छत्तीसगढ़ के बीजेपी नेता और आदिवासी बाहुल्य इलाके (tribal dominated areas) में चर्चित आदिवासी नेता नंद कुमार साय (Nand Kumar Sai) ने बीजेपी की सभी सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है. बीजेपी अध्यक्ष को सौंपे इस्तीफे के बाद कांग्रेस नेताओं के बयान आने भी शुरू हो गए हैं. प्रदेश के दो वरिष्ठ मंत्री ने नंद कुमार साय (Nand Kumar Sai) के बीजेपी से इस्तीफ पर अपनी प्रतिक्रिया दी है.
छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री टी एस सिंहदेव (Health Minister TS Singhdeo) ने नंद कुमार साय के इस्तीफे के बाद कांग्रेस प्रवेश की अटकलों पर मीडिया वार्ता में कहा कि “कहीं भी कोई चीज जुड़ता है तो सामान्य तौर पर उसमें बढ़ोतरी होती है. कभी कभी ऐसा होता है कि किसी के जुडने से माइनस होता है. नंद कुमार साय जी अनुभवी हैं. उन्होंने एक निर्णय लिया है. वो बहुत परिपक्व और विद्वान हैं. उन्होंने बहुत दशकों तक भारतीय जनता पार्टी (Bharatiya Janata Party) के साथ जनसेवा की. किन्हीं कारणों से उनका ये निर्णय हुआ कि वो भारतीय जनता पार्टी (Bharatiya Janata Party) में नहीं रहना चाहते हैं. त्याग पत्र देने की बात हम लोगों ने सुनी है, और अब उनकी क्या मंशा है, कल परसों तक दिखेगा.”
पार्टी ने किया नजरअंदाज!
स्वास्थ्य मंत्री (minister of health) से जब ये पूछा गया कि क्या अंतर्कलह की वजह से ऐसा हुआ है, तो उनका कहना था कि मुझे लगता है कि उनको नजरअंदाज किया गया है. क्योकि अगर आप एक समय सीमा तक उसको नजरअंदाज कर रहे हैं तो वो सहन कर पाता है. ऐसे में कम ही लोग होते हैं जो नजरअंदाज करने बाद भी चलते रहते हैं. क्योंकि ज्यादातर लोगों को लगता है कि उपेक्षा होती जा रही है और लगातार होती जा रही है. और फिर आप जिस संगठन या पार्टी का दशकों तक उसका साथ दिया है. उसकी सेवा की है. तो फिर ऐसे नंद कुमार साय जी जैसे कड़े निर्णय लिए जाते हैं.
आदिवासी नेता के रूप में हैं बड़ा चेहरा
बीजेपी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष, पूर्व राज्य सभा सदस्य और बीजेपी संगठन और सत्ता में कई अहम जिम्मेदारी निभा चुके नंद कुमार साय के इस्तीफे के बाद प्रदेश के वरिष्ठ मंत्री प्रेम साय सिंह (Senior Minister Prem Sai Singh) ने कहा है कि नंद कुमार साय बहुत ही सख्त और पुराने आदिवासी नेता (tribal leader) हैं. अगर वो बीजेपी से इस्तीफा दिए हैं, और कांग्रेस में आना चाहते हैं तो उनका स्वागत है. एक ऐसे आदिवासी नेता को पार्टी में जगह दी जाएगी.
आपको बता दें कि भूपेश सरकार में अनुभवी विधायक प्रेम साय सिंह जहां फिलहाल भूपेश सरकार (Bhupesh Baghel Govt.) में केबिनेट मंत्री हैं. वहीं अविभाजित मध्यप्रदेश के समय दिग्विजय शासन काल मे वो केबिनेट मंत्री रह चुके हैं।
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