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एचसीएल के शिव नादर बने भारत के सबसे बड़े परोपकारी

| Updated: October 21, 2022 5:10 pm

सूचना प्रौद्योगिकी (IT) कंपनी एचसीएल (HCL) के संस्थापक (founder) शिव नादर 1,161 करोड़ रुपये के वार्षिक दान (annual donation) के साथ देश के सबसे बड़े परोपकारी उद्योगपति (industrialist) बन गए हैं। एडलगिव हुरुन इंडिया परोपकार (EdelGive Hurun India Philanthropy) सूची-2022 के मुताबिक, 77 वर्षीय नादर हर दिन तीन करोड़ रुपये दान करते हैं।

आइटी कंपनी विप्रो के 77 वर्षीय अजीम प्रेमजी पिछले दो वर्षों से लगातार शीर्ष स्थान पर रहने के बाद इस साल दूसरे स्थान पर खिसक गए। उन्होंने 484 करोड़ रुपये का वार्षिक दान दिया। तीसरे नंबर पर मुकेश अंबानी और उनका परिवार है, जो 411 करोड़ रुपये का वार्षिक दान किया।

सूची में चौथे स्थान पर कुमार मंगलम बिड़ला और परिवार हैं, जिन्होंने  242 करोड़ रुपये का दान दिया। परिवार ने लगभग ₹75 करोड़ का व्यक्तिगत योगदान (an individual contribution) दिया है। भारतीय विज्ञान संस्थान (IISc) में  425 करोड़ रुपये के संयुक्त योगदान (combined contribution) के साथ सुष्मिता, सुब्रतो, राधा और एनएस पार्थसारथी को संयुक्त (jointly) रूप से सूची में पांचवें नंबर पर रखा गया है।

एशिया के सबसे अमीर गौतम अडानी इस सूची में सातवें नंबर पर हैं। उन्होंने पूरे वर्ष में 190 करोड़ रुपये दान किए हैं। इस साल नादर का दान वित्त वर्ष 2011 की तुलना में आठ प्रतिशत कम था, जबकि प्रेमजी के परोपकार के लिए योगदान में साल-दर-साल 95 प्रतिशत की गिरावट आई है। इसके लिए 2021 में शेयर बाय-बैक को जिम्मेदार ठहराया जा सकता है।
वेदांता के अनिल अग्रवाल 165 करोड़ रुपये के साथ आठवें नंबर पर हैं। जबकि नौवें और 10वें नंबर पर क्रमश: नंदन नीलेकणि (159 करोड़ रुपये) और लार्सन एंड टुब्रो के 80 वर्षीय एएम नाइक (142 करोड़ रुपये) हैं। सूची में सबसे कम उम्र के ज़ेरोधा (Zerodha) के नितिन और निखिल कामथ हैं, जिन्होंने अपने दान को 300 प्रतिशत बढ़ाकर 100 करोड़ रुपये कर दिया।

रिपोर्ट से पता चला है कि भारत में कुल 15 लोगों ने 100 करोड़ रुपये से अधिक का वार्षिक दान दिया। इसी तरह 20 ने 50 करोड़ रुपये से अधिक और 43 ने 20 करोड़ रुपये से अधिक का दान दिया। पिछले चार वर्षों में 10 करोड़ रुपये से अधिक का दान देने वाले परोपकारी लोगों की संख्या इस वर्ष 116 प्रतिशत बढ़कर 80 हो गई है।

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