उत्तरप्रदेश के जब पहले चरण का मतदान चल रहा है ,उसी दिन लखीमपुर खेरी में किसानों को अपनी थार जीप से कुचलने के मुख्य आरोपी केन्द्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा उर्फ टेनी के पुत्र आशीष मिश्रा उर्फ मोनू को जमानत मिल गयी।
लखीमपुर खीरी में तीन अक्टूबर को के बाद हिंसा में चार किसान सहित आठ लोगों की मौत के मामले में इलाहाबाद हाई कोर्ट की लखनऊ बेंच ने यह फैसला किया है।
सीट (SIT ) ने अपने 5000 पेज की रिपोर्ट में आशीष मिश्रा को मुख्य आरोपी माना था। लखीमपुर खीरी के तिकुनिया हिंसा कांड में आरोपित आशीष मिश्रा उर्फ मोनू करीब चार महीने से लखीमपुर खीरी जेल में अपने साथियों के साथ बंद है।
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कोर्ट ने इस केस में अपना फैसला सुरक्षित रखा था। आशीष मिश्रा को उसके साथियों के साथ किसानों को गाड़ी से रौंदने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था।
पश्चिमी उत्तर प्रदेश में यह मुद्दा कभी अहम रहा ,ऐसे में देखना होगा कि अदालत के इस फैसले का चुनाव परिणाम पर क्या असर पडता है |
10 अक्टूबर को हुआ था गिरफ्तार
केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा के बेटे आशीष मिश्रा को लखीमपुर खीरी हिंसा मामले में 10 अक्टूबर को गिरफ्तार किया गया है, जिसमें आठ लोगों की जान चली गई थी।
नौ सदस्यीय SIT ने मिश्रा से 11 घंटे से अधिक समय तक पूछताछ करने के बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया था। SIT का नेतृत्व पुलिस उप महानिरीक्षक उपेंद्र अग्रवाल कर रहे हैं।
डीआईजी उपेंद्र अग्रवाल, सहारनपुर ने बताया था कि “होम एमओएस अजय मिश्रा टेनी के बेटे आशीष मिश्रा को गिरफ्तार किया गया है क्योंकि वह पूछताछ के दौरान सहयोग नहीं कर रहा था और कुछ सवालों के जवाब नहीं दे रहा था।
डीआईजी उपेंद्र अग्रवाल के नेतृत्व में नौ सदस्यीय टीम मंत्री के बेटे और अन्य आरोपियों के खिलाफ मामले की जांच कर रही है|
हालांकि, मंत्री ने इससे पहले घटना के समय अपने बेटे की घटना स्थल पर मौजूदगी से इनकार किया था।