नई दिल्ली/वाशिंगटन: अमेरिका के कैलिफोर्निया में एक भीषण सड़क हादसे में तीन लोगों की मौत के बाद एक बड़ा राजनीतिक विवाद खड़ा हो गया है। इस हादसे के लिए 21 वर्षीय भारतीय ‘अवैध’ अप्रवासी, जशनप्रीत सिंह को जिम्मेदार ठहराया गया है, जो कथित तौर पर नशे में ट्रक चला रहा था। इस घटना ने अवैध प्रवासियों को कमर्शियल ड्राइवर लाइसेंस (CDL) जारी करने की प्रक्रिया पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं, जिससे व्हाइट हाउस और कैलिफोर्निया राज्य आमने-सामने आ गए हैं।
व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैरोलिन लेविट ने गुरुवार को इस मुद्दे पर कड़ी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने इसे “आपराधिक अवैध प्रवासियों” को CDL जारी किए जाने का एक “परेशान करने वाला पैटर्न” बताया। लेविट ने सीधे तौर पर कैलिफोर्निया पर सिंह को लाइसेंस देने का आरोप लगाया।
एक व्हाइट हाउस ब्रीफिंग में, लेविट ने कहा, “कैलिफोर्निया ने इस व्यक्ति को लाइसेंस दिया, और यह कुछ ऐसा है जिसकी परिवहन विभाग (DoT) पहले ही जांच कर रहा है। सचिव (सीन) डफी उन लोगों को गलत तरीके से जारी किए जा रहे लाइसेंसों पर नकेल कस रहे हैं, जिन्हें स्पष्ट रूप से ऐसी स्थिति में नहीं होना चाहिए।”
क्या है पूरा मामला?
रिपोर्ट्स के मुताबिक, जशनप्रीत सिंह 2022 में दक्षिणी सीमा के रास्ते अवैध रूप से अमेरिका में दाखिल हुआ था। उसे बाइडेन प्रशासन की “हिरासत के विकल्पों” (alternatives to detention) नीति के तहत एक अप्रवास सुनवाई (immigration hearing) तक रिहा किया गया था।
इस सप्ताह की शुरुआत में, सिंह ने सैन बर्नार्डिनो काउंटी में I-10 फ्रीवे पर कथित तौर पर नशे की हालत में अपने सेमी-ट्रक से कई वाहनों को टक्कर मार दी। जांचकर्ताओं का कहना है कि वह नशे में था और उसने टक्कर से पहले ब्रेक भी नहीं लगाए। क्रैश के डैशकैम फुटेज में यह भयानक टक्कर कैद हो गई, जिसमें तीन लोगों की जान चली गई और चार अन्य घायल हो गए।
स्थानीय अधिकारियों द्वारा सिंह को गिरफ्तार किए जाने के बाद, 22 अक्टूबर को ICE (अप्रवासन और सीमा शुल्क प्रवर्तन) ने उस पर एक अप्रवासन डिटेनर (detainer) लगा दिया है। उस पर नशे की हालत में वाहन से हत्या (gross vehicular manslaughter while intoxicated) और नशे में ड्राइविंग करने के आरोप लगाए गए हैं।
संघीय सरकार बनाम कैलिफोर्निया
इस घटना ने संघीय सरकार और कैलिफोर्निया के बीच तनाव बढ़ा दिया है। परिवहन सचिव सीन डफी ने कैलिफोर्निया की लाइसेंसिंग नीतियों की कड़ी आलोचना की है। उन्होंने तर्क दिया कि ट्रक ड्राइवरों के लिए संघीय अंग्रेजी-भाषा की आवश्यकताओं को लागू करने से राज्य के इनकार ने सुरक्षा जोखिम पैदा कर दिए हैं।
डफी ने कहा, “अगर गवर्नर न्यूजॉम ने नए नियमों का पालन किया होता तो यह त्रासदी नहीं होती।”
उन्होंने यह भी घोषणा की कि नियमों का पालन न करने के कारण संघीय सरकार कैलिफोर्निया के हाईवे सुरक्षा फंड से 40 मिलियन डॉलर रोक लेगी। गृह सुरक्षा विभाग (DHS) ने भी कहा कि सिंह का मामला उन कमर्शियल ड्राइवरों से जुड़ी व्यापक सुरक्षा चिंता को दर्शाता है, जिनके पास उचित आव्रजन स्थिति या अंग्रेजी दक्षता नहीं है।
कैलिफोर्निया का पलटवार
दूसरी ओर, कैलिफोर्निया के अधिकारियों ने इन आरोपों का खंडन किया है। उनका कहना है कि सिंह के संघीय कार्य प्राधिकरण (federal work authorization) को अमेरिकी सरकार द्वारा कई बार मंजूरी दी गई थी। अधिकारियों के अनुसार, इसी संघीय मंजूरी के आधार पर वह मौजूदा कानून के तहत कमर्शियल लाइसेंस प्राप्त करने के लिए कानूनी रूप से योग्य था।
यह घातक दुर्घटना फ्लोरिडा में हुई एक ऐसी ही घटना के बाद हुई है, जहां अगस्त में एक अन्य भारतीय नागरिक, हरजिंदर सिंह पर ट्रक दुर्घटना में तीन लोगों की हत्या का आरोप लगाया गया था। हरजिंदर 2018 में अवैध रूप से अमेरिका में दाखिल हुआ था। इन दोनों मामलों ने ट्रकिंग उद्योग में आव्रजन, लाइसेंसिंग और सड़क सुरक्षा पर बहस को फिर से गरमा दिया है।
अमेरिकन ट्रकिंग एसोसिएशंस के अनुसार, अमेरिका में लगभग पांच में से एक लंबी दूरी का ट्रक ड्राइवर अप्रवासी है।
यह भी पढ़ें-
लंबी उम्र का राज़: दुनिया के सबसे सेहतमंद लोग रोज़ खाते हैं यह एक चीज़, विशेषज्ञ ने किया खुलासा










