वाइब्रेंट गुजरात (Vibrant Gujarat) एक बार फिर चर्चा में आ गया है क्योंकि नीति आयोग के नवीनतम आंकड़े बताते हैं कि गुजरात अब देश का निर्यात केंद्र नहीं रहा। गुजरात दो पायदान नीचे चला गया है और तमिलनाडु सबसे आगे निकल गया है।
तमिलनाडु को 2022 के लिए निर्यात तैयारी सूचकांक (ईपीआई) में नंबर 1 राज्य का दर्जा दिया गया है। इसके बाद महाराष्ट्र और कर्नाटक का स्थान है। गुजरात इस बार चौथे स्थान पर खिसक गया है।
आपको बता दें कि, पिछले दो वर्षों में तमिलनाडु बड़े-तटीय राज्यों की श्रेणियों में शीर्ष 5 की सूची में रहा है।
नई दिल्ली में नीति आयोग (Niti Aayog) द्वारा जारी ईपीआई का उद्देश्य भारतीय राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के निर्यात प्रदर्शन (export performance) और लंबित क्षमता का मूल्यांकन करना है। इसके अतिरिक्त, सूचकांक उन प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष कारकों की जांच करता है जो पूरे क्षेत्र में निर्यात वातावरण को बढ़ावा देते हैं और समर्थन करते हैं।
उद्योग, निवेश प्रोत्साहन और वाणिज्य मंत्री टी.आर.बी. राजा ने कहा, “तमिलनाडु ने निर्यात तैयारी सूचकांक (Export Preparedness Index), 2022 में नंबर 1 स्थान हासिल किया है, जो व्यापार करने में आसानी की सुविधा में राज्य की शीर्ष रैंक को मजबूत करता है। तमिलनाडु लंबे समय से ऑटोमोटिव, चमड़ा और कपड़ा जैसे क्षेत्रों में निर्यात में अग्रणी रहा है, और हम हाल ही में इलेक्ट्रॉनिक सामानों के नंबर 1 निर्यातक बन गए हैं।”
रिपोर्ट के मुताबिक, तमिलनाडु के शीर्ष तीन निर्यातक जिले कांचीपुरम, चेन्नई और तिरुप्पुर हैं। इंजीनियरिंग सामान के शीर्ष निर्यात के अलावा, कांचीपुरम रेशम और इसके तैयार उत्पादों का प्रमुख निर्यातक है।
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