पौराणिक कथाओं को नृत्य कला के द्वारा बताने का ‘कूल’ अन्दाज़- नमः - Vibes Of India

Gujarat News, Gujarati News, Latest Gujarati News, Gujarat Breaking News, Gujarat Samachar.

Latest Gujarati News, Breaking News in Gujarati, Gujarat Samachar, ગુજરાતી સમાચાર, Gujarati News Live, Gujarati News Channel, Gujarati News Today, National Gujarati News, International Gujarati News, Sports Gujarati News, Exclusive Gujarati News, Coronavirus Gujarati News, Entertainment Gujarati News, Business Gujarati News, Technology Gujarati News, Automobile Gujarati News, Elections 2022 Gujarati News, Viral Social News in Gujarati, Indian Politics News in Gujarati, Gujarati News Headlines, World News In Gujarati, Cricket News In Gujarati

पौराणिक कथाओं को नृत्य कला के द्वारा बताने का ‘कूल’ अन्दाज़- नमः

| Updated: July 31, 2021 17:16

शिव हर चीज में है। वह अंतरिक्ष है और उसके भीतर भी वो विराजमान है। वह समय का प्रतीक है। डांस इंक इंडिया के संस्थापक गोपाल अग्रवाल ने हमें अपने नवीनतम प्रोडक्शन नमः थीम के बारे में बताया। अपने कंटेंपरेरी नृत्य प्रदर्शन में, उन्होंने भगवान शिव की क्षमता को बिग बैंग के साथ जोड़ कर एक अलग ही कला को पेश करने के बारे में बताया।

गोपाल अग्रवाल, संस्थापक, डांस इंक इंडिया

27 वर्षीय गोपाल अग्रवाल दिल्ली के रहने वाले हैं और पिछले छह वर्षों से अहमदाबाद में कंटेंपरेरी नृत्य का प्रचार और प्रदर्शन कर रहे हैं। उनका परिवार उसके नृत्य की सराहना करता है और उन्हें प्रोत्साहित करता है। वह 9वीं कक्षा से नृत्य कर रहे हैं और उन्होंने मुंबई में , नृत्य शैली में डिप्लोमा प्राप्त किया। वर्तमान में, वह राजपथ रंगोली रोड स्थित डांस इंक इंडिया, में कंटेंपरेरी नृत्य सिखाते हैं।

उनके प्रदर्शन का मुख्य ध्येय भारतीय शास्त्रों एक ऐसी भाषा में प्रस्तुत करना है जिसे नयी पीढ़ी भी सराहे।

जब उनसे उनके प्रदर्शन के केंद्रीय विषय के रूप में भारतीय पौराणिक पात्रों को चुनने के पीछे उनके विचार के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने कहा, “हमारी पीढ़ी हमारे पास मौजूद खजाना नहीं देखती है। भारतीय शास्त्रों और कहानियों में, सरल चरित्र और जीवन को जीने का संदेश है। मैं शिव या कृष्ण को उस भाषा में प्रस्तुत करने का प्रयास करता हूं जो नयी पीढ़ी को ‘कूल’ लगेगी। हमें दर्शकों की भाषा में बोलना है।” नटरानी एम्फीथिएटर में उनके अंतिम प्रदर्शन, करशती ने भगवान कृष्ण के जीवन में महिलाओं को चित्रित किया।

इस प्रदर्शन को पूरा करने के लिए 11 सदस्यों के दल ने 10 घंटे प्रतिदिन छह महीने तक अभ्यास किया। उनके द्वारा नृत्य इतालवी पियानोवादक लुडोविको इनौदी और ब्रिटिश-भारतीय सितारवादक अनुष्का शंकर के संगीत पर किया जाता है। सेमी-क्लासिकल डांस मूव्स, पर्क्यूशन का हाई डेसीबल म्यूजिक, इंडो-वेस्टर्न कॉस्ट्यूम और शिव की थीम दर्शकों में बैठे प्रत्येक व्यक्ति के रोंगटे खड़े कर सकती हैं।

उनकी टीम एक साल बाद मंच पर जाएगी और इस बात से वो कुछ हद तक “नर्वस” हैं। “हम डेढ़ साल बाद मंच पर जा रहे हैं। हम लाइव दर्शकों और उनकी सहज प्रतिक्रिया को फिर से देखना चाहते है । एक डांसर के तौर पर मेरे पास कोई प्लान-बी नहीं है। मैं यहां नृत्य करने के लिए हूं और मैं बस यही करना चाहता हूं। इस ड्राइव ने मुझे उन महीनों तक सहज बनाए रखा जब मैं मंच पर नहीं जा सका। ”

कोविड के समय के दौरान सोशल मीडिया पर सभी आयु वर्ग के लोगों के द्वारा नृत्य और रीलों के साथ प्रयोग करने वालों की संख्या में वृद्धि देखी। “ज्यादातर, सोशल मीडिया पर लोग नृत्य के रूप को नहीं बढ़ाते, बल्कि उसे नीचा दिखाते हैं। यह मुझे परेशान करता है। डांस को आगे बढ़ाने के लिए काफी अभ्यास, धैर्य और जुनून की जरूरत होती है। यह सोशल मीडिया पर अपनी पहचान खो देता है।” गोपाल ने कहा।

“कला प्रतीक्षा कर सकती है, लेकिन यह कभी नहीं मर सकती। हम फिर से मंच पर अपनी जगह लेने के लिए तैयार हैं।” मंच पर लाल पर्दे जल्द ही फरफ़राएँगे , तालियों की गूंज होगी। क्यूँकि यही हमारी पूजा है यही हमारा ईश्वर है।

गोपाल अग्रवाल, संस्थापक, डांस इंक इंडिया, अपने नवीनतम नृत्य निर्माण, नमः के बारे में बात करते हुए

आप नमः कार्यक्रम , 1 अगस्त को शाम 7 बजे एचके ऑडिटोरियम, आश्रम रोड, अहमदाबाद में देख सकते हैं। और साथ ही साथ इनसाइडर डॉट कॉम पर टिकट भी उपलब्ध हैं। ऑफलाइन ईवेंट में कोविड-19 दिशानिर्देशों का पालन करना अनिवार्य है।

Your email address will not be published. Required fields are marked *

%d