पोरबंदर (गुजरात): कुख्यात ‘गॉडमदर’ कही जाने वाली संतोकबेन जाडेजा से जुड़ा परिवार एक बार फिर सुर्खियों में है। पुलिस ने दावा किया है कि संतोकबेन की रिश्तेदार हिरालबा जाडेजा ने ऑनलाइन रियल मनी गेम्स के जरिए 163 करोड़ रुपये का बड़ा घोटाला किया। यह रकम साइबर क्राइम और बोगस कंपनियों के खातों के जरिए घुमाई गई थी।
3,000 पन्नों की चार्जशीट
पोरबंदर पुलिस ने 14 अगस्त को हिरालबा और उनके साथियों के खिलाफ 3,000 पन्नों की चार्जशीट दाखिल की। 15 मई को दर्ज हुए इस मामले में आरोप है कि कई बेनामी बैंक खातों में साइबर अपराध से अर्जित धनराशि जमा की गई थी। जांच में सामने आया कि कुल 163 करोड़ के ट्रांजैक्शन में केवल 0.5% रकम साइबर अपराध से आई, जबकि शेष रकम कथित तौर पर ऑनलाइन गेमिंग प्लेटफॉर्म्स से जुड़ी थी।
किसका रिश्ता है हिरालबा का?
हिरालबा जाडेजा, दिवंगत पूर्व विधायक भूरा मुँजा जाडेजा की पत्नी हैं। भूरा मुँजा, सरमन मुँजा के छोटे भाई थे और सरमन, संतोकबेन जाडेजा के पति थे। इस तरह हिरालबा सीधे तौर पर गुजरात की ‘गॉडमदर’ संतोकबेन के परिवार से जुड़ी हुई हैं।
कानून का नया सख्त प्रावधान
यह चार्जशीट उस समय सामने आई जब सरकार ने ‘ऑनलाइन गेमिंग विनियमन विधेयक 2025’ पास किया। नए कानून के अनुसार भारत में रियल मनी गेम्स (RMGs) के लिए खिलाड़ियों से पैसा लेना प्रतिबंधित कर दिया गया है।
पुलिस की आशंका
पोरबंदर एसपी भगीरथसिंह जाडेजा ने बताया कि अब तक मिली जानकारी के मुताबिक, लेन-देन का बड़ा हिस्सा ऑनलाइन गेम्स के जरिए हुआ। लेन-देन का पैटर्न भी इसी ओर इशारा करता है क्योंकि अधिकतर ट्रांजैक्शन गोल-गोल आंकड़ों जैसे 100, 200 या 500 रुपये में थे, जो आमतौर पर गेमिंग डिपॉजिट होते हैं।
फरार आरोपी और अंतरराष्ट्रीय कनेक्शन
इस मामले में पुलिस ने हिरालबा समेत चार लोगों को गिरफ्तार किया है। वहीं, छह आरोपी फरार चल रहे हैं, जिनमें से दो दुबई में हैं। पुलिस ने सीआईडी क्राइम को पत्र लिखकर इंटरपोल नोटिस जारी करने की प्रक्रिया शुरू करने को कहा है।
बेनामी कंपनियों और खातों का जाल
जांच में पता चला कि महज दस महीनों में 26 बैंक खातों के जरिए यह पूरा लेन-देन किया गया। यह खाते चार लोगों के नाम पर खोले गए थे, जिनके नाम से फर्जी एमएसएमई कंपनियां बनाई गईं। असल नियंत्रण हिरालबा के हाथों में ही था। इन लोगों को महीने का केवल 25,000 रुपये देकर कंपनी का दिखावा करने के लिए बैठा दिया गया था।
धन का ठिकाना कहाँ?
अब तक की जांच में खातों से सिर्फ 9 लाख रुपये बरामद हुए हैं। पुलिस का मानना है कि बड़ी रकम या तो भारत के अन्य खातों में ट्रांसफर की गई या दुबई भेजी गई।
आगे की कार्रवाई
पोरबंदर पुलिस ने इस मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ED), आयकर विभाग और जीएसटी विभाग को भी सूचना दी है। वहीं, जूनागढ़ और जामनगर पुलिस भी इस घोटाले से जुड़े संभावित खातों की जांच कर रही हैं।
संतोकबेन जाडेजा का अतीत
संतोकबेन जाडेजा गुजरात के पोरबंदर की सबसे चर्चित महिला अपराधियों में से एक थीं। उन्हें ‘गॉडमदर’ कहा जाता था। उन पर 14 हत्याओं का आरोप लगा था और उनके गिरोह पर करीब 500 आपराधिक केस दर्ज थे। 1990 से 1995 तक वे कुटियाना सीट से विधायक भी रहीं। अपराध जगत से राजनीति तक का सफर करने वाली संतोकबेन का नाम आज भी गुजरात के आपराधिक इतिहास में दर्ज है।
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