राजस्थान सरकार मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना को बढ़ावा दे रही है। यह सभी निवासियों को प्राइवेट अस्पताल समेत राज्य में कहीं भी मुफ्त इलाज की सुविधा देती है।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि राज्य के अस्पतालों में घुटना (knee) और गुर्दा (kidney) बदलने जैसी सुविधा मुफ्त में मिल जाने से लोगों को बड़ी राहत मिली है। राष्ट्रीय औसत 41 प्रतिशत की तुलना में राज्य में 90 प्रतिशत स्वास्थ्य बीमा कवरेज है।
गहलोत ने दावा किया कि राजस्थान देश में स्वास्थ्य क्षेत्र में सबसे आगे निकल गया है। अब वह दिन आ गया है जब “अन्य सभी राज्यों और केंद्र को भी (इसी तरह की योजनाओं) को लागू करना होगा।” उन्होंने कहास “राजस्थान ने चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना को देश भर में लागू करने के लिए पीएम मोदी से अनुरोध भी किया था।”
इस योजना में दर्ज परिवार 10 लाख रुपये का वार्षिक स्वास्थ्य बीमा लाभ ले सकता है। इसमें सरकारी के साथ-साथ प्राइवेट अस्पतालों में मुफ्त इलाज की सुविधा मिलती है। इतना ही नहीं, इस योजना में मरीज के डिस्चार्ज होने के बाद 15 दिनों तक और उससे पहले पांच दिनों तक का खर्च भी शामिल रहता है।
अधिकांश लोगों ने 850 रुपये वार्षिक शुल्क देकर यह लाभ लेना पसंद किया है, जो कि 1,700 रुपये के पूरे प्रीमियम का 50 प्रतिशत है। बाकी 50% राज्य सरकार देती है। यह बीमा हर बीमारी को कवर करता है।
वैसे राजस्थान सरकार 2011 की सामाजिक-आर्थिक जनगणना के तहत योग्य परिवारों के लिए छोटे और सीमांत किसानों, ठेका मजदूरों और राशन कार्ड वाले परिवारों के लिए पूरा प्रीमियम भरती है। राज्य सरकार ने बीमा कवरेज को बढ़ाकर 10 लाख रुपये करने का भी फैसला किया है। परिवार और दुर्घटना बीमा में 5 लाख रुपये प्रदान करना भी महत्वपूर्ण है। यह 1 अप्रैल से प्रभावी होगा।
लंबे समय से स्वस्थ और खुशहाल राज्य बनाने के गहलोत के लक्ष्य को पूरा करने के लिए सरकार अब बजट सत्र के दौरान स्वास्थ्य का अधिकार बिल लाएगी। विधानसभा का बजट सत्र 23 जनवरी से शुरू होगा।
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