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गुजरात विद्यापीठ के 9 ट्रस्ट्रीयों ने दिया इस्तीफा, नए गैर-गांधीवादी कुलपति की नियुक्ति से खफा

| Updated: October 17, 2022 9:13 pm

महात्मा गाँधी द्वारा स्थापित गुजरात विद्यापीठ (Gujarat Vidyapeeth founded by Mahatma Gandhi )के कुलपति Vice Chancellor को लेकर विवाद बढ़ता जा रहा है ,गुजरात के राज्यपाल आचार्य देवव्रत Gujarat Governor Acharya Devvrat की नियुक्ति से नाराज 9 ट्रस्ट्रीयों ने विद्यापीठ से इस्तीफा दे दिया। आचार्य देवव्रत की नियुक्ति को वह विद्यापीठ और गाँधी मूल्यों के खिलाफ मान रहे हैं। 4 पेज का सामूहिक पत्र जारी कर ट्रस्टीयो ने विद्यापीठ के ” महान परम्परा ” को कायम रखने की मांग की।

गुजरात विद्यापीठ अपनी स्थापना के 101 वर्ष पूरे कर 102वें वर्ष में प्रवेश करने जा रहा है। गुजरात विद्यापीठों में यह परंपरा रही है कि केवल गांधीवादियों को कुलपति के रूप में नियुक्त किया गया है। लेकिन गुजरात विद्यापीठ की वर्तमान कुलाधिपति इलाबेन भट्ट के इस्तीफे के बाद ट्रस्टियों के गुजरात के राज्यपाल आचार्य देवव्रत को कुलपति बनाने के फैसले से गांधीवादियों में भारी नाराजगी दिख रही है. जिसके चलते गुजरात विद्यापीठ बोर्ड ऑफ ट्रस्टीज के 22 ट्रस्टियों में से 9 ट्रस्टियों ने आज इस्तीफा दे दिया.

गुजरात विद्यापीठ के कुलपति इलाबेन भट्ट के खराब स्वास्थ्य के कारण इस्तीफा देने के बाद नए कुलपति का चुनाव करने के लिए 4 अक्टूबर, 2022 को गुजरात विद्यापीठ के 22 ट्रस्टियों की एक बैठक आयोजित की गई थी। जिसमें गुजरात के राज्यपाल आचार्य देवव्रत का नाम कुलपति पद के लिए प्रस्तावित किया गया था। आचार्य देवव्रत के समर्थन में न्यासी मंडल के 13 न्यासियों ने मतदान किया जबकि 9 न्यासियों ने उनके विरुद्ध मतदान किया।

आचार्य देवव्रत के नाम के प्रस्ताव का समर्थन करने वाला एक ट्रस्टी

  1. डॉ. राजेंद्र खिमाणी
  2. प्रो. कनुभाई नायक
  3. आयशाबेन पटेल
  4. सुरेशभाई रामानुज
  5. विशालभाई भदाणी
  6. जगदीश चंद्र सावलिया
  7. जसवंतभाई पंड्या
  8. रमेशभाई पटेल
  9. जगदीशचंद्र गोठी
  10. अरुणभाई गांधी
  11. नरेशभाई चौहाण
  12. प्रवीण कुमार शर्मा
  13. मेहुलभाई पटेल

आचार्य देवव्रत का नाम रखने के प्रस्ताव का विरोध करने वाले ट्रस्टी

  1. नरसिंहभाई हठीला
  2. डॉ.मंददा बेहन पारिख
  3. डॉ. सुदर्शन आयंगर
  4. कपिलभाई शाह
  5. माइकल मझगांवकर
  6. उत्तमभाई परमार
  7. चैतन्यभाई भट्ट
  8. नीता बहन हार्डिकर
  9. प्रो. अनामिकभाई शाह

आचार्य देवव्रत के नामांकन का विरोध करने वाले ट्रस्टियों ने आचार्य देवव्रत के गांधीवादी होने पर भी सवाल उठाए। बोर्ड ऑफ ट्रस्टीज की इस बैठक के बाद आचार्य देवव्रत को गुजरात विद्यापीठ का चांसलर बनने के लिए आमंत्रित किया गया।

12 अक्टूबर 2022 को आचार्य देवव्रत ने गुजरात विद्यापीठ के कुलाधिपति बनने का निमंत्रण स्वीकार किया। फिर गुजरात विद्यापीठ के ऐसे जल्दबाजी में लिए गए फैसले से नाराज 9 ट्रस्टियों ने गुजरात विद्यापीठ के 102वें स्थापना दिवस की पूर्व संध्या पर इस्तीफा दे दिया.

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