूफ अली के रिक्शे से सब्जी लेने जा रहे थे। तारापुर वसाड हाईवे पर बोरसाड तोलनाका के पास एक अज्ञात वाहन ने रिक्शे को टक्कर मार दी, जिससे दोनों दोस्त गंभीर रूप से घायल हो गए। हालांकि, दोनों दोस्तों की मौके पर ही मौत हो गई, जिसकी ख़बर फैलते ही सुंदरा गांव में मातम छा गया।
यूसुफ अली सैयद और गोविंदभाई ठाकोर के शवों को सुंदरा गांव लाया गया और दोनों दोस्तों की अंतिम यात्रा एक साथ निकली गई। इस अंतिम यात्रा में दोनों समुदायों के लोग शामिल हुए। गांव वाले यूसुफ की शव यात्रा में जनाज़े और गोविंदभाई की अंतिम यात्रा में हिन्दू रीति रिवाज के साथ संयुक्त रूप से शामिल हुए और दोनों दोस्तों को अंतिम विदाई दी।