IFFI ज्यूरी हेड ने ‘द कश्मीर फाइल्स’ को बताया भद्दा और प्रोपेगेंडा फिल्म

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IFFI ज्यूरी हेड ने ‘द कश्मीर फाइल्स’ को बताया भद्दा और प्रोपेगेंडा फिल्म

| Updated: November 29, 2022 12:48

इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल ऑफ इंडिया (IFFI) के ज्यूरी हेड इजराइली फिल्म निर्माता नदाव लापिड ने ‘द कश्मीर फाइल्स’ फिल्म को भद्दा और प्रोपेगेंडा आधारित फिल्म कहा है। कश्मीर फाइल्स फिल्म विवेक अग्निहोत्री की है। नादव लापिड ने जब ऐसा कहा, तब केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर सहित कई गणमान्य व्यक्तियों के अलावा आशा पारेख, अक्षय कुमार, आयुष्मान खुराना और राणा दग्गुबाती जैसी फिल्मी हस्तियां मौजूद थीं।

गोवा में चल रहे 53वें इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में बड़े-बड़े फिल्मी सितारे शामिल हैं। ऐसे में जब ‘द कश्मीर फाइल्स’ को लेकर ज्यूरी हेड और इजरायली फिल्ममेकर नादव लापिड ने दुष्प्रचार जैसी बातें कही तो सभी हैरान रह गए। दरअसल इस फिल्म को लेकर विवेक अग्निहोत्री का दावा है कि उन्होंने कश्मीरी पंडितों की आपबीती दिखाई है। बता दें कि इस फिल्म ने सिनेमाघरों में भी अच्छा बिजनेस किया है। लेकिन इजरायल फिल्ममेकर ने इसे वल्गर श्रेणी का बता दिया है।

लापिड ने कहा, “हमने डेब्यू कंपटीशन में सात फ़िल्में और इंटनेशनल कंपटीशन में 15 फिल्में देखीं। इनमें 14 सिनेमैटिक क्वालिटी वाली थीं और इन्होंने बहुत शानदार चर्चा शुरू की है।  लेकिन 15वीं फिल्म ‘कश्मीर फाइल्स’ को देख हम सभी हैरान थे। यह एक प्रोपेगैंडा और भद्दी फिल्म जैसी लगी, जो ऐसे बड़े फेस्टिवल के कलात्मक कंपटीशन के लायक नहीं थी।”

उन्होंने आगे कहा, “इस मंच से खुलकर अपनी भावनाएं बताते हुए मैं खुद को सहज महसूस कर रहा हूं। इसलिए इस फेस्टिवल की आत्मा गंभीर बहस को निश्चित रूप से स्वीकार कर सकती है, जोकि कला और ज़िंदगी के लिए जरूरी है।”

गौरतलब है कि ज्यूरी के चेयरमैन लपिड इजराइली फिल्म निर्माता हैं। 1975 में इजराइल के शहर तेल अवीव में पैदा हुए लपिड ने तेल अवीव यूनिवर्सिटी से दर्शनशास्त्र की पढ़ाई की है। सैन्य सेवा में जाने के बाद लपिड कुछ समय के लिए पेरिस चले गए थे। बाद में इजराइल लौटकर उन्होंने यरूशलम के फिल्म एंड टेलीविजन स्कूल से डिग्री ली।

गोल्डन बीयर और कान ज्यूरी प्राइज हासिल करने वाले लपिड की चर्चित फिल्मों में पुलिसमैन, किंडरगार्टन टीचर शामिल हैं। 

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