संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) की कंपनी डीपी वर्ल्ड की भारतीय शाखा हिंदुस्तान पोर्ट्स प्राइवेट लिमिटेड ने कच्छ की खाड़ी, गुजरात में टूना-टेकरा स्थित दीनदयाल पोर्ट अथॉरिटी के लिए मेगा कंटेनर टर्मिनल विकसित करने का 4,243 करोड़ रुपये का टेंडर हासिल कर लिया है। उसने इस तरह अडानी समूह के अडानी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक जोन लिमिटेड को पीछे छोड़ दिया।
डीपी वर्ल्ड 30 साल तक परियोजना की डिजाइन, इंजीनियरिंग, फाइनांसिंग, खरीद (procurement,), कार्यान्वयन (implementation), कमीशनिंग, संचालन, प्रबंधन और रखरखाव के लिए जिम्मेदार होगा।
नई सुविधा कांडला बंदरगाह से लगभग 15 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है, जिसने अक्टूबर 1981 से कंटेनर कार्गो को संभालना शुरू किया था। बंदरगाह में 14 ड्राई कार्गो बर्थ और छह ऑयल बर्थ हैं।
इस प्रोजेक्ट में एक अपतटीय बर्थिंग संरचना (off-shore berthing structure) का निर्माण शामिल है, जो एक साथ तीन जहाजों को संभाल सकती है। इसकी क्षमता प्रति वर्ष 2.19 मिलियन TEU (ट्वेंटी-फुट समतुल्य इकाई) होगी। बता दें कि आर्थिक मामलों की कैबिनेट कमेटी ने पब्लिक-प्राइवेट-पार्टनरशिप मोड के तहत बिल्ड, ऑपरेट एंड ट्रांसफर (बीओटी) आधार पर टूना-टेकरा में कंटेनर टर्मिनल के विकास को मंजूरी अक्टूबर 2022 को दी थी।
शुरू में यह प्रोजेक्ट 6000 TEU के 14-मीटर ड्राफ्ट जहाजों को पूरा करेगा और फिर 15.5-मीटर गहराई वाले एक सामान्य संपर्क चैनल का दीनदयाल पोर्ट अथॉरिटी द्वारा रखरखाव किया जाएगा। रियायत वाले समय में डीपी वर्ल्ड को एप्रोच चैनल, बर्थ पॉकेट और टर्निंग सर्कल को गहरा और चौड़ा करके 18-मीटर ड्राफ्ट तक जहाजों को संभालने की स्वतंत्रता होगी।
वर्तमान में डीपी वर्ल्ड मुंद्रा में कंटेनर टर्मिनलों का संचालन करती है, जो कांडला से 60 किलोमीटर दूर है। यह न्हावा शेवा, कोच्चि और चेन्नई में भी इसी तरह के टर्मिनलों का संचालन करता है।
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